जो भी इंसान इस दुनिया मे जन्म लेता है वो सफल होना चाहता है। लेकिन जीवन मे सफल होना क्या इतना ही आसान है? सफलता पाने के लिए इंसान को कड़ी मेहनत और अटल दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है। जिसके दम पर ही इंसान सफलता के मार्ग में आने वाली कठिनाइयों का सामना करता है और अपनी मंज़िल को हासिल कर पाता है। जिस व्यक्ति के पास दृढ़ संकल्प और आत्म विश्वास नही है वो सफलता प्राप्त नही कर पाता है और बीच रास्ते में ही समस्याओं से घबराकर हार मान लेता है।
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क्या सिर्फ पैसे कमाने से ही सफलता मिलती है?
अधिकतर लोग मानते हैं कि जिसके पास पैसा है केवल वही इन्सान अपने जीवन मे सफल है। क्या पैसा होने से जीवन मे व्यक्ति को सफलता मिल जाती है? परंतु ये सौ प्रतिशत सच नही है। सफलता तो वो हर छोटी से छोटी चीज़ होती है जिसे एक व्यक्ति अपने जीवन पाने चाहता है। उदाहरण के तौर पर, जब आप कार खरीदना चाहता है और आप कड़ी मेहनत करके अपने पैसो से कार खरीद लेते है तो इसे आपकी सफलता ही कहा जाएगा या फिर आप किसी को सफल बनाना चाहता है और आपने कड़ी मेहनत करके उस व्यक्ति को सफल बना दिया तो भी आपको सफल कहा जाएगा।
इससे एक चीज़ तो हम समझ सकते हैं कि यदि आप दूसरों को सफल बनाते है तो आप भी अपने जीवन मे सफल कहलायेंगे।
सफलता मिलने के बाद का सुख।
जब कोई व्यक्ति कड़ी मेहनत करके अपने जीवन मे सफल हो जाता है तब उस सफलता का आनंद उस व्यक्ति को प्राप्त होता है और ये आनंद जीवन के अन्य सुखों से परे होता है जिसका अनुभव उसे बार बार होता है।
क्या सफलता उम्र देख कर आती है?
हम अपने आस-पास या दुनिया मे अगर नजऱ घुमा कर देखते हैं तो हमे हमेशा कोई बड़ा व्यक्ति ही दिखता है जो अपने जीवन मे सफ़ल होता है।
क्या सफलता पाने के लिए आपकी उम्र का 20 वर्ष से अधिक होना जरूरी है?
जी नही, सफलता कभी उम्र देख कर नही आती। चौंकिये मत, ये सच है कि सफलता कभी उम्र देख कर नही आती। हम आपके सामने एक ऐसा उदाहरण देंगे कि आप खुद हैरान रह जाएंगे कि सफल होने के लिए कोई उम्र नही होती।
ये कहानी है एक व्यक्ति की जिसका नाम है तन्मय बक्शी। जिन्हें बचपन से ही कंप्यूटर्स में रुचि थी। वो कंप्यूटर्स में देखते की ये कैसे चलता है इसमें गेम कैसे आती है इन्ही सब जिज्ञासाओं ने तन्मय को कंप्यूटर के साथ जोड़े रखा । उनके पिता एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। पांच वर्ष की उम्र से ही तन्मय ने कंप्यूटर की विभिन्न भाषाओँ का ज्ञान लेना शुरू कर दिया।
सात वर्ष की उम्र में इन्होंने अपना यू ट्यूब चैनल बनाया जहां पर कोडिंग और वेब डेवलपमेंट सिखाने की वीडियो पोस्ट की। नौ वर्ष की उम्र में इन्होंने अपना पहला एप्प बनाया और इतने निपुण हो गए कि IBM कंपनी में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस सलाहकार बन गए। इन्होंने काफी सारे ऍप्स बनाये और किताबें भी लिखी।
इन्होंने न्यूजीलैंड, ऑस्टेलिया, फिनलैंड और डेनमार्क जैसे देशों में IBM Watson की समिट में भाषण भी दिए। जिससे इनकी सफलता का आंकलन किया जा सकता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि तन्मय अभी मात्र 14 वर्ष के है और इतनी कम उम्र में इन्होंने सफलता का वो मुकाम हासिल कर लिया है जिसे पाने के लिए लोग वर्षों बिता देते है।
– कड़ी मेहनत के बाद भी लोगों को सफलता क्यों नहीं मिलती? जानिए इसका रहस्य