पृथ्वी पर इन्सानों को सबसे श्रेष्ठ जीव कहा गया है। इन्सान दूसरे जीवों से विपरीत किसी भी चीज़ को समझ व उसके बारे में सोच सकता हैं। इसलिए कई बार इंसान को इस धरती का सबसे स्मार्ट जीव भी कहा गया है। हालांकि! इसमें कोई दो-राह नहीं है कि, आज के समय में इन्सानों से ज्यादा विकसित और शक्तिशाली जीव यहाँ मौजूद नहीं हैं। परंतु एक बात शायद आप लोगों को कुछ समय तक सोचने में मजबूर कर देगी कि, क्या असल में इंसान ही सबसे ज्यादा विकसित (Mammals are More Evolved Than Humans) जीव हैं! क्या हमसे और कोई जीव ज्यादा उन्नत नहीं है?
मित्रों! आप लोगों ने बचपन से ही जाना है कि, इंसान ही इवोल्यूशन में सबसे आगे हैं। कहने का मतलब ये है कि, इंसान के सामने कोई भी दूसरा जीव (Mammals are More Evolved Than Humans) आसपास भी भटकता नहीं है। परंतु अगर मैं आप लोगों से कहूँ कि, ये बात पूरे तरीके से सच नहीं है! तो, क्या आप मेरे बातों को सच मानेंगे? जी हाँ! मित्रों आप लोगों ने बिलकुल सही सुना है, मैं यहाँ इन्सानों से भी ज्यादा विकसित जीवों के बारे में बात कर रहा हूँ, जो की इसी धरती पर ही रहता है।
तो, क्या आप भी मेरे तरह उन जीवों के बारे में जानने के लिए उत्साहित हैं? जरूर ही होंगे! तो इस लेख में मेरे साथ बने रहिए और उस बेहद ही खास जानवर के बारे में जानते रहिए।
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धरती का ये जीव है इन्सानों से ज्यादा विकसित! – Mammals are More Evolved Than Humans! :-
मित्रों! लेख के इस भाग में हम उसी खास जीव (Mammals are More Evolved Than Humans) के बारे में चर्चा करेंगे, जिसके बारे में मैं इतना ज्यादा उत्साहित हूँ। “कंगारूओं” का नाम कभी आप लोगों ने सुना हैं? हाँ! मेँ उन्हीं ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले उछलते-कूदते हुये जीवों के बारे में ही बात कर रहा हूँ। वैज्ञानिकों के हिसाब से कंगारू और अन्य कुछ “Masupials” इन्सानों से भी ज्यादा विकसित हैं और ये अन्य जीवों के मुक़ाबले काफी ज्यादा स्मार्ट भी रहते हैं। एक सर्वे से पता चलता है कि, इन जीवों का इवोल्यूशन हम जितना सोच रहे थे, उससे कई अधिक हैं।
कंगारू जैसे जानवर, माने “Koalas” आदि जीवों के अंदर इवोल्यूशन काफी तेजी से और ज्यादा हुआ है। जिसके बारे में आज वैज्ञानिकों को पता चल रहा है। इसके अलावा मेँ आप लोगों को बता दूँ कि, ये जीव हम इन्सानों से काफी ज्यादा जुड़े हुए हैं। दरअसल बात ये है कि, स्तनपायी जीवों और अंडे देने वाले जीवों के अंदर कंगारू और कोआला जैसे जीव एक गहरे संबंध को स्थापित करते हैं। जिसे कहा जा रहा है कि, इसके कारण ही मानव आज इतना उन्नत और विकसित हो पाया है।
क्योंकि इन्हीं जीवों से ही हमारा ऑरिजिन जुड़ा हुआ है। विज्ञान कहता है कि, मर्सुपियाल और स्तनपायी जीव एक ही कॉमन पूर्वज से ही विकसित हुए है, जो की आज से लगभग 16 करोड़ साल पहले इस धरती पर रहता था। हालांकि! कुछ वैज्ञानिक ये भी कहते हैं कि, उसी समय से ही इन जीवों के अंदर इवोल्यूशन शुरू हो गया था।
वैज्ञानिकों को आखिर कैसे पता चला ये जीव हो सकते हैं स्मार्ट? :-
वैज्ञानिकों ने जब स्तनपायी प्राणीओं और मर्सुपियल्स के दिमाग को अच्छे से स्केन किया, तब दोनों के ही दिमाग के अंदर एक खास और कॉमन पैटर्न को पाया गया। कुछ वैज्ञानिक ये भी कहते हैं कि, इवोल्यूशन के समय से ही, इन जीवों और स्तनपायी प्राणीओं के दिमाग में होने वाले बदलावों को एक समान पैटर्न में विश्लेषित किया जा सकता है। इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि, आज इन्सानों के दिमाग में जीव इवोल्यूशन के पैटर्न को देखा जा सकता है, लगभग उसी पैटर्न से मिलता-जुलता पैटर्न मर्सुपियल्स में भी देखा जा सकता है।
हालांकि! कुछ क्षेत्रों में वैज्ञानिकों को ये भी लगता है कि, इन मर्सुपियल्स वाले जानवरों में इन्सानों से भी ज्यादा इवोल्यूशन को देखा गया है। तो, मित्रों! हम ये भी कह सकते हैं कि, कंगारू जैसे जीव शायद हम इन्सानों से इवोल्यूशन के दृष्टिकोण से ज्यादा विकसित हो सकते हैं। इसके अलावा मैं आप लोगों को बता दूँ कि, कुछ वैज्ञानिक इस बात का पूरे तरीके से खंडन भी कर रहें हैं। उनका मानना ये है कि, किसी भी रूप में कंगारू जैसे जीव और इन्सानों कि तुलना एक दूसरे से नहीं कि जा सकती है।
क्योंकि उनके हिसाब से मर्सुपियल्स की इवोल्यूशन हिस्टोरी हम इन्सानों की इवोल्यूशन हिस्टोरी से काफी ज्यादा अलग-थलग रहा है। उनके इवोल्यूशन टाइम-लाइन में कई बड़े-बड़े चढ़ाव व उतराब को देखा गया है। इसलिए वो इन्सानों के तुलना में आधा भी विकसित नहीं हो सकते हैं। मित्रों, आप लोगों को इसके बारे में क्या लगता हैं; कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा।
आखिर कैसे अलग-अलग है इंसान और बाकी जीव! :-
अगर आप लोगों ने कभी गौर से देखा होगा तो, आप लोगों को पता होगा कि; इंसान का बच्चा अपने बचपन में काफी ज्यादा कमजोर और दूसरे के ऊपर निर्भर रहता हैं। वहीं दूसरे तरफ ज़ेब्रा जैसे जीवों के बच्चे अपने जन्म के कुछ घंटों बाद ही दौड़ने लगते हैं। हालांकि! ये बात सच हैं कि, मर्सुपियल्स की कोई भी इंसानी बच्चा इममेच्योर नहीं होता हैं। मर्सुपियल्स जीवों के अंदर बच्चे काफी ज्यादा इममेच्योर होते हैं और वो सब अपने फिटस वाले अवस्था में अपने माँ के पेट से निकल कर उनके पाउच (माँ के) में जाते हैं।
ऐसे में इन जीवों (Mammals are More Evolved Than Humans) को हम कैसे इन्सानों से ज्यादा बेहतर कह सकते हैं, ये बात आज भी विवादों से घिरा हुआ हैं। मित्रों! और एक बात ध्यान देने वाली ये भी हैं कि, मर्सुपियल्स जीवों के अंदर जन्म से शिशु के विकसित होने की प्रक्रिया हम इन्सानों से काफी ज्यादा अलग हैं। इसलिए आज भी इसके ऊपर कई सारे वैज्ञानिक काम कर रहें हैं। कुछ वैज्ञानिकों ने 165 से ज्यादा स्तनपायी जीवों के खोपडियों को 3D इमेज के जरिये देखा हैं, जो की जीवों के बचपन से वयस्क होने तक का हैं।
इसके बाद वैज्ञानिक प्रत्येक खोपड़ी में होने वाले लगातार बदलावों को काफी गहराई से विश्लेषित कर रहें हैं। इसमें वो लोग खोपड़ी के आकार और अलग-अलग प्रजातियों में होने वाले बदलावों से उसके प्रभावों के बारे में रिसर्च कर रहें हैं। इसके बाद वे लोग रिसर्च के दौरान इक्कठे किए गए डैटा को मर्सुपियल्स जीवों से तुलना कर के देख रहें हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
वैज्ञानिकों को ये पता चला है कि, इन्सानों के पूर्वज प्रजाति में जिस हिसाब से दिमाग का इवोल्यूशन हुआ हैं, वो हम हम से काफी ज्यादा मेच करता हैं। वहीं दूसरी और मर्सुपियल्स जीवों में उनके पूर्वज के प्रजाति के दिमाग का इवोल्यूशन हमसे काफी ज्यादा अलग हैं। तो, हम ये कह सकते हैं कि, इन्सानों और मर्सुपियल्स (Mammals are More Evolved Than Humans) में जो कॉमन पूर्वज रहा हैं, वो इन्सानों के साथ ज्यादा मेल खाता हैं; न की मर्सुपियल्स के साथ। हालांकि! यहाँ कुछ वैज्ञानिकों का ये भी मानना हैं की, इसका एक अलग कारण भी हो सकता हैं।
कहने का मतलब ये हैं कि, कंगारुओं में उनके जो “थैले”/ Pouches होते हैं, तो काफी समय बाद आए होंगे। जिससे ये साबित हो जाता हैं कि, ये सारे जानवर हमसे काफी ज्यादा कन्नेक्टेड हैं। वैसे आप लोगों को ये बता दूँ कि, मर्सुपियल्स जैसे जीवों में इवोल्यूशन के दौरान उनके दिमाग के आकार में काफी ज्यादा गिरावट देखा गया हैं। मित्रों! यहाँ खास बात ये हैं कि, दिमाग के आकार में इतनी गिरावट न तो इन्सानों में और न ही हमारे पूर्वजों में देखा गया हैं। तो, एक बात तो तय हैं कि; मर्सुपियल्स हमसे इतना भी कन्नेक्टेड नहीं हैं।
हालांकि! इसके ऊपर आज भी और ज्यादा रिसर्च होना बाकी हैं।