रूस-यूक्रेन (Russia space station threat) की लड़ाई अब अपने चरम सीमा पर है। दुनिया भर में इस लड़ाई ने एक खौफ़ का वातावरण फैला दिया है। इसलिए आज सब की नजर इस लड़ाई पर है। पश्चिमी देशों ने मिल कर रूस पर कई सारे प्रतिबंध लगा दिया हैं, जिससे धीरे-धीरे रूस की अर्थ नीति पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है। चरमराते हुए अर्थनीति के हालातों को देखते हुए रूस की सरकार पश्चिमी देशों को डराने के लिए कई सारे हथकंडे अपना रहीं है। अगर आप किसी भी न्यूज चैनल को अभी ऑन करके देखेंगे तो, आपको इन बातों के बारे में पता चल जाएगा।
खैर इस युद्ध (Russia space station threat) के बारे में मैंने आप लोगों को पहले से ही काफी सारी बातें बता चुका हूँ। तो, अगर आपने मेरे रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़ी लेख को अभी तक नहीं पढ़ा है, तो आप लोगों को अनुरोध करूंगा की आप उस लेख को एक बार जरूर ही पढ़ लें। क्योंकि इससे आप लोगों को युद्ध के पीछे छुपे कारण और इसके घातक नतीजों के बारे में पता चलेगा। मित्रों! मैंने उस लेख में भारत के किरदार के बारे में भी चर्चा की हैं, तो उसको एक बार जरूर पढ़ें।
आज के इस लेख में हम रूस के द्वारा दुनिया को दी गई एक धमकी के बारे में चर्चा करेंगे, जो की भारत के लिए भी एक बहुत ही बड़ा खतरा बन सकता है।
विषय - सूची
रूस गिराने वाला है “ISS” को, भारत के लिए भी है बहुत ही बड़ा खतरा! – Russia Space Station Threat! :-
मित्रों! रूस-यूक्रेन के लड़ाई (Russia space station threat) में हम काफी सारे पहलू और घातक निर्णयों को देख रहें है। दोनों ही पक्षों से कई सारे डरावने बातों को सुन कर आज आम जनता काफी ज्यादा चिंतित हैं। बहरहाल, कुछ दिनों पहले रूस ने एक बहुत ही खतरनाक धमकी दी हैं। जिसके बारे में शायद ही किसी को उम्मीद थी। मास्को से खबर आई है की, रूस अब आने वाले दिनों में “अन्तर्राष्ट्रिय अन्तरिक्ष स्टेशन” (ISS) को मिसाइल से गिराने वाला है। बता दूँ की, ये खबर खुद रूस के अन्तरिक्ष मिशनों के प्रमुख “Dmitry Rogozin” ने दी है। इसलिए आप इसे कोई आम खबर न समझिए।
रूसी अन्तरिक्ष मिशन के प्रमुख ने कहा है की, “अगर पश्चिमी देशों ने लगातार रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाना बंद नहीं किये तो, इसका असर सीधे-सीधे ISS पर पड़ेगा”। उन्होंने ये भी कहा है कि, “रूस की राष्ट्रिय सुरक्षा सर्वोपरि हैंऔर अगर इस पर किसी भी तरह कि आंच आयी तो ये तुरंत ISS को उसकी कक्षा से बाहर निकाल कर धरती पर क्रैश करवा सकता है”। रूसी प्रमुख से इन वार्ताओं को सुनकर अब अमेरिका समेत दुनिया भर के अन्तरिक्ष संस्थाएं बहुत ही ज्यादा डरे हुए है। उनको समझ में ही नहीं आ रहा हे कि, वो करें तो आखिर क्या करें।
बता दूँ कि, ये खबर अमेरिकी राष्ट्रपति “जो बाइडन” के भाषण के बाद ही आई है। जो बाइडन की सरकार ने रूस को दिये जाने वाले सभी उन्नत धरण के तकनीकी निर्यात पर रोक लगा दी है। ध्यान देने वाली बात ये है कि, ये रोक रूस के अन्तरिक्ष मिशनों को तबाह करने के लिए ली गई है। जिससे आजकल रूस काफी ज्यादा खफ़ा है।
रूस ने दी है दुनिया को धमकी! :-
रूसी अन्तरिक्ष प्रमुख के मुताबिक ISS (Russia space station threat) रूस के ऊपर से हो कर नहीं जाता है। इसलिए अगर ये स्पेस स्टेशन धरती पर गिरता भी है तो, इससे रूस की कोई क्षति नहीं होगी। हालांकि! हमें यहाँ याद रखने की जरूरत ये है कि, अगर ये स्पेस स्टेशन धरती पर गिरता है, तो ये अमेरिका, यूरोप और भारत जैसे देशों के ऊपर बहुत ही बड़ा संकट ला सकता है। क्योंकि किसी को पता ही नहीं होगा कि, आखिर ये स्पेस स्टेशन गिरेगा कहाँ। इसलिए भारत को भी इस विषय के बारे में चिंता अवश्य ही करनी चाहिए।
एक रोचक बात ये भी है कि, ISS को नियमित रूप से चालू रखने के लिए एक “रूसी कार्गो डॉक” का इस्तेमाल किया जाता हैं। इस डॉक में लगे रॉकेट थ्रस्ट के कारण स्पेस स्टेशन नियमित रूप से अपने ऊंचाई को सही तरीके से बरक़रार रख सकता हैं। जिससे ISS अच्छे तरीके से स्पेस में रह पाता हैं। तो, सोचिए अगर रूस कि सरकार ने इस कार्गो डॉक को ISS से अलग कर दिया तो; अंजाम क्या हो सकता हैं। पूरी कि पूरी ISS सीधे आ कर जमीन पर ही गिर जाएगी। इससे धरती पर काफी ज्यादा नुकसान भी हो जाएगा।
हालांकि! रूसी स्पेस प्रमुख के मुताबिक, आज के हालातों को देखते हुए वे ISS को अमेरिका या यूरोपीय देशों के ऊपर गिराने कि धमकी भी दे चुके हैं। ये ही वजह हैं कि, आज पूरी दुनिया इस खबर से काफी ज्यादा विचलित भी हो गई हैं। मित्रों! ये धमकी जो हैं ये कोई आम धमकी नहीं हैं और हमें इस विषय को जरा गंभीरता से लेना होगा।
भारत पर ISS गिरेगा तो क्या होगा? :-
मित्रों! ISS (Russia space station threat) का वजन लगभग 500 टन तक है। तो आप खुद सोचिए कि, अगर ये पृथ्वी के किसी भी जगह पर गिरेगा तो इसका अंजाम कितना खतरनाक होगा। दोस्तों, जैसे ही ISS पृथ्वी कि और गिरने लगेगा, तब पृथ्वी का वायुमंडल घर्षण बल से इसके कई सारे कल-पुर्जों को आसमान में ही खाक कर देगा। परंतु पूरे तरीके से ISS वायुमंडल में खाक नहीं हो सकता है। ये पृथ्वी कि सतह कि और 10,000 kph से 2,500 kph के रफ्तार से आगे बढ़ेगा।
तो जब कोई 500 टन वजनी वस्तु इतने तेजी से पृथ्वी कि सतह पर टकराएगा, तब विनाश होना अनिवार्य है। दिल्ली, मुंबई या कोलकाता जैसे घने आबादी वाले नगरों पर अगर ये ISS गिरता हैं, तब सैकड़ों कि संख्या में घर-इमारत तबाह हो जाएंगे। साथ ही साथ हजारों की संख्या में लोग भी इससे मरेंगे और शायद कई हजारों में जख्मी भी हो जाएंगे।
हमें यहाँ ये नहीं भूलना चाहिए कि, रूस अगर जान बुझ कर ISS को गिरा देता है, तब किसी भी देश में ये स्पेस स्टेशन भारी तबाही ला सकता है। इसके अलावा अगर धरती पर गिरते वक़्त इसके कई सौ टुकड़े हो जाते हैं, तब तबाही कि कोई सीमा ही नहीं रहेगी। एक बहुत ही बड़े क्षेत्र में लाखों कि संख्या में लोग इस दुर्घटना के चपेट में आ सकते हैं।
ISS को गिराने का वीडियो हो रहा है वायरल, क्या सच में रूस ने ISS को गिरा दिया? :-
अभी के समय में एक विडियो बहुत ही ज्यादा वायरल हो रहा है। जब से अमेरिका ने कड़े प्रतिबंध रूस के ऊपर लगाना शुरू करा है, तभी से ही हर एक प्रतिबंध का जवाब रूस ने काफी चालाकी और दम के साथ दिया है। रूस के ISS (Russia space station threat) को गिराने कि धमकी, अब एक और स्टेज पर पहुँच चुकी है। आज जहां पूरी दुनिया रूस कि कड़ी निंदा कर रही है, वहीं दूसरी और रूसी राष्ट्रपति के दिमाग में कुछ और ही खिचड़ी पक रहीं है।
रूसी सरकार कि और से एक विडियो वायरल हुआ है। इस विडियो में हम रूसी स्पेस वैज्ञानिकों को ISS से रूसी मॉड्यूल को अलग करते हुए देख रहें है। विडियो लगभग डेढ़ मिनट का है और इस विडियो में आप साफ-साफ देख सकते हैं कि, रूसी वैज्ञानिकों ने लगभग ISS से अपने मॉड्यूल को निकाल ही लिया है। ऐसे में ये विडियो लोगों के अंदर एक अलग कि तरह का डर बैठा दिया है।
मित्रों! अगर ये युद्ध ऐसे ही चलता रहा, तब आने वाले समय में हमें वाकई में काफी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती हैं। इसलिए युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करना जरूरी हैं। क्योंकि न बल्कि इसमें लाखों-करड़ों रुपयों कि बर्बादी हो रहीं है, परंतु कई बेकसूर लोग मारे भी जा रहें हैं।