काफी प्राचीन समय से इंसान को कई चीज़ें अपनी और आकर्षित करती आ रही हैं। बता दूँ की; इन चीजों में अंतरिक्ष, परग्रही जीवन और गणित आदि शामिल हैं। जी हाँ! आप लोगों ने सही सुना, इस सूची में गणित (Ramanujan machine uncovers hidden) भी मौजूद हैं। क्योंकि, गणित जैसा रोचक विषय शायद ही कोई दूसरा होगा। हम आज जिस स्तर पर हैं वो बिना गणित के कभी संभव ही नहीं हो सकता था। क्योंकि विज्ञान और गणित एक-दूसरे के परी पूरक हैं। एक विषय के बिना दूसरा विषय कभी पूरा ही नहीं हो सकता हैं। इसलिए विज्ञान के विकास के लिए गणित को भी काफी विकसित होना पड़ेगा।
अब आप लोग सोच रहें होंगे की, आखिर आज मेँ भला गणित (Ramanujan machine uncovers hidden) की इतनी तारीफ क्यों कर रहा हूँ। कुछ न कुछ कारण अवश्य ही रहा होगा न! हाँ, एक कारण अवश्य ही हैं और वो कारण हैं एक आर्टीफिसीयल इंटेलिजेंस मशीन जिसका नाम “Ramanujan Machine” है। मित्रों! इस मशीन ने वर्तमान के समय में गणित विषय में काफी ज्यादा खोज करने के लिए तैयार हो रहा हैं और वैज्ञानिकों का अनुमान हैं की, आने वाले समय में ये गणित के बहुत ही जटिल व छुपे तथ्यों को भी उजागर कर सकेगा। इसके अलावा मूल रूप से ये मशीन एक एल्गॉरिथ्म ही हैं।
तो, चलिये आज के लेख में इसी रामानुजन मशीन के ऊपर ही कुछ चर्चा कर लेते हैं और आखिर कैसे ये गणित में अभूतपूर्व खोजें कर सकता हैं उसके बारे में भी कुछ जान लेते हैं।
रामानुजन मशीन उजागर करेगा गणित के कई रहस्यों को! – Ramanujan Machine Uncovers Hidden Patterns In Number :-
आज तक गणित (Ramanujan machine uncovers hidden) के जटिल सिद्धांतों को सिर्फ गणितज्ञ ही अपने बुद्धि-कौशल से सॉल्व करते आ रहें थे। परंतु जैसा की आप जानते हैं, इंसानी दिमाग के कई सारे खामियाँ व अपनी एक सीमा हैं। इसलिए वैज्ञानिक कई समय से ऐसे एक यंत्र को तलाश रहे थे जो की स्वतः गणित के काफी गुप्त व जटिल तथ्यों को सॉल्व कर ले या नए-नए सिद्धांतों को हमारे सामने प्रस्तुत करे। खैर वैज्ञानिकों की तलाश रामानुजन मशीन की खोज से ही पूरी हो चुकी हैं।
ये मशीन अलगोरिथ्म्स को इस्तेमाल कर के गणित के ऐसे-ऐसे नतीजों को निकलता हैं जिसको अभी भी पुष्टिकारण करना बाकी हैं, हालांकि! मशीन के द्वारा निकाले गए सारे के सारे नतीजे सही हैं। मित्रों! ये मशीन गणित में इस्तेमाल होने वाले “Conjectures” के आधार पर गणित के बड़े-बड़े थियोरम्स को आसानी से सुलझा सकता हैं। खैर बता दु की, ये मशीन जिस अलगोरिथ्म्स के ऊपर काम करता हैं उसका नाम 18 वीं शताब्दी के विख्यात गणितज्ञ “श्रीनिवास रामानुजन” के नाम के अनुसार ही दिया गया हैं।
1887 में जन्में रामानुजन अपने पूरी जीवन काल में गणित के ऐसे-ऐसे समीकरणों को दे कर चले गए जिसको की आज भी कोई सॉल्व नहीं कर पाया हैं। रामानुजन को बचपन से ही गणित और अंकों से काफी गहन लगाव था, उनको अंकों के अंदर ऐसे छुपे पेटेर्न्स देखने को मिलते थे जिसको की कोई और देख नहीं पाता था। इसलिए इस मशीन का नाम भी रामानुजन नाम के अनुसार “रामानुजन मशीन” पड़ा। मित्रों! ये हर एक भारतीय के लिए काफी गर्व की बात हैं।
आखिर ये मशीन काम कैसे करता हैं ? :-
मित्रों! आमतौर पर हर एक आर्टीफिसियल इंटेलिजन्स मशीन का काम करने का ढंग एक समान ही होता हैं, यानी मौलिक तौर पर ये मशिने एक ही तरह की होती हैं। अगर हम यहाँ रामानुजन मशीन (Ramanujan machine uncovers hidden) की बात करें तो, ये मशीन गणित के एक बहुत ही बड़े डेटा पूल से अंकों में छुपी उन बारीक पेटर्न्स को खोज सकता हैं; जिसको की एक इंसानी दिमाग शायद ही कभी खोज पाये। इसके अलावा ये मशीन बहुत ही कम प्रोग्रामिंग में स्वतः चल सकता है और इसे लगातार मॉनिटरिंग की जरूरत भी नहीं होती हैं।
इसके अलावा कुछ वैज्ञानिकों ने Conjectures के जरिये गणित के थियोरम्स को भी सिद्ध करने की कोशिश करी तो ये मशीन उन थियोरम्स को भी आसानी से प्रूव करने में सक्षम रहा। मित्रों! बता दूँ की, इस प्रोसेस को “Automated Theorem Proving” कहा जाता हैं। हालांकि! रामानुजन मशीन का पहला लक्ष्य अलगोरिथ्म्स के जरिये गणित में छुपे “Conjectures” को ढूँढने का था। परंतु मशीन ने इससे भी बेहतर काम करके दिखाया है, जो की थियोरम्स को प्रूव करने का हैं।
इस मशीन को इस्तेमाल कर के सबसे पहले “Fermat’s के लास्ट Theorem” को प्रूव किया गया था। ये थियोरम काफी जटिल था और इसमें अंकों से जुड़ी एक काफी बड़ा प्रवाद था जिसको की जितनी जल्दी सॉल्व किया जा सके उतना ही अच्छा था। वैसे इस थियोरम को प्रूव करने के लिए वैज्ञानिकों ने कई सारे समीकरणों को इस्तेमाल किया था, जो की गणित के यूनिवर्सल कोंस्टंट पर आधारित था।
ऐसे सॉल्व हुआ ये समीकरण! :-
तो, वैज्ञानिकों ने जब थियोरम को सुलझा ने के लिए रामानुजन मशीन (Ramanujan machine uncovers hidden) को इस्तेमाल करने लगे, तो उन्होंने सबसे पहले वृत्त के परिधि और इसके व्यास के मौजूद अनुपात के कोंस्टंट को इस्तेमाल करने का सोचा। बता दूँ की, गणित में ये कोंस्टंट काफी ज्यादा मौलिक हैं और ये कई जगहों पर इस्तेमाल किया जाता हैं जो की “Pi” से भी ज्यादा कॉमन हैं। मित्रों! ये कोंस्टंट अन्य कोंस्टंट से इसलिए भी खास हैं क्योंकि ये यूनीवर्सल भी हैं।
इसके अलावा मशीन बहुत सारे समीकरणों को एक ही साथ विश्लेषण करके उनके अंदर मौजूद अंकों को काफी महीन तरीके से जांचता हैं, ताकि अंकों में छुपे गुप्त पैटर्न को पता लगा सके; ऐसे में पैटर्न का पता लगाते-लगाते मशीन ने कई बार काफी बेहतर-बेहतर फॉर्मूलाओं को ढूंढ चुका हैं। मित्रों! इन फार्मूलाओं को आधार कर के हम कई अन्य थियोरम को भी सॉल्व कर सकते हैं। तो, अब आप ही सोच लीजिये की ये मशीन हमारे लिए कितनी ज्यादा महत्वपूर्ण है।
मशीन जब भी अंकों में छुपी पैटर्न को ढूंढ रहा होता हैं, तब वो प्रारंभिक अवस्था में सीमित अंकों के सीरीज को जाँचता हैं (5 से 10)। अगर मशीन को इन अंकों की सीरीज में कुछ भी गुप्त पैटर्न नजर आता हैं तब वो और अधिक अंकों को जाँचने लगता हैं। इस तरह धीरे-धीरे कर के मशीन काफी ज्यादा अंकों को जाँचना शुरू कर देता हैं। वैसे अंकों को जाँचने का ये प्रणाली ऐसे ही एक चक्र की तरह धीरे-धीरे आगे बढ़ता ही रहता हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
पूरी दुनिया में वैज्ञानिकों ने रामानुजन मशीन (Ramanujan machine uncovers hidden) के काम करने के ढंग को काफी ज्यादा प्रशंसा किया हैं। गणितज्ञों का कहना हैं की, आने वाले समय में ये मशीन गणित करने के ढंग को भी पूरे तरीके से बदल देगा। खैर अब तक इस मशीन के जरिये गणितज्ञों ने Catalan’s Constant के बारे में काफी जानकारी जूटा लिया हैं। बता दूँ की, ये कोंस्टंट 600,000 अंकों से बना एक कोंस्टंट हैं। हालांकि! अब तक गणितज्ञों को ये नहीं पता चला हैं की, Catalan’s Constant वास्तव है या अवास्तव।
फिर कुछ गणितज्ञ ये भी कहते हैं की, रामानुजन मशीन को और भी विकसित किया जाना बाकी हैं; क्योंकि अभी भी इसको अपने पूरे क्षमता में इस्तेमाल किया नहीं जा सका हैं। इसलिए भविष्य में इस मशीन से बनने वाली सिद्धांत गणित और भौतिक-विज्ञान दोनों ही क्षेत्रों में क्रांति ला सकती हैं। इसके अलावा हमें आर्टीफिसीयल इंटेलिजन्स और कम्प्युटर के बारे में काफी कुछ जानने को मिल सकता हैं। जिससे आगे पीढ़ी के कम्प्युटर को और भी ज्यादा सक्षम और आधुनिक बनाया जा सके।
मित्रों! अगर आप सोच रहें हैं की, गणित के थियोरम सुलझाने वाला ये मशीन आखिर इतना क्यों जरूरी हैं तो सुनिए; आज हम जिन भी अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक उपकरणों को उपयोग में ला रहें हैं वो सभी की सभी चीज़ें भौतिक-विज्ञान के आधार पर ही बनाए गए हैं और जब ये मशीन नए व बेहतर समीकरणों को हमें देगा तब सीधे तरीके से ये इंसानों के जीवन शैली के ऊपर प्रभाव डालेगा। जिससे हमारे जीवन जीने का स्तर और भी ज्यादा बेहतर बन जाएगा। वैसे आप इस मशीन के बारे में और जानकारी RamanujanMachine.com पर जा कर देख सकते हैं।
Sources :- www.livescience.com.