
अमेरिकी अंतरिक्ष ऐजेंसी नासा अगले महीने मंगल ग्रह (MARS) पर एक नया अंतरिक्ष यान भेज रहा है जो लालग्रह की अंदरूनी संरचना का गहराई से अध्ययन कर यह पता लगाएगा कि किस तरह से चट्टानी ग्रह और उनके चंद्रमाओं का निर्माण होता है। नासा ने कहा कि यह पहली बार है जब अंतरिक्ष यान को अमेरिका के पश्चिमी तट से प्रक्षेपित किया जाएगा।
अमेरिका के अधिकतर इंटरप्लैनिटरी मिशन फ्लॉरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर (केएससी ) से उड़ान भरते हैं। जो कि देश के पूर्वी तट पर स्थित है। 5 मई को वॉन्डनबर्ग एयरफोर्स बेस से पहला ऐतिहासिक इंटरप्लैनिटरी मिशन लॉन्च होगा।
इस 57.3 मीटर लंबे यूनाइटेड लॉन्च अलाइंस ऐटलस 5 रॉकेट में नासा के सीस्मिक इन्वेस्टिगेशन्स का इस्तेमाल करते हुये इंटीरियर एक्सप्लोरेशन , जियोडसी तथा हीट ट्रॉन्सपोर्ट (इनसाइट) लैंडर होंगे जो मंगल के उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित एलेसियम प्लेनीशिया क्षेत्र की निगरानी करेगा।
इनसाइट लैंडर मंगल की अंदरूनी संरचना का अध्ययन कर यह पता लगाएगा कि किस प्रकार से पृथ्वी तथा चंद्रमा सहित चट्टानी ग्रहों का निर्माण हुआ।
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वैज्ञानिकों को इस यान की मदद से मंगल ग्रह के कई राज जानने को मिलेंगे जिससे वह लाल ग्रह के कई रहस्यों को सुलझा सकेंगे। पृथ्वी और मंगल में क्या अंतर है वैज्ञानिक इस बात को पता लगाने का भी प्रयास करेंगे।