अगर आप किसी से पूछें की, आपके जीवन की सबसे आनंदमय अवस्था कौन सी थी ? तो लगभग हर एक व्यक्ति अपने बचपन की बातें आपसे करने लगेगा | इंसानी जीवन में सिर्फ बचपन का ही समय ऐसा होता है , जहां वह पूर्ण रूप से खुशी को उपभोग कर सकता है। खैर आप यहाँ सोच रहे होंगे की अचानक मेँ यहाँ पर बचपन की बातें क्यों कर रहा हूँ ! तो , दोस्तों इसके पीछे एक कारण हैं | मित्रों ! आज मेँ आप सभी लोगों से चुंबक और चुंबकत्व (definition of magnetism in hindi) की संज्ञा और इस से जुड़ी कई रोचक बातों के बारे में बात करूंगा ।
हम सभी ने अपने बाल्यवस्था में चुंबक से (definition of magnetism in hindi) काफी ज्यादा खेला हैं| मेँ तो खुद चुंबक को ले कर अपने बाल काल में कई अजीब शोधों को अंजाम दे चुका हूँ| खैर बचपन में हम सभी के लिए चुंबक एक खेलने की वस्तु थी , परंतु यह खेलने की वस्तु होने के साथ-साथ कई सारे कामों में इस्तेमाल किया जाता है।
इसके अलावा हम लोग इस लेख के अंदर चुंबक से जुड़ी एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात पर नजर डालेंगे। हम लोग चुबकत्व के ऊपर (definition of magnetism in hindi) काफी चर्चाएं और आलोचना करेने वाले हैं, क्योंकि इसके ऊपर कुछ कहे बिना हम सही तरीके से चुंबक के बारे में नहीं जान सकते हैं।
तो, चलिए मेरे साथ भौतिक विज्ञान से जुड़ी इस मूलभूत व महत्वपूर्ण विषय पर गहराई से जानने के लिए प्रस्तुत हो जाइए।
विषय - सूची
चुंबक किसे कहते हैं ? – What is Magnet? :-
सबसे पहले हम लोग चुंबक की संज्ञा के बारे में जानेंगे , क्योंकि चुंबक से ही चुंबकत्व (definition of magnetism in hindi) जुड़ी हुई है। तो , यहाँ सवाल बनाता है की आखिर चुंबक किसे कहते है।
मित्रों! “चुंबक एक प्रकार धातु या पदार्थ है जिसके अंदर मौजूद परमाणुओं की संरचना इस तरह से होती है की वह चुंबकत्व की गुणों को प्रदर्शित कर सके और लोहे तथा इस से बनी अन्य कई चीजों को यह अपने व अपने चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) तरफ आकर्षित कर सके”।
तो , ऊपर आपने चुंबक की सरल संज्ञा को जान लिया परंतु यहाँ अब और एक बात उठती है की आखिर कैसे चुंबक अन्य चीजों को अपने तरफ आकर्षित कर लेता है या यूं कहें की आखिर कैसे एक चुंबक काम करता हैं?
मित्रों! मेँ आपको यहाँ बता दूँ की ऊपर दिए गए सवाल का जवाब आपको आगे पढ़ने को मिलेगा , तो चुंबकत्व के ऊपर (definition of magnetism in hindi) आधारित इस लेख को आप आगे पढ़ते रहिए|
चुंबक कैसे अपनी तरफ वस्तुओं को आकर्षित कर लेता हैं ? :-
दोस्तों अगर आपको चुंबक की कार्यप्रणाली को समझना है तो , सबसे पहले आपको चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) के बारे में थोड़ा जानना पड़ेगा| खैर चुंबकीय क्षेत्र एक अलग ही विषय है , इसलिए आप अभी सिर्फ इतना जान लीजिए की चुंबक के द्वारा बनाई गई एक क्षेत्र को चुंबकीय क्षेत्र कहते हैं|
तो , यहाँ पर अगर आप गौर करेंगे तो आपको पता चलेगा की चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) के जरिए ही एक चुंबक दूसरे वस्तुओं को अपनी तरफ आकर्षित करता हैं| यहाँ पर चुंबक के पास प्रतक्ष रूप से ऐसा कोई साधन नहीं होता है , जिससे वह दूसरे वस्तुओं को अपनी तरफ आकर्षित कर सके.
इसके अलावा अगर हम थोड़े गहराई में उतरेंगे तो , आपको चुंबक के परमाणुओं के अंदर चार्ज के बारे में पता चलेगा| आमतौर पर एक परमाणु के केंद्र में एक नाभिक (nuclei) होता है और इसके चारों तरफ अलग-अलग सेल के अंदर इलेक्ट्रॉन घूमते रहते हैं| जब भी कोई इलेक्ट्रॉन घूमता है तो, वह एक प्रकार का चुंबकीय क्षेत्र को पैदा करता हैं|
तो , यहाँ पर मूल बात यह है की साधारण पदार्थों/धातु के अंदर इलेक्ट्रॉन के द्वारा पैदा किया गया चुंबकीय क्षेत्र दूसरे किसी इलेक्ट्रॉन के चुंबकीय क्षेत्र के द्वारा शून्य हो जाता हैं| चुंबकीय क्षेत्र की शून्य होने की वजह यह है की , साधारण धातुओं/धातु के अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉन की गति एक-दूसरे के विपरीत होता हे जिससे इनके द्वारा उत्पन्न हुआ चुंबकीय क्षेत्र बड़ी ही आसानी से शून्य हो जाता हैं|
परंतु अगर हम एक चुंबक (definition of magnetism in hindi) को देखें तो इसके अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉन की गति एक-दूसरे की विरोधी नहीं होता जिससे इसके अंदर उत्पन्न हुआ चुंबकीय क्षेत्र शून्य नहीं हो पाता| यही वजह है की यह चुंबकीय क्षेत्र दूसरे वस्तुओं को अपनी तरफ खींचता हैं|
ऐसे भी काम कर सकता है चुंबक :-
मित्रों! मैंने ऊपर ही आपको चुंबक (definition of magnetism in hindi) की कार्य प्रणाली को चुंबकीय क्षेत्र के आधार पर समझाया हैं| परंतु चुंबकीय क्षेत्र के अलावा भी कई ऐसे कारक है जो की चुंबक की कार्य-प्रणाली को काफी ज्यादा प्रभावित करते हैं| तो , आखिर वह कारक क्या हैं ?
मित्रों! मेँ यहाँ पर क्वांटम स्पिन (Quantum Spin) की बात कर रहा हूँ| क्वांटम स्पिन एक प्रकार से इलेक्ट्रॉन के घूमने की गति होती है जो की आपको परमाणु के अंदर देखने को मिलता हैं|
आमतौर पर क्वांटम स्पिन चुंबकीय क्षेत्र को पैदा करता हैं ,जो की इलेक्ट्रॉन के घूमने की वजह से पैदा होता हैं| तो, यहाँ मुख्य बात यह है की जब भी किसी चुंबक के अंदर क्वांटम स्पिन की मात्रा शून्य नहीं हो पाता है तब , यह चुंबकीय क्षेत्र को पैदा करता हैं| बाद में यह चुंबकीय क्षेत्र दूसरे वस्तुओं को अपनी तरफ खिचने में चुंबक की मदद करता हैं|
चुंबक के गुण – Properties of Magnet :-
मित्रों! आपने अभी तक चुंबक (definition of magnetism in hindi) की संज्ञा और इसके कार्य-प्रणाली को जाना हैं| तो , अब बारी आती है इसके कुछ गुणों की|
तो,चलिए एक नजर चुंबक के गुणों (properties of magnet) के ऊपर भी नजर डाल लेते हैं|
- आकर्षित करना (Attractive Property) :- चुंबक का सबसे मौलिक गुण होता है दूसरे वस्तुओं को आकर्षित करना जिसमें लोहा या अन्य लोहे मिश्रित धातु हो| आमतौर पर फेरोमेग्नेटिक पदार्थ ही दूसरे लोहे से बनी पदार्थों को आकर्षित कर पाते हैं| इस में आप निकल (Nickle) से बनी पदार्थों को भी ले सकते हैं|
- विकर्षण करना (Repulsive Property) :- चुंबक की सिर्फ आकर्षित करके की गुण ही काफी ज्यादा प्रसिद्ध नहीं हैं| चुंबक के समान चुंबकीय ध्रुव एक दूसरे को काफी ज्यादा विकर्षित करते हैं|
- दिशा-निर्धारित करना (Directive Property) :- प्राचीन काल में लोग चुंबक (definition of magnetism in hindi) को दिशा निर्धारित करने के लिए काफी ज्यादा इस्तेमाल करते थे| स्वतंत्र रूप में भूमि से समांतर तरीके से टंगी हुई चुंबक हमेशा पृथ्वी की उत्तरी दिशा की तरफ स्वतः ही घूम जाता हैं ; जिस के कारण जहां चुंबक का एक ध्रुव उत्तरी दिशा को दिखाता है , तो वहां इसका दूसरा ध्रुव दक्षिणी दिशा को दिखाता हैं|
चुंबक के कुछ उपयोगिता :- Uses Of Magnet :-
मैंने इस लेख के आरंभ में कहा था की ; हम लोग बचपन से ही चुंबक (definition of magnetism in hindi) से काफी ज्यादा परिचित है , क्योंकि यह हमारे लिए मुख्य खेलने की वस्तु थी| परंतु दोस्तों हम आगे चुंबकीय के कुछ उपयोगिता (uses of magnet) के बारे में जानेंगे|
1. कम्प्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स में इस्तेमाल होता है चुंबक :-
दोस्तों! आज के इस कम्प्यूटर के युग में हर कोई इसको इस्तेमाल करता हैं| कम्प्यूटर के साथ-साथ हम लोग कई विद्युत से चलने वाली उपकरणों का भी इस्तेमाल करते हैं|
ज़्यादातर चुंबक को (definition of magnetism in hindi) डेटा स्टोर करने में और डेटा रीड करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं| इसके अलावा स्पीकर और दूरदर्शन के अंदर भी इसे काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हैं|
2. विद्युत पैदा करने में और अन्य उद्योगों में होता है इसका इस्तेमाल :-
दोस्तों! इंसान की आधुनिक जीवन का मूल आधार सिर्फ और सिर्फ ऊर्जा यानी विद्युत के ऊपर ही टीका हुआ हैं| हर एक आधुनिक चीज़ आज विद्युत से ही तो चलती हैं| बिना विद्युत के इंसान कभी अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता हैं|
आपको यहाँ जानकर बडा आश्चर्य होगा की चुंबक ही वह पदार्थ है , जिस पर हमारे विद्युत की उत्पाद निर्भर करता हैं| दरअसल विद्युत बनाने के लिए डाइनामों का इस्तेमाल किया जाता है , जो की टरबाइन से जुड़ा होता हैं| जब टरबाइन पर बाहरी बल पड़ता है तो यह डाइनामों को भी अपने साथ-साथ घूमता हैं।
मूल रूप से डाइनामो के अंदर बहुत बड़े-बड़े चुंबक मौजूद होते हैं ; जो की यांत्रिक शक्ति को विद्युत के शक्ति में परिवर्तित करते है और इसी तरह से विद्युत का उत्पाद होता हैं।
इसके अलावा बड़े-बड़े और शक्तिशाली चुंबक क्रेन के अंदर भी इस्तेमाल किया जाता हैं | यहां क्रेन में लगी चुंबक के जरिए बड़े और भारी वस्तुओं को आसानी से उठाया जाता हैं।
3. स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी इस्तेमाल होता है चुंबक :-
आपने कभी MRI का नाम सुना हैं| मित्रों! यह एक प्रकार उपकरण है जो की स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हैं| इस उपकरण के जरिए डॉक्टर मरीज के शरीर के अंदर मौजूद हड्डीओं , मांसपेशिओं और टिसु की अच्छे तरीके से तस्वीर ले सकते हैं|
इसके अलावा चुंबक को केंसर से पीड़ित रोगियों के ऊपर इस्तेमाल किया जाता हैं| चुंबक से निकलने वाली चुंबकीय तरंगे केंसर सेल को खत्म करने में काफी ज्यादा मदद करते हैं।
मित्रों! मैंने ऊपर चुंबक (definition of magnetism in hindi) से जुड़ी कुछ ऐसे उपयोगिताओं के बारे में जिक्र किया है जिसके बारे में आप शायद ही पहले सुना होगा | परंतु इसके अलावा भी चुंबक के कई सारे उपयोगिता है जिन्हें आप भी जानते होंगे , इसलिए मैंने उन सभी उपयोगिताओं के बारे में जिक्र नहीं किया हैं।
चुंबकत्व का संज्ञा क्या है ? – Definition Of Magnetism In Hindi :-
दोस्तों! चुंबक के बाद अब बारी आती है चुंबकत्व (definition of magnetism in hindi) की | जी हाँ! अब हम चुंबकत्व से जुड़ी मूलभूत से ले कर कई रोचक बातों को जानेंगे |
चलिए सबसे पहले इसकी संज्ञा से ही शुरू करते हैं| तो, चुंबकत्व चुंबक से उत्पन्न हुए आकर्षण और विकर्षण का सामूहिक प्रक्रिया है जो की चुंबक के परमाणु से पैदा होने वाली चार्ज के कारण होता हैं|
चुंबकत्व का सबसे अच्छा उदाहरण है बार मेगनेट (Bar Magnet) | यह समान ध्रुव वाले चुंबकीय वस्तुओं को विकर्षित करने के साथ ही साथ विपरीत ध्रुव वाले चुंबकीय वस्तुओं को अपनी तरफ आकर्षित भी करता हैं|
चुंबकत्व के प्रकार – Types Of Magnetism :-
मित्रों! चुंबकत्व के भी कई सारे प्रकार होते हैं , परंतु उन सभी प्रकारों में से पाँच इसके मुख्य प्रकार है जिस के बारे हम आगे चर्चा करेंगे| तो, चलिए एक नजर चुंबकत्व (definition of magnetism in hindi) के इन प्रकारों के संज्ञा और गुणों पर डालते हैं|
1. डाइमग्नेटिस्म (Di magnetism) :-
डाइमग्नेटिक पदार्थ वह पदार्थ होते हैं जो की चुंबक से बहुत ही कम मात्रा में विकर्षित होते हैं। आमतौर पर डाइमग्नेटिक पदार्थों के अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉन बहुत ही कम मात्रा में चुंबकीय क्षेत्र को पैदा करते है, जो की काफी ज्यादा कमजोर होता हैं| इस कमजोर चुंबकीय क्षेत्र की वजह यह है की , डाइमग्नेटिक पदार्थों के अंदर सब के सब इलेक्ट्रॉन पेयर्ड होते है , जिस से कुल चुंबकीय क्षेत्र का बल काफी ज्यादा कमजोर पड जाता हैं|
2. पैरामग्नेटिस्म (Para magnetism) :-
पैरामग्नेटिक पदार्थ वह पदार्थ है जो की चुंबक से बहुत ही कम मात्रा में आकर्षित होते हैं| आमतौर पर पैरामग्नेटिक पदार्थों के अंदर अन-पेयर्ड इलेक्ट्रॉन की संख्या ज्यादा होती हैं| इसलिए यह बहुत शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र का निर्माण करते हैं| यह पदार्थ चुंबकीय क्षेत्र को काफी ज्यादा प्रभावित कर सकता हैं और इस की मग्नेटिक पेर्मियाबिलिटी शून्य से एक के अंदर रहता है|
3. फेरोमग्नेटिस्म (Ferro magnetism) :-
फेरोमग्नेटिक पदार्थ वह पदार्थ होते है जो की चुंबक से भारी मात्रा में आकर्षित होते हैं| जब भी किसी फेरोमग्नेटिक पदार्थ को बाहरी चुंबकीय क्षेत्र के अंदर रखा जाता है , तब यह भारी मात्रा मेँ मेग्नेटाइज्ड हो जाता हैं| इनको बाहरी चुंबकीय क्षेत्र से हटा देने के बाद भी यह मेग्नेटाइज्ड हो कर रहते हैं|
फेरोमग्नेटिक पदार्थों के अंदर कुछ मात्रा में अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन मौजूद रहते है , इसलिए यह आंशिक रूप से चुंबकीय क्षेत्र का भी निर्माण कर लेते हैं|
4. एंटी-फेरोमग्नेटिस्म (Anti-Ferromagnetism) :-
एंटी-फेरोमग्नेटिक पदार्थ वह पदार्थ है जोन की कोई भी मग्नेटिक मुमेंट नहीं होता है| इस पदार्थ के अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉन की मग्नेटिक मुमेंट एक दूसरे के विपरीत होता हैं|
5. फेरिमग्नेटिस्म (Ferri magnetism) :-
मित्रों! यह एक प्रकार का अनोखा पदार्थ हैं| इसकी चुंबकीय गुणों को आप गज़ब की ही समझ सकते हैं| इसके बारे में सबसे गुरुत्व पूर्ण बात यह है की , बाहरी चुंबकीय क्षेत्र को हटा देने के बाद भी यह अपना चुंबकत्व नहीं खोता हैं|
इसके अलावा इन पदार्थों के अंदर मग्नेटिक मुमेंट विपरीत रहता है जिसकी वजह से यह चुंबकीय क्षेत्र को भी पैदा करते हैं|
चुंबक और चुंबकत्व से जुड़ी कुछ हैरान करदेने वाली तथ्य – Amazing Magnet and Magnetism Facts.
यहाँ पर मेँ अब चुंबक और चुबकत्व (definition of magnetism in hindi) से जुड़ी कुछ हैरान कर देने वाली बातों को आपके सामने रखूँगा | इसलिए आप सभी लोगों से अनुरोध है की , लेख के इस भाग को अवश्य ही ध्यान से पढ़ें|
1.चुंबक को 100000000 भागों मेँ बाँट देने के बाद भी रहेंगे इस के दो ध्रुव :-
जी हाँ! शीर्षक में लिखी बातें पूर्ण रूप से सत्य हैं| आप एक चुंबक को लाखों बार काट देने के बाद भी आप कभी भी इसके दोनों ध्रुवों को अलग नहीं कर सकते| एक ध्रुव बाली चुंबक की कल्पना करना भी बहुत ही कठिन हैं|
2. यह है ब्रह्मांड का सबसे ताकतवर और सबसे बड़ा चुंबक :-
ब्रह्मांड की सबसे बड़ा और शक्तिशाली चुंबक का नाम मेग्नेटर (Magnetar) हैं| वास्तव में यह एक सितारा है , जो की एक सुपरनोवा विस्फोट के बाद पैदा हुआ हैं| यह सितारा इतना ज्यादा शक्तिशाली है की , यह आसानी से पृथ्वी को तबाह कर सकता हैं| परंतु गनीमत है की यह सितारे पृथ्वी से काफी ज्यादा दूरी पर मौजूद है।
3. यह चीज़ किसी भी पदार्थ को चुंबक में परिवर्तित कर सकता हैं :-
मित्रों! दुनिया बहुत सारे अजूबों से भरी हुई हैं| कब कैसी चीज़ आपको मिल जाए इसके बारे में कोई कुछ भी नहीं कह सकता हैं| खैर मेँ यहाँ पर एक ऐसे चीज़ के बारे में जिक्र करने जा रहा हूँ जिस से आप किसी भी लोहे से बनी चीज़ को चुंबक में परिवर्तित कर सकते हैं|
दोस्तों अगर आप एक लोहे के टुकड़े को स्क्रू-ड्राईवर के साथ रगड़ेंगे तो , वह स्क्रू-ड्राईवर पूर्ण रूप से चुंबक में परिवर्तित हो जाएगा| आप इस प्रक्रिया को अपने घर में अवश्य ही एक बार कर के देखिएगा।
4. पृथ्वी खुद एक बड़ी चुंबक है :-
हम जिस ग्रह पर रह रहें है वह एक बड़ी चुंबक ही हैं| जी हाँ! आपने सही सुना पृथ्वी एक बड़ी चुंबक की भांति हैं| पृथ्वी की अपनी मेग्नेटिक नॉर्थ और साउथ पोल हैं| इसके अलावा पृथ्वी की अपनी ही खुद की चुंबकीय क्षेत्र भी हैं| यह क्षेत्र अदृश्य है और इसे आप सिर्फ कंपास के माध्यम से ही निर्धारित कर सकते है।
5. चुंबक से बनी कुछ पहाड़ खिंचते हैं वाहनों को अपनी तरफ :-
वाकई में पृथ्वी में आपको एक से बढ़ कर एक अनोखी चीज़ देखने को मिलेगी| मित्रों! पृथ्वी में कुछ भी पहाड़ मौजूद है , जो की पूर्ण रूप से चुंबकीय पदार्थों से बनी हुई हैं| इसी कारण से यह पहाड़ कई दूर से जाने वाली बस , ट्रक और कारों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेते हैं।
इसके अलावा पृथ्वी पर कुछ ऐसे भी क्षेत्र मौजूद है , जहां पर अस्वाभाविक चुंबकीय क्षेत्र के कारण कई जहाज रहस्य मई ढंग से अपने आप कहीं गायब हो गए।
मित्रों! अब इस लेख को अंत करने का वक़्त आ गया हैं , परंतु जाने से पहले मेँ आप सभी लोगों से यह आग्रह करना चाहूँगा की आपका इस लेख के ऊपर क्या राय है अवश्य ही बताइएगा | इससे हमें काफी ज्यादा प्रेरणा मिलती हैं क्योंकि आप सभी लोगों का राय हमारे लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
Sources – Apex magnet.com , physics and radio electronics.com , Thoughtco.com , Scienceing.com , Toppr.com