पिछले साल पूरे विश्व में जीका वायरस की खबर चल रही थी। जीका का सबसे ज्यादा प्रभाव अमेरिकी महाद्वीप के ब्राजील देश में हुआ था, इसकी वजह से साल 2016 ओलम्पिक भी खतरे में आ गये थे।
वैज्ञानिकों ने जानलेवा बीमारी जीका का इलाज ढूंढने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति करते हुए ऐसे सात प्रमुख प्रोटीन की पहचान की है जो संभवत: जीका वायरस को बहुत अधिक घातक बना देते हैं।
पिछले कुछ वर्षों में वैज्ञानिकों ने अपने अनुसंधान के दौरान यह पता लगा लिया है कि इससे स्वास्थ्य से जुड़ी कई खतरनाक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं लेकिन वे इसका पता लगाने में विफल रहे थे कि कौन जीका प्रोटीन नुकसान पहुंचाता है और किस प्रकार नुकसान पहुंचाता है।
अब अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन (यूएम एसओएम) के वैज्ञानिकों ने पहली बार सात प्रमुख प्रोटीन की पहचान की है, जो क्षति के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। यह अध्ययन जीका वायरस जीनोम को लेकर व्यापक दृष्टिकोण पेश करता है।
इस अध्ययन की अगुवाई करने वाले यूएम एसओएम के पैथोलॉजी विभाग के प्रोफेसर रिचर्ड झाओ ने बताया, ‘वायरस का तंत्र वास्तव में किसी रहस्य की तरह था। ये परिणाम हमें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराते हैं कि जीका किस प्रकार कोशिकाओं को प्रभावित करता है। भविष्य के अनुसंधान के लिए निश्चित रूप से हम लोगों के पास अब महत्वपूर्ण सूचनाएं हैं।’ इस अध्ययन का प्रकाशन पीएनएएस जर्नल में हुआ है।