सन 1872 , ब्रिटिश केमिस्ट Edward Sonstadt ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें ये घोषणा की गई थी कि सुमद्र के पानी में ,गोल्ड यानी सोना विद्यमान या exist करता है जिसे extract किया जा सकता है।
Sonstadt की इस खोज ने ,उस समय के कई वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को, सोने को समुद्र से निकालने के, तरीकों को ढूंढने के लिए प्रेरित किया।
हालांकि उस समय technology इतनी बेहतर नहीं थी कि सोने को निकालने की प्रक्रिया को सही तरीके से अपनाया जा सके और इसके साथ ही, सबसे पहले तो सवाल ये था कि आखिर समुद्र में सोना कितनी मात्रा में मौजूद है, और उसको किस तरह से नापा जा सकता है !!
बहराल , तबसे लेकर अब तक कई researchers ने समुद्र में मौजूद सोने की मात्रा को नापने के कई प्रयास किये पर exact measurement बता पाना काफी मुश्किल काम था क्योंकि seawater में मौजूद gold यानि सोना , काफी dilute concentration यानी बेहद कम मात्रा में मौजूद होता है।
मात्रा की बात करें तो ये सोना , parts per trillion की concentration में मौजूद होता है यानी लगभग water के एक trillion molecules में आपको gold का एक एटम मिल सकता है। पहले की studies में सोने की मात्रा 1 parts per trillion तक बताई गई थी पर जैसे जैसे तकनीक सुधरती गयी, सटीक मात्रा का पता भी वैज्ञानिकों को लगने लगा और सबसे नई स्टडी में सोने की मात्रा लगभग 0.03 parts per trillion नापी गयी है।
हालांकि ये मात्रा में अंतर , seawater में मौजूद कई तरह के और धातुओं की वजह से होता है पर वैज्ञानिकों द्वारा इस्तेमाल की जानेवाली सबसे सटीक technique से हमें गोल्ड की seawater में मौजूद मात्रा का पता चलता है। इस technique को ICPMS यानी कि inductively coupled plasma mass spectrometry कहा जाता है जो काफी संवेदनशील होती है और बेहद कम मात्रा में मौजूद metals को detect करने में भी सक्षम होती है।
फिलहाल ये तो बात हुई कि किस तरह से समुद्र में मौजूद सोने भी मात्रा को नापा जा सकता है। पर अब बात करते हैं कि आखिर ये मात्रा है कितनी ?
National Ocean Service के अनुसार पृथ्वी पर मौजूद समुद्रों में लगभग 321 million cubic miles पानी मौजूद है। ये cubic mile ,volume को नापने की एक unit है जो लगभग 4.17 * 10 की power 12 litres के बराबर होती है। अब अगर इसी conversion के हिसाब से चलें तो लगभग 1339 * 10 की power 18 litres पानी इन समुद्रों में मौजूद है।
अब water यानी पानी का 1लीटर , 1 kg के बराबर ही होता है, तो हम कह सकते हैं की ocean water का वजन लगभग 1339 *10 की power 18 है। अब अगर वैज्ञानिकों की मानें तो parts per trillion के आधार पर लगभग 1339 * 10 की power 6 किलोग्राम सोना समुद्र में मौजूद है । और सबसे नई स्टडी के अनुसार बात करें तो 0.03 parts per trillion के आधार पर लगभग 40 हजार टन सोना समुद्र में मौजूद है और इस बात पर शक करना भी गलती ही होगी क्योंकि समुद्र में आज भी बहुमूल्य धातुओं और उनसे संबंधित चीजों की खोज वैज्ञानिकों को मिलती ही रहती है।
यहां एक बात पर ध्यान जरूर देना चाहिए कि मात्रा को नापने से पहले water samples की processing की जाती है जिससे इसमें मौजूद अन्य धातुओं को हटाया जाता है ताकि सोने को काफी सटीक मात्रा में नापा जा सके।
अब अगर आप ये सोच रहें हैं कि यदि समुद्र में इतना सोना है तो हम इसे निकाल क्यों नहीं लेते ? Well ! दोस्तों इसमें कई कारण हैं जैसे कि समुद्र में मौजूद सोने को extract या निकालने की प्रक्रिया जैसे कि mining वगेरा काफी महँगी होती है जो शायद , समुद्र से मिलने वाले सोने से भी ज्यादा महँगी साबित हो सकती हैं । इसके ऊपर इस सोने को उसकी original form में निकालने के लिए भी काफी प्रक्रियाओं जैसे filtration आदि का उपयोग करना पड़ता है जो किफ़ायती साबित नहीं होतीं।