आज से पहले मैंने आप लोगों को एक बार हमारे इंसानी पूर्वजों के बारे में बताया है और आप लोगों ने उस लेख को काफी ज्यादा प्यार भी दिया हैं, जिसके लिए मेँ अपने तय दिल से शुक्रगुजार हूँ। परंतु, आप लोग अब ये सोच रहें होंगे की, इतने दिनों बाद मैं क्यों फिर से हमारे पूर्वजों (dragon man hindi) के बारे में बातें कर रहा हूँ। शायद कुछ घटना हुई हो या कोई खास वजह हो! मेरे प्यारे मित्रों, आप लोग बिलकुल सही सोच रहें हैं, हाल ही में कुछ ऐसे सबूतों के बारे में वैज्ञानिकों को पता चला है जो की हमारे वंशजों के इतिहास तक को बदल सकते हैं।
फिर से ज़ोर दे कर कहना चाहूँगा की, हमारे पूर्वजों (dragon man hindi) से जुड़ी ये खोज, एक बहुत ही बड़ी खोज है। क्योंकि, शायद आने वाले समय में ये खोज इंसानों के क्रमागत विकास की धारा को एक अलग ही दिशा दे दे। प्रिय पाठकों! मैं यहाँ पर “सुपर मैन”, “स्पाइडर मैन” नहीं बल्कि “ड्रैगन मैन” की बात कर रहा हूँ। आप लोगों में से ज़्यादातर लोगों के लिए ये शब्द यकीनन नया ही होगा। इसलिए मेरा कर्तव्य बनता है की, आप सभी लोगों को इस नए “ड्रैगन मैन” से अबगत करवाऊँ।
तो, क्या आप इस लेख के जरिये “ड्रैगन मैन” से रूबरू होना चाहेंगे! ठीक हैं, चलिये अब लेख में आगे बढ़ते हुए इससे रूबरू होते हैं।
विषय - सूची
आखिर कौन है ये “ड्रैगन मैन”! – Massive Dragon Man Skull Found In China! :-
इस लेख को पढ़ने के शुरुआत से ही आप लोगों के मन में ये सवाल आ रहा होगा की, आखिर ये ड्रैगन मैन कौन है? (who is dragon man?) इसके अलावा बहुतों के मन में ये बात भी चल रही होगी की, ड्रैगन मैन दिखने में क्या एक “ड्रैगन” के जैसा होगा या नहीं? वाकई में मित्रों! ये सभी सवाल मेरे मन में भी आए थे जब मैंने पहली बार ड्रैगन मैन के विषय में कुछ पढ़ा था।
खैर आप लोगों को बता दूँ की, “ड्रैगन मैन” हकीकत में लुप्त हो चुके इंसानी पूर्वजों में से एक हैं, जिसकी खोपड़ी को चीन के ड्रैगन रिजिन से खोजा गया है”। ड्रैगन रिजिन से इसकी खोज होने के कारण इसका नाम “ड्रैगन मैन” (massive dragon man skull found) पड़ा। अब आप लोगों को पता चल ही चुका होगा की, दिखने में ये कुछ हद तक इंसान की तरह ही दिखता होगा न की एक ड्रैगन के जैसा। इस खोज के बाद वैज्ञानिकों का मानना है कि, ये इंसानों की लुप्त होने वाली एक नई प्रजाति है। आप लोगों की जानकारी के लिए बता दूँ की, अब तक इंसानों की मात्र 3 ही प्रजाति हैं।
परंतु, शायद ये खोज इंसानों की चौथी प्रजाति ही बन जाए। इसलिए मित्रों! मैंने आप लोगों को पहले से ही कह रखा है की, ये खोज कोई आम खोज नहीं है। ये एक बहुत ही बड़ी और ऐतिहासिक खोज है। इस तरह की खोज वाकई में काफी दुर्लभ होती है। इसके लिए हमें हमारे वैज्ञानिकों को भी बधाई देनी चाहिए, जिन्होंने इतने बड़ी खोज को अंजाम दिया है।
कैसे हुई थी इसकी खोज :-
अब लोगों को ये जानने में रुचि होगी की, आखिर “ड्रैगन मैन” (dragon man hindi) की खोज कैसे हुई होगी। तो, मित्रों! आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की, लेख के इस भाग में हम इसी विषय के बारे में ही बातें करेंगे। तो, बात ऐसी है की, चीन के ड्रैगन रिजियन में कन्स्ट्रकशन का काम चल रहा था और तभी “ड्रैगन मैन” का स्कल एक मजदूर को मिला। वैसे वैज्ञानिकों के अनुसार ये खोपड़ी आज से लगभग 1,40,000 साल पुरानी है।
मित्रों! शोध से पता चला है की, ये खोपड़ी एक पुरुष की ही है जैसा की आप इसके नाम से भी जान सकते हैं। इस खोपड़ी का आकार आज की इंसानी खोपड़ी से काफी ज्यादा बड़ा है। इसके अलावा खोपड़ी के अंदर हमें काफी बड़े-बड़े आइ शौकेट और विशाल भौंहें की रिजेस देखने को मिलती हैं। इसके अलावा वैज्ञानिक ये भी अंदाजा लगा रहें हैं की, इस पुरुष की नाक भी काफी ज्यादा बड़ी रही होगी। वैसे ये खोपड़ी एक कुएं के अंदर से खोजी गई हैं, जो की शायद 85 साल पुरानी हैं।
चीन के “ड्रैगन रिवर” रिजियन से खोजी गई इस खोपड़ी को, वैज्ञानिकों ने “Homo Longi” नाम दिया है जो की इसका वैज्ञानिक नाम है। कुछ वैज्ञानिकों का ये भी दावा हैं की, इंसानों का ये प्रजाति हमारे सबसे करीबी पूर्वज हैं। मित्रों! बता दूँ की, इससे पहले “Neanderthals” को आधुनिक इंसानों की सबसे करीबी पूर्वजों के तौर पर देखा जाता था।
खोपड़ी और “ड्रैगन मैन” से जुड़ी कुछ अद्भुत जानकारियां! :-
“ड्रैगन मैन” (dragon man hindi) की खोपड़ी को लेकर आज कल काफी चर्चाएँ चल रहीं हैं। हर कोई इसकी अनूठी विशेषताओं के बारे में बोले ही जा रहा हैं। तो, मित्रों! हम भी करते हैं खोपड़ी के विषय में कुछ डीटैल में बातें। 9 इंच लंबी और 6 इंच चौड़ी इस खोपड़ी के अंदर इतनी जगह है की, इसके अंदर एक आधुनिक इंसान का दिमाग आसानी से आ सकता है। मित्रों! इसके अलावा दिलचस्प बात ये है की, इस खोपड़ी के अंदरूनी हिस्से का आयतन लगभग 1,420 ml तक के इंसानी दिमाग को बहुत ही सरल तरीके से रख सकता है।
खोपड़ी की अवस्था को देख कर शोधकर्ताओं को पता चला हैं की, ये खोपड़ी एक 50 वर्षीय पुरुष की हो सकती है। वैज्ञानिकों को लगता है की, इस खोपड़ी के जरिये हम इंसानों के इवोल्यूशन (Evolution) को और बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। खोपड़ी की अंदरूनी संरचना को अनुध्यान करने पर पता चला की, आज की इंसानी खोपड़ी से इसकी काफी सारे समानताएँ मौजूद हैं। वैसे मित्रों! इस खोपड़ी से जुड़ी और एक बहुत ही रोचक कहानी हैं, जिसे की मेँ अभी आप लोगों को बताऊंगा।
दरअसल इस खोपड़ी को पहली बार साल 1933 में एक चीनी मजदूर के द्वारा ही खोजा गया था। परंतु, उस समय वो चीनी मजदूर एक जापानी के अंतर्गत काम करता था और उसे ये खोपड़ी नहीं देना चाहता था। इसलिए इस खोपड़ी को उसने गुप्त रूप से एक कुएँ के अंदर छुपा दिया, जिससे अन्य किसी को इस खोपड़ी के बारे में जानकारी न मिल पाए। खैर मरने से पहले व्यक्ति ने इस खोपड़ी के बारे में अपने परिवार के सदस्यों को बता दिया, जिसके कारण आज हम इस खोपड़ी के बारे में चर्चा कर पा रहें हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
हमने इस पूरे लेख में “ड्रैगन मैन” (dragon man hindi) से जुड़ी कई सारे बातें जाना। परंतु, लेख के आखिर के हिस्से में मैं आप लोगों को कुछ और बेहतर जानकारी देने का प्रयास करूंगा। शोधकर्ताओं को खोपड़ी में अत्याधुनिक इंसानी खोपड़ी से अलग कई सारे अज्ञात प्रिमिटिव पैटर्न्स मिले हैं, जो की आज तक कभी देखे नहीं गये थे। इसके अलावा वैज्ञानिकों ने खोपड़ी के जरिये 600 अलग-अलग इंसानी गुणों को भी खोजा है, जो की आज के इंसानी गुणों के साथ काफी हद तक मेल खाते हैं।
क्रैनियम और अन्य अवशेषों को कई बार परख कर, आखिर में वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे की, ये “ड्रैगन मैन” अतीत में हमारे पूर्वज कहे जाने वाले “Neanderthal” लोगों के साथ रहता था। क्योंकि, दोनों ही प्रजाति इंसानों की ही हैं। मित्रों! सुनने में काफी अटपटा लगने के बाद भी इस तथ्य को हम नकार नहीं सकते हैं। इसके अलावा अत्याधुनिक इंसानों तथा अन्य इंसानी प्रजातियों की जिस कॉमन एनसेस्टर के बारे में हम बाते कर रहे थे, वो आज से 400,000 सालों पहले नहीं बल्कि 10 लाख साल पहले इस पृथ्वी पर रहा करते थे।
खैर आने वाले समय में होने वाली खोजें, “ड्रैगन मैन” से जुड़ी और रहस्यों को उजागर करेगा। तब तक हमें धैर्य के साथ प्रतीक्षा ही करनी हैं।
Sources :- www.livescience.com, www.nbcnews.com