भूत काल से ही पृथ्वी के ऊपर कई सारे खतरे मंडरा रहें हैं| कई बार ऐसी भी खबर आई हैं की पृथ्वी का अंत नजदीक है, तो कई बार ऐसी खबर आई की एक धूमकेतु या एक उल्का पिंड पृथ्वी से टकरा कर इसे हमेशा के लिए खत्म कर देगा। खैर हाल ही में नासा ने एक ऐसी ही खबर दी है जिसे सुनने के बाद आप दाँतो तले उँगली दबा लेंगे। नासा ने अभी अभी एक छोटे-पिंड (nasa’s asteroid horror) को पृथ्वी के नजदीक आते देखा है। इसलिए इतने नजदीक आने वाले इस उल्का-पिंड का प्रभाव पृथ्वी पर बहुत ही ज्यादा भयंकर होने वाला है।
नासा ने कहा पृथ्वी पर मच सकती है महा-तबाही ! :- NASA’S Asteroid Horror!
अमरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने “बेन नेविस” (Ben Nevis) के आधी आकार के एक छोटे-पिंड को पृथ्वी की और बढ़ते देखा हैं| मेँ आपको यहाँ संक्षिप्त में बता दूँ की बेन नेविस ब्रिटिश द्वीप का सबसे बड़ा पर्वत हैं और इसकी ऊंचाई करीब-करीब 1344 मीटर तक हैं। यहाँ पर आप अब अंदाजा लगा सकते हैं की पृथ्वी की और हर क्षण बढ़ता हुआ यह छोटा उल्का-पिंड (asteroid) पृथ्वी के लिए कितना बड़ा खतरा हैं|
वैज्ञानिकों का मानना है की यह उल्का पृथ्वी की और 18,000 मिल प्रति घंटा के हिसाब से आ रही है। इसका यह तीव्र गति पृथ्वी से एक झटके में जीवन का नामों-निशान ही मिटा देगी। नासा ने इस उल्का पिंड का नाम 481394 2006 SF6 दिया है और वैज्ञानिकों का मानना है की यह पृथ्वी से नवंबर 21 को टकरा सकता है , क्योंकि इसी दिन ही यह पृथ्वी के सबसे नजदीक पहुंचेगा।
इसके अलावा में आपको बता दूँ की इसको वैज्ञानिकों ने काफी ज्यादा खतरे से भरा संकट माना हैं| वैसे तो साल में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब एक उल्का पिंड या छोटे पत्थर पृथ्वी से टकराते रहते हैं , परंतु अब की बार इस पत्थर में कुछ एक खास बात है। तो , यहाँ सवाल उठता है की आखिर वह कौन सी खास बात है जो इस छोटे पत्थर या उल्का को इतना अनोखा बनाती है।
यह हैं इसकी खास होने की वजह :-
वैज्ञानिकों ने इस उल्का (nasa’s asteroid horror) को अपोलो श्रेणी के अंदर रखा हैं| अपोलो श्रेणी उल्का-पिंडो की वह श्रेणी होती है जो की पृथ्वी के लिए काफी ज्यादा घातक साबित होता हैं| खैर इस का आकार 650 मीटर तक है और इसके गति (स्पीड) करने की दिशा पृथ्वी से हो कर ही गुजरती है। ऐसे में यह कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा की समय खराब होने के चलते यह आसानी से पृथ्वी के दो टुकड़े भी कर सकता है।
इसके अलावा आपको यहाँ और एक बात से बहुत ही ज्यादा डर लगेगा , क्योंकि बात ही कुछ ऐसी है। आमतौर पर 35 मीटर या इससे ज्यादा बड़ा उल्का -पिंड पूरे एक शहर को आसानी से पल भर में तबाह कर सकता है। तो , अगर एक 650 मीटर का उल्का-पिंड (nasa’s asteroid horror) पृथ्वी से टकराएगा तो शायद पलभर के अंदर एक देश को पृथ्वी के नक्शे से ही मीटा दे और हाँ! इस का प्रभाव पूरे विश्व में भी दिखाई पड़ेगा।
बस यही बचा है एक उम्मीद :-
शायद अब तक आपको कुछ मात्रा में बेचैनी होने लगी होगी | परंतु ठहरिए एक उम्मीद अभी भी बाकी हैं| “टोरिनों” (Torino Scale) स्केल के अंदर इस छोटे-तारे को अभी तक पृथ्वी के लिए उस तरीके का खतरा नहीं माना गया है। इस स्केल में शून्य से ले कर दस तक अंक होते है और पृथ्वी के नजदीक आने वाली हर एक खगोलीय पिंड के टकराने की खतरे को बताते हैं।
अगर इस स्केल के अंदर किसी भी खगोलीय पिंड का अंक 10 हो गया , तो पृथ्वी पर जीवन का अंत सुनिश्चित है। मेँ आपको यहाँ और भी बता दूँ की हर 100,000 हजार वर्ष के अंदर पृथ्वी पर एक ऐसा खगोलीय पिंड टकराता है जो की विश्व से जीवन का संज्ञा ही पूरे तरीके से मिटा देता है।
हालाँकि एक शोध से यह भी पता चला है की , इस उल्का-पिंड (nasa’s asteroid horror) की पृथ्वी से टकराने की संभावना समय के चलते कम से कम होती जा रही है। इसलिए यह अभी कहना मुश्किल होगा की यह 100% पृथ्वी से ही टकराने वाला हैं , क्योंकि दोस्तों भविष्य हमेशा ही बदलता ही रहता और इस के बारे में कोई भी कुछ सटीक तरीके से नहीं कह सकता। आपको इसके बारे में क्या लगता हैं ? अवश्य ही बताएं।