पृथ्वी पर इंसानों को रहते हुए लाखों सालों से अधिक हो चुके हैं। इन लाखों सालों में इंसानों ने धरती पर रह कर अपनी सभ्यता को खासा विकसित किया है। जो इंसान कभी गुफाओं में भटकता फिरता था, वो आज पक्के व ऊँचे घरों में रहना लगा है। खैर आज तक पृथ्वी ने हमें रहने-खाने-पीने के लिए काफी कुछ दिया है। यहाँ की प्रकृति ने हाथ पकड़ कर हम लोगों को जीना सिखाया है। परंतु आज की दशा ऐसी है कि हमें चाँद (mystery hut on the moon) और मंगल पर घर ढूँढना पड़ रहा है, जो एक चिंताजनक विषय है।
मित्रों! इंसानों ने साल 1969 में पहली बार चाँद (mystery hut on the moon) पर लैंड किया था और तभी से ही वैज्ञानिकों के लिए चाँद एक बहुत ही उत्साहजनक विषय रहा है। नियमित रूप से चाँद के बारे में जानकारियां जुटाई जा रही है। क्योंकि, शायद यहाँ पर हम अपना दूसरा पक्का घर बना पाएँ! परंतु एक खास बात ये है कि, शायद चाँद पर घर बनाने का सपना पहले ही पूरा हो चुका है। जी हाँ! आप लोगों ने बिलकुल सही सुना है। ये सपना अब हो सकता है, कि पहले ही हकीकत में तबदील कर दिया गया हो।
तो, चलिए आज हम चाँद पर बसे एक बहुत ही रहस्यमयी कुटिया(घर) के बारे में जानने वाले हैं।
चाँद पर मिली एक संदेहजनक कुटिया! – Mystery Hut On The Moon! :-
एक बात तो माननी पड़ेगा कि, पृथ्वी पर कोरोना के लिए और अंतरिक्ष में अपने अजीबो-गरीब शोधों के लिए चीन काफी प्रसिद्ध है। चाँद (mystery hut on the moon) से जुड़े इस विषय के पीछे भी चीन हैं। जनवरी 3, साल 2019 से ही चीन का रोवर “यूटू 2″ (Yutu 2) चाँद के सतह पर लगातार गश्त लगा रहा है। हालांकि! हमारा मुख्य विषय इस रोवर पर नहीं बल्कि इससे मिले एक बहुत ही अजीब जानकारी के बारे में है। ये जानकारी इतनी अजीब है कि, आप इस पर शायद बहुत ही मुश्किल से यकीन करेंगे।
ये दिन था दिसम्बर 3, 2021, और इस चीनी रोवर ने एक बहुत ही संशय कर देने वाली बात अपने ड्राइविंग डाइरी में लिखा। बता दूँ कि, अभी ये रोवर चाँद के “Von Kármán Crater” वाले इलाके में गस्त लगा रहा है। खैर 3 दिसम्बर के दिन, इसने एक बहुत ही रहस्यमयी कुटिया को चाँद पर अपने गश्त लगाते वक़्त देखा। उसने अपने ड्राइविंग डाइरी में इस संदेहजनक ऑब्जेक्ट को “Mystery Hut” का नाम दिया है। ये उसे क्षितिज पर नजर आया था और देखने में ये एक क्यूब कि तरह है।
चीनी स्पेस एजन्सी “China National Space Administration (CNSA)” ने खुद इस बात कि पुष्टि की है। इसके अलावा इस विषय में CNET पर भी खबर छपी थी। तो आप कह सकते हैं कि, ये घटना पूर्ण रूप से सत्य है। मित्रों! आप लोगों को क्या लगता है, क्या चीनी रोवर ने जिस कुटिया को देखा है उसे एलियन्स ने बनाया होगा? क्या हमारे चाँद पर एक दूसरी परग्रही सभ्यता ने कब्जा कर लिया होगा? क्या हम चाँद पर बसने कि सपने को ऐसे ही खो देंगे? आपको क्या लगता हैं!
इस रहस्यमयी कुटिया के बारे में कुछ जानकारी! :-
मित्रों! लेख के इस भाग में मैं आप लोगों को इस कुटिया से जुड़ी कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण व चौंका देने वाली बातों को बताऊंगा। तो, इस भाग को थोड़ा गौर से पढ़िएगा। CNSA ने खोजे गए इस ऑब्जेक्ट को “Mystery Hut” का नाम दिया हैं। परंतु आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि, असल में ये “मिस्ट्री हट” “हट” हैं ही नहीं। नाम को सुनने के बाद आप इसे असल कुटिया न समझिए। एजन्सि ने कहा कि, असल में कुटिया रोवर से 80 मीटर दूरी पर था।
रोवर के लिए दिसम्बर 3 का दिन चाँद पर 36 वां दिन था और इसने रात में ही ये खोज की। हालांकि! उस दिन रोवर क्रैटर के एक किनारे पर पहुँच चुका था। वैसे मित्रों! इतने दूर से उस ऑब्जेक्ट के सही आकार और आकृति के बारे में कुछ भी सटीक रूप से पता लगा पाना काफी ज्यादा मुश्किल था। परंतु, काफी विश्लेषण के बाद वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि; इस ऑब्जेक्ट के आकार को क्यूब/ घन के रूप में दर्शाया जाए। वर्तमान के समय हमारे पास इस ऑब्जेक्ट का बहुत ही धुंधला फोटो हैं, जो कि शायद बहुत ही कम पिक्सल्स के हैं।
फोटो को देखने में ऐसा लगता हैं कि, इस ऑब्जेक्ट के बीच में कुछ तो हैं। क्योंकि, इसके बीच में कुछ डार्क स्पॉट्स दिखाई दे रहें हैं। वैसे अगर हम ध्यान से सोचे तो, इस नतीजे पर पहुँच सकते हैं कि; शायद ये ऑब्जेक्ट एक न हो कर दो छोटे-छोटे ऑब्जेकट्स हो सकते हैं जो बहुत ही पास-पास मौजूद हैं। वैसे अभी के समय चीनी रोवर इसी रहस्यमयी कुटिया कि और अपनी यात्रा शुरू कर चुका हैं। आने वाले दिनों में शायद हमें इसके बेहतर तस्वीरें मिल पाएँ।
इसके बारे में क्या कह रहें हैं वैज्ञानिक? :-
चाँद पर मिले इस रहस्यमयी कुटिया (mystery hut on the moon) के बारे में वैज्ञानिक पूरे तरीके से उत्साहित हैं। क्योंकि, ये कोई आम लुनर खोज नहीं हैं। ऐसे चीज़ वो भी चाँद पर कभी-कभार ही देखने को मिलते हैं। ऐसे में चाँद पर इस चीज़ के बारे में खोजना इतना सरल भी नहीं हैं। लुनर रोवर चाँद के सतह पर काफी ज्यादा धीमे होते हैं। कई मीटर के दूरी को, ये रोवर कई महीनो में पूरा कर सकते हैं। ऐसे में रोवर को इस रहस्यमयी कुटिया तक पहुँचने के लिए लगभग 2-3 लुनर डेज़ यानी पृथ्वी के हिसाब से 2-3 महीने लगेंगे।
बता दूँ कि, चाँद को पृथ्वी की एक परिक्रमा करने के लिए लगभग 27 दिन, 7 घंटे, 43 मिनट और 12 सैकंड का समय लगता हैं। मित्रों! हाल ही में नासा के “Lunar Reconnaissance Orbiter (LRO)” से पता चला हैं कि, ये कुटिया रोवर से उत्तरी दिशा में दायें कि और हैं। इसके अलावा नासा के LRO से लिए गए फोटो में ये कुटिया क्रैटर के पास मौजूद एक चमकीले विंदु कि तरह नजर आ रहा हैं। हालांकि! इसके बारे में अभी पुष्टीकरण आना बाकी हैं।
तो, अभी तक वैज्ञानिकों के पास इस रहस्यमयी ऑब्जेक्ट के बारे में इतना ही जानकारी हैं। आने वाले समय में और सटीक जानकारी आना अभी बाकी हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
सच कहूँ तो, इतने कम जानकारी के आधार पर चाँद पर स्थित इस रहस्यमयी ऑब्जेक्ट (mystery hut on the moon) के बारे में कुछ भी निष्कर्ष निकाल पाना बहुत ही कठिन हैं। परंतु, चलिए कुछ तो विचार करना होगा। चाँद पर पहले किए गए मिशनों के आधार पर ये कहना अभी ठीक होगा कि, ये मिस्ट्री ऑब्जेक्ट एक बहुत ही बड़े पत्थर का टुकड़ा हो सकता हैं। ऐसे पत्थरों के टुकड़े चाँद पर काफी आसानी दिखाई देते हैं, जो कि क्रैटर से ही संबंध रखते हैं। बड़े-बड़े उल्का पिंडों के टक्कर से ऐसे पत्थरों के टुकड़े चाँद पर हर जगह बिखरे पड़े हैं।
अगर हम इसके आकार के बारे में बात करें तो, शायद ये सच भी हो सकता हैं कि; इसका आकार वाकई में घना कार ही हो। परंतु तस्वीरें काफी धुंधली और कम पिक्सल्स के हैं। तो इसके आकार को भी हम सटीक रूप से वर्णित नहीं कर सकते हैं। हालांकि! इसके बारे में सिर्फ और सिर्फ और करीब से लिए गए तस्वीरें ही अधिक बता सकते हैं।
वैसे अगर ये मिस्ट्री ऑब्जेक्ट वाकई में कुछ असाधारण निकला, तो यकीन मानिए। ये खोज एक बहुत ही बड़ी ऐतिहासिक खोज भी हो सकती हैं। पुरानी व सुदृढ़ बात ये हैं की, ब्रह्मांड में परग्रही सभ्यता हो सकते हैं और अगर ये ऑब्जेक्ट कुछ करिश्माई रिजल्ट देती हैं। तब इस बात को हम नकार नहीं हैं कि, इस खोज को इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। खैर अभी हमें बस इंतजार ही करना हैं।
Source:- www.earthsky.org.