Nuclear Fusion या नाभिकीय संलयन एक प्रकार की वह प्रक्रिया है जिसमें दो नाभिक (Nucleus) एक साथ टकराकर या संयुक्त होकर एक भारी नाभिक को पैदा करते हैं तो इस प्रक्रिया को नाभिकीय संलयन कहते हैं। इस प्रक्रिया को पृथ्वी पर एक लघु पैमाने पर भी अपनाने पर एक साफ़सुथरी, सस्ती तथा अनंत ऊर्जा का स्रोत मिल जायेगा।
यह उर्जा का स्रोत है जिससे हमें बेहद साफ उर्जा कई वर्षों तक आसानी से मिल सकती है, पर ये प्रक्रिया पढ़ने में जितनी आसान है वास्तव में प्रयोग करते समय बेहद ही जटिल है।
इस प्रक्रिया मे एक न्युट्रान को तेज गति से किसी रेडीयो सक्रिय नाभिक सामान्यत: युरेनियम 235 से टकराया जाता है। इसमे लक्षित नाभिक छोटे नाभिको मे टूट जाता है और अत्यंत अधिक मात्रा मे ऊर्जा मुक्त होती है। परमाणु बम भी इसी सिद्धांत पर कार्य करता है।
इस प्रिकिया का फायदा इसलिए है क्योंकि इसका प्राथमिक इंधन ड्युटेरियम है जिसे जल से आसानी से प्राप्त किया जा सकता है , ड्युटेरियम-ट्रिटियम द्वारा समान मात्रा मे जीवाश्म इंधन से एक करोड़ गुणा अधिक ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है।
नाभिकिय संलयन से लंबे समय के लिये ऊर्जा प्राप्त कर सकते है जिससे ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जित नही होती है। केवल हिलियम ही अपशिष्ट के रूप मे उत्सर्जित होती है जोकि हानिकारक नही है।
आईये अब एक वीडियो देखते हैं जिसमें हाइ स्पीड पर आपको इस प्रक्रिया की फुटेज दिखेगी और आप देख पायेंगे कि यह साक्षात कैसी दिखती है और किस तरह उर्जा इसमें से निकलती है, यह वीडियो Compass Tokamak के अंदर ली गई है जो कि Institute of Plasma Physics IPP का एक केंद्र है।