हमेशा से ही इंसानों को अन्तरिक्ष और समुद्र अपने और आकर्षित करते आ रहें हैं। जब भी हम अन्तरिक्ष या समुद्र के बारे में बाते करते हैं, तब हमारे मन में एक अलग ही तरह का उत्साह फैल जाता है। कुछ जानने की जो इच्छा है, वो हम लोगों को अन्तरिक्ष और समुद्र जैसे विषयों की और खींचती है। खैर पृथ्वी पर सबसे ज्यादा रहस्यमयी जगह अगर कोई है, तो वो समुद्र (how deep we can go in sea) ही हैं और समंदर हमारे लिए एक काफी रोचक विषय है।
किसी छुपी पहली की ही तरह समुद्र (how deep we can go in sea) हमारे लिए एक काफी अनजान चीज़ है। आज हम जितना अन्तरिक्ष के बारे में नहीं जानते हैं, शायद उससे भी ज्यादा बातों को हमें समुद्र के बारे में जानना पड़ेगा। क्योंकि ये हमारे पृथ्वी पर ही है और अगर हम इसके बारे में ही नहीं जान पाएंगे, तब पृथ्वी के बाहर मौजूद चीजों के बारे में तो छोड़ ही दीजिए। मित्रों! हमेशा से ही समुद्र के बारे में जानने के लिए वैज्ञानीकों ने कई सारे प्रयास किए हैं और इसके अंदर काफी हद तक भी गए हैं।
तो, मित्रों! चलिये एक ऐसे लेख को आगे बढ़ाते हैं, जो की समुद्र की अनंत गहराई से आ कर हमें उसकी दिलचस्प अनुभूतिओं को बयान करेगा।
विषय - सूची
आखिर इंसान समुद्र में कितनी गहराई तक जा सकता है! – How Deep We Can Go In Sea! :-
कई सारे लोगों के मन में ये सवाल होगा कि, आखिर हम समुद्र के अंदर कितनी गहराई तक (how deep we can go in sea) जा सकते हैं! मेरे मन में भी था और शायद मैंने इसका उत्तर भी ढूंढ लिया ह। तो अब सवाल पर आते हैं, मित्रों! इंसान समुद्र के अंदर काफी गहराई तक जा चुका है। कहने का मतलब ये है कि, अब तक इंसान समुद्र के अंदर लगभग 35,858 फीट गहराई तक जा चुका है। वैसे एक खास बात ये है कि, इतनी गहराई तक ही पृथ्वी के सतह पर पानी मौजूद है।
जिसका सीधा-सीधा मतलब ये निकलता है कि, इंसान समुद्र कि सबसे गहराई वाले जगह पर जा चुका है। हालांकि! कुछ वैज्ञानिक ये भी मानते हैं कि, समंदर के अंदर इससे भी गहराई में जाया जा सकता है। ये जगह “Challenger Deep” के अंदर है जो कि “Mariana Trench” के अंतर्गत आता है। बता दूँ कि, मरियाना ट्रेंच पृथ्वी की सबसे गहरी जगह है, जो कि प्रशांत महासागर के अधीन आता है। इससे पहले चैलेंजर डीप के अंदर दो बहुत बड़े-बड़े खोज अभियान किए जा चुके हैं, जो कि इस इलाके के ज़्यादातर हिस्सों को दुनिया के सामने प्रदर्शित कर चुके हैं।
1960 के दशक में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक मानव रहित पनडुब्बी के सहारे इस इलाके में प्रवेश किया था। बेहरहाल उन को ऐसा करने के लिए लगभग 5 घंटे का समय लग गया था। जरा सोचिए समंदर के सतह से लगातार 5 घंटे किसी गहरे जगह के अंदर जाने में कितनी हिम्मत कि जरूरत पड़ती होगी। खैर वैज्ञानिकों ने इस यान के जरिये गहरे समुद्र के तलहटी पर लगभग 20 मिनट का समय बिताया था।
गहरे समुद्र के अंदर जाने के लिए की गई कोशिशें! :-
1960 के बाद सीधे 2012 में गहरे समुद्र (how deep we can go in sea) के अंदर वैज्ञानिकों का फिर से जाने का मन होने लगा। इसके लिए उन्होंने “Deepsea Challenger” नाम के एक सिंगल सीटेड पंडुबी का इस्तेमाल किया। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि; ये पंडुबी एक खास तरह के गौंद, काँच और फेब्रिक से बना था। जिसके कारण ये आसानी से गहरे समंदर में पानी से लगने वाले प्रेशर को झेल कर आसानी से तैर सकता था। इसके अलावा ये काफी ज्यादा हल्का होने के बाद भी बहुत मजबूत था। जिससे इसके अंदर बैठा व्यक्ति सुरक्षित रह सकता था।
2012 में किए गए इस खोज अभियान के दौरान वैज्ञानिकों ने गहरे समंदर के तलहटी से कुछ बेहद ही महत्वपूर्ण मिट्टी के सैंपल को इक्कठा किया और साथ ही साथ इस अभियान को मात्र 2.5 घंटों में पूरा भी कर लिया। तकनीक अगर विकसित हो तो, क्या-कुछ नहीं हो सकता है और इसका उदाहरण 2012 में किया गया ये शोध है। खैर ये सारे के सारे अभियान इंसानों ने किसी पनडुब्बी या खास यान के अंदर बैठ कर ही अंजाम दिया है। परंतु अगर हम बिना किसी यान कि मदद से समंदर के अंदर जाने का प्रयास करें तो!
मित्रों! दुनिया के सबसे अच्छे पेशेवर गोताखोर एक बेहद ही अत्याधुनिक व जटिल स्विम-शूट को पहन कर समंदर के अंदर लगभग 1,752 फीट गहराई तक जा सकते हैं। एक बात गौर करने वाली ये है कि, ये गहराई ज्यादा तो नहीं है, परंतु बिना किसी यान के इतनी गहराई के बाद समंदर के अंदर जाना इंसानों के लिए जानलेवा हो सकता है। हालांकि! ये एक विवादों से घिरा हुआ विषय है।
समुद्र कि गहराई और इंसान! :-
समुद्र (how deep we can go in sea) कि गहराई और इंसान कि इच्छाशक्ति का कोई अंत ही नहीं है। कहने का मतलब ये है कि, अमेरिकी नौसेना के एक जवान ने एक खास शूट पहन कर 1,752 फीट से ज्यादा गहरे समंदर में भी गोता लगाया था। हालांकि! ये बात बेहद ही ज्यादा गुप्त और विवादों से घिरी हुई है। मित्रों! आप लोगों को क्या लगता है, क्या कोई इंसान समंदर के इतनी गहराई में भी गोता लगा सकता है? खैर गहरे समंदर में गोता लगाने के लिए काफी साहस कि जरूरत पड़ती होगी और ये काफी कम लोगों के पास ही होगा।
एक और रोचक बात ये भी है कि, किसी उपकरण और शूट को इस्तेमाल किए बिना समंदर के अंदर सबसे ज्यादा गहराई में जाने का रेकॉर्ड “831 फीट” का हैं। इतनी गहराई में बिना किसी उपकरण और शूट के जाना, हम इंसानों के लिए काफी घातक हो सकता हैं। क्योंकि इतनी गहराई में पानी का प्रेशर जमीन के सतह से लगभग 26 गुना ज्यादा होता हैं और इतने प्रेशर में हम इंसानों के फेफड़े आसानी से फट सकते हैं। बता दूँ कि, ये रेकॉर्ड 2012 में बनाया गया था और इसे आज तक किसी ने भी नई तोड़ा है। क्योंकि इस रेकॉर्ड को बनाने के लिए आपको पानी के अंदर कई मिनटों तक सांस रोकना पड़ सकता है।
निष्कर्ष – Conclusion :-
खैर अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, मनोरंजन के लिए किए जाने वाले स्कूबा डाइविंग समंदर के अंदर सिर्फ 130 फीट तक ही सीमित है, वहीं कमर्शियल डाइविंग 1,740 फीट तक सीमित है और खास मौकों के लिए सबसे अधिक गहराई में आप 2,000 फिट के गहराई तक जा सकते हैं (काफी-काफी दुर्लभ हैं)। हम इंसानों का शरीर उतना मजबूत नहीं हैं, जिससे हम समंदर के सबसे गहरे तलहटी पर पहुँच सकते हैं।
मित्रों! समंदर (how deep we can go in sea) के अंदर कई सारे चीज़ें ऐसी हैं, जिनके बारे में हमें गोता लगाते समय ध्यान रखना पड़ता है। पानी का प्रेशर, तापमान, आस-पास मौजूद रोशनी की ईंटेंसिटी और शरीर में ऑक्सिजन की मौजूदगी उन कई सारे चीजों में काफी अहम है। समंदर के अंदर गोता लगाना पहले ही अपने-आप में काफी ज्यादा मुश्किल काम है और ऊपर से और भी गहराई में जाना उस काम को काफी चुनौतियों से भर देता हैं।
अधिक जानकारी के लिए बता दूँ की. आमतौर पर व्हेल मछली 1500-1700 फिट गहराई पर गोता लगाते हैं, समुद्र के अंदर 2400 फीट की गहराई शक्तिशाली न्यूक्लियर पनडुब्बीओं के लिए डेंजर जोन हैं, वहीं 3200 फीट की गहराई पर पानी के अंदर सूरज की किरण भी नहीं जा सकती है और यहाँ पानी जमने के कगार पर ठंडा हो जाता है। मित्रों! इतनी गहराई में काफी कम जीवित प्राणी ही रह सकते हैं। बेहरहाल 9816 फीट की गहराई में व्हेल मछली की एक प्रजाति गोता लगाते हुए पाया गया है, जो की काफी दुर्लभ बात है।
आपने बहुत ही अच्छे से समुन्द्र और महासागरो से जुड़े तथ्यों को बताया है कि आखिर कितना गहरा होता है सागर . आपने सबसे गहरे पॉइंट की जानकारी विस्तार से दी है .