How To Explode Earth? – दोस्तों जब भी कभी Destruction यानी विनाश का जिक्र होता है तो हमारे दिमाग में Nuclear weapons जैसे की atom bombs, hydrogen bombs , volcanic eruptions यानी ज्वालामुखी विस्फोट , hurricane , earthquake जैसी चीजें घूमने लगती हैं |
और दोस्तों ऐसा होना भी काफी हद तक जायज ही है क्योंकि पृथ्वी पर सबसे ज्यादा,भयानक विनाश और सबसे ज्यादा energy भी इन्हीं की वजह से release होती है जिसका असर भी काफी खतरनाक और घातक होता है |
दोस्तों हमनें अभी तक मौजूद सबसे शक्तिशाली nuclear weapons और हो चुके natural disasters जैसे की volcanic explosion और earthquakes(भूकंपो) के बारे में तो पढ़ा ही है। जिसमें निकली ऊर्जा यानी energy इतनी ज्यादा होती है कि ये कई शहरों तक को तबाह कर सकती है | इसके साथ ही अगर हम extreme case लें तो शायद कई देश भी इन विनाशकारी तत्वों से नष्ट किए जा सकते हैं |
इसमें भी कोई शक नहीं है कि जब कभी कोई बहुत भयानक विस्फोट होता है तो उसमें से निकलने वाली ऊर्जा या energy कई megatons of TNT के बराबर होती ही है |
पर दोस्तों थोड़ा सोचिए कि क्या इस energy के द्वारा हम किसी ग्रह जैसे कि पृथ्वी का विनाश कर सकते हैं ? या फिर हम पृथ्वी पर इतनी भारी ऊर्जा पैदा कर सकते हैं कि किसी ग्रह या खुद पृथ्वी का पूरी तरह से विनाश हो जाए ?
सबसे पहले, जिन तरीकों के बारे में हम बात करेंगे वो कोई supernova या gamma ray burst या अन्य कोई space related explosion नहीं होंगे बल्कि current modern technology द्वारा किये जाने वाले explosions को ही हम यहाँ discuss करेंगे क्योंकि ये तरीके practically काफी हद तक energy generate कर सकते हैं |
विषय - सूची
हर वस्तु में होती है उसकी अपनी ऊर्जा – Energy In Every Matter
ब्रह्माण्ड में रहने वाली हर चीज में अपनी position की वजह से एक ख़ास तरह की एनर्जी मौजूद होती है जिसे Potential Energy कहते हैं और ग्रेविटी यानी गुरुत्वाकर्षण की वजह से उसमें Gravitational Potential एनर्जी होती है जिसकी वजह से कोई भी वस्तु किसी दूसरी वस्तु के gravitational field में exist कर पाती है |
किसी भी stable system के लिए ये gravitational potential एनर्जी कम या negative होनी चाहिए जिसकी वजह से वो एक bounded system कहलाता है जिससे उस system के सारे particles एक ही स्थान पर मौजूद रहते हैं |
अब अगर किसी भी bounded system के particles को हमें एक दुसरे के gravitational field से अलग करना होगा या आसान भाषा में कहें अगर हमें किसी भी system को disassemble यानी टुकड़ों में बांटना होगा तो, हमें उस सिस्टम की gravitational binding Energy जितनी energy उस system को देनी पड़ेगी जिससे उसके सारे particles free हो सकें |
अब इसी concept को हम earth यानी पृथ्वी पर लगाएं तो हमारी पृथ्वी की gravitational binding एनर्जी लगभग 2.487 x 1032 J निकलकर आती है | यानी अगर हमें इस पूरी पृथ्वी को blowup यानी टुकड़ों में बदलना होगा तो हमें minimum 2.487 x 1032 J तक की एनर्जी तो चाहिए ही चाहिए |
पर क्या हम इतनी एनर्जी पैदा कर सकते हैं जो इस पूरे प्लेनेट के टुकड़े टुकड़े करदे ? चलिए पता लगाते हैं !
पहला तरीका – परमाणु बम ऊर्जा – Nuclear Bomb Explosions
दोस्तों सबसे पहले बात कर लेते हैं इंसानों द्वारा बनाये गए nuclear weapons की energy estimation की जो explosion के दौरान काफी विनाश और बड़ी भारी मात्रा में एनर्जी रिलीज़ करते हैं |
World में अभी लगभग 14,500 nuclear weapons हैं जो अगर एक साथ एक ही टाइम पर explode किये जाएं तो लगभग 1500 megatons of TNT energy release कर सकते हैं जो अभी तक के सबसे powerful nuclear bomb Tsar Bomba के 30 गुना बराबर है |
अब अगर हम सभी nuclear weapons को Tsar Bomba जितना effective बना दें और एक साथ explode करें तो ये 7,25,000 megatons of TNT energy release कर सकते हैं जो almost 3 x 1,00,00,00,00,00,00,00,00,00,000 joules के बराबर है |
अब इसे अगर पृथ्वी की gravitational binding एनर्जी से compare करें तो ये उससे बेहद कम है | Theoretically, हमें almost 1 अरब से भी ज्यादा Tsar Bomba जैसे nuclear weapons develop करने पड़ेंगे जो पृथ्वी के टुकड़े करने में सक्षम हो |
Current technology के according ऐसा कर पाना almost impossible ही है और नुक्लेअर weapons को बनाने के लिए use होने वाले elements like uranium एंड plutonium भी बेहद कम पड़ जाएंगे | यानी practically इतने सारे highly effective नुक्लेअर weapons develop कर पाना और उन्हें एक साथ explode कर पाना नामुमकिन ही है |
दूसरा तरीका – Antimatter बम ऊर्जा – Antimatter Bomb
दोस्तों ! Nuclear weapons से और आगे बढ़ें, तो हमारे पास सबसे खतरनाक explosive option आता है antimatter bomb का | आपने इस antimatter के बारे में तो जरूर पढ़ा होगा जो हमारे universe में मौजूद ordinary matter का just opposite part है like fundamental particles जैसे electrons, protons वगेरा के antiparticles |
Mass energy equivalence के according mass को energy में convert किया जा सकता है और यही same apply होता है antimatter bombs में जहां matter और antimatter atoms को combine करने पर काफी ज्यादा energy release होती है क्योंकि इस दौरान 100% mass energy में convert हो जाता है |
1 Gram Antimatter Bomb
Calculations की बात करें तो 1 gram antimatter bomb लगभग 43 kilotons of TNT तक एनर्जी release कर सकता है जो लगभग 18 X 1,00,00,00,00,00,000 joules energy के बराबर है और अगर पृथ्वी को explode यानि उसके टुकड़े करने की बात करें हमें लगभग 1.4 X 10,00,00,00,00,00,00,00,000 grams antimatter की जरुरत पड़ेगी जो बेहद ज्यादा है | पर क्या ये कर पाना संभव है ?
दोस्तों practically ऐसा कर पाना impossible ही है क्योंकि antimatter को produce कर पाना इतना आसान नहीं है और अभी तक scientists , 10 nanogram से भी कम antimatter produce कर पाए हैं |
Interesting बात ये है कि current technology और production rate के हिसाब से हमें हमें 1 kilogram antimatter produce करने में 10 billion years से भी ज्यादा का time लगेगा जो virtually impossible है और किसी planet के टुकड़े करने के लिए इतनी ज्यादा antimatter amount को store करना हमारी reach से बाहर ही है |
इस बात से हम ये Conclusion निकाल सकते हैं कि हम इंसान theoretically हम इन तरीकों से इतनी energy तो produce कर सकते हैं जी किसी planet को explode कर सके.
पर practically पृथ्वी या किसी और दुसरे प्लेनेट को explode करने के लिए current modern technology से हम कोई ऐसा explosion create नहीं कर सकते जो हमारी पृथ्वी के gravitational binding एनर्जी के बराबर हो और उसके टुकड़े कर सके |