दोस्तों ! हम सभी को दर्द या तकलीफ में रहना बिलकुल भी पसंद नहीं है | हम इससे हमेशा दूर ही रहना छाते हैं और बेवजह खुद को तकलीफ से बचाने की कोशिश भी करते हैं | पर इन सबके बावजूद भी आम जिन्दगी में किसी काम जैसे कि घरेलु या निर्माण करते समय हमें चोट लग ही जाती है |
अक्सर छोटो मोटी चोटों को तो हम सभी संभाल लेते हैं और उसका इलाज भी घरेलु तौर तरीकों से कर लेते हैं | पर यदि हमें चोट किसी खतरनाक वस्तु जैसे कि कोई धातु या लोहे जैसे कि कील से लग जाए या फिर कोई पूरी कील ही हमारे पैर में घुस जाए , तो परिणाम बुरे भी हो सकते हैं और हमें जल्द से जल्द डॉक्टर के पास भी जाना पड़ सकता है |
बहराल ये तो आम चीज है | पर सोचने वाली बात तो ये है कि आखिर क्या वजह है कि जब हमारे पैर में कील घुसती है तो हमें डॉक्टर या कोई ख़ास इलाज करना पड़ता है और असलियत में हमारे शरीर में होता क्या है जब कील हमारे पैर में घुस जाती है !
किसी और शरीर के अंग में कोई metal या लोहे की चीज से खरोंच या जख्म लग जाता है या फिर जंग लगी हुई कील गलती से घुस जाती है तो आपका ध्यान सीधा tetanus infection पर ही जाता है | पैर में कील घुसने की बात करें, तो इसके द्वारा लगने वाले जख्म को puncture wound कहा जाता है , जो अक्सर वो जख्म होते हैं जो हमें किसी पैनी या नुकीली वस्तु के हमारे शरीर में घुसने की वजह से होते हैं |
इन जख्मों के दौरान आमतौर पर ज्यादा मात्रा में खून नहीं बहता और जख्म के आस पास का हिस्सा लाल और थोड़ा गर्म हो जाता है | दोस्तों ! जरूरी बात तो ये है कि इन puncture wounds का treatment आमतौर पर लगने वाले skin cuts या खुले जख्मों से बिलकुल अलग होता है क्योंकि puncture wounds में , इन आम चोटों के मुकाबले serious infection होने का खतरा काफी ज्यादा रहता है क्योंकि इस दौरान bacteria , pathogens का प्रवेश सीधे हमारे शरीर के अन्दर होता है जहां वो हमारे body tissues को आसानी से नष्ट कर सकते हैं |
पर अब सवाल आता है कि जब कोई नुकीली धातु जैसे कील , अगर हमारे पैर में घुस जाती है तो tetanus infection ही क्यों होता है और इस infection के क्या कोई खतरनाक परिणाम भी हो सकते हैं ?
दरअसल , tetanus एक serious bacterial infection होता है जो puncture wounds के दौरान हमारे शरीर में प्रवेश करता है | इस tetanus infection का मुख्य कारण होता है Clostridium tetani नामक bacteria जो puncture wound या कील के घुसने की वजह से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता है |
ये Clostridium tetani bacteria , आमतौर पर हर जगह मौजूद होते हैं पर ज्यादातर ये मिटटी , धुल , animal intestine , rust यानी जंग , इंसानों और जानवरों के मल में पाए जाते हैं और कील की बात की जाए तो ये वहाँ भी मौजूद होते हैं | वैसे तो ये bacteria निष्क्रिय होते हैं क्योंकि ये एक तरह के anaerobic bacteria होते हैं जो oxygen की मौजूदगी में जिन्दा नहीं रह पाते | पर ख़ास बात ये है कि इनके बीजाणु , कई परिस्थितयों में जिन्दा रह सकते हैं और यही हमारी समस्या बन जाते हैं |
बाहरी चोटों पर अगर ये बीजाणु मौजूद भी हों तो भी वहाँ oxygen की वजह से ये निष्क्रिय ही रहते हैं , पर puncture wounds की बात करें तो जैसे ही ये बीजाणु हमारे शरीर में घुसते हैं तो oxygen की कमी में ये काफी सक्रीय हो जाते हैं और ये condition, इनके लिए काफी उपयुक्त साबित जहां ये कई मात्रा में बढ़ने लगते हैं |
Tetanus के लिए ये bacteria हमारे शरीर में Tetanospasmin नामक Exotoxin छोड़तेहैं जो हमारे nerve cells से जुड़ जाते हैं और इस वजह से Neurotransmitters हमारे शरीर में flow करना बंद कर देते हैं जिसका सीधा प्रभाव हमारी spinal cord और muscles पर पड़ता है |
इसके अलावा इसके बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप नीचे वाला वीडियो जरूर देखें !