तकनीक एक ऐसी चीज़ है जो की कभी एक जगह नहीं रुकती। हवा की भांति यह सिर्फ बहती ही रहती हैं। विज्ञान और तकनीक एक दूसरे के साथ मिलकर विकास के कई सारे मार्ग इंसानों को पिछले कई दशकों से देते आ रहें है। खैर आज के समय में आपको विज्ञान के कई सारे अजूबे देखने को मिलेंगे, परंतु उन अजूबों मेँ से एक ऐसा अजूबा भी इस पृथ्वी पर मौजूद है जो की आपके होश उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। दोस्तों! मेँ यहाँ पर बात कर रहा हूँ आने वाले समय में बनने वाले रोबोट के (amazing future robot’s in hindi) बारे में। जी हाँ! वैज्ञानिकों ने आज कुछ ऐसे रोबोटों को बनाने में सक्षम रहें हैं जो की देखने में काफी ज्यादा अद्भुत और काम करने में बहुत ही ज्यादा तत्पर हैं।
मित्रों! भविष्य में जल्द ही बनने वाले यह रोबोट (amazing future robot’s in hindi) की आकृति हूबहू इंसानों जैसा होने वाला है। इसके अलावा यह रोबोट भविष्य में इंसानों को भी कई क्षेत्रों में पीछे छोड़ने वाला है। कई वैज्ञानिकों का यह मानना है की कई सारे उद्योगों में यह इंसानों की जगह ही ले लेगा। खैर यह तो समय ही बताएगा की रोबोट इंसानों की जगह ले लेगा या नहीं ! परंतु इतना जरूर सुनिश्चित है की आने वाले समय में इंसान शायद खुद एक रोबोट में तब्दील हो जाए। सुनकर यकीन नहीं आ रहा है न? अगर हाँ तो मैंने इंसानों को रोबोट में परिवर्तित कर देने वाले बायोनिक चिप के ऊपर एक स्वतंत्र लेख लिखा हुआ हैं, आप उस लेख को अवश्य ही एक बार जरूर पढ़ें और जाने की आखिर कैसे भविष्य में इंसान रोबोट में जल्द ही परिवर्तित होने वाला है।
विषय - सूची
भविष्य के अद्भुत रोबोट – Amazing Future Robot’s In Hindi :-
मित्रों! आगे मैंने आपको हाल ही में बने और भविष्य में बनने वाले रोबोटों के बारे में बताया हैं| यह सारे के सारे रोबोट उन्नत तकनीक और बहुत ही जटिल ज्ञान कौशल के जरिए बनाया गया हैं| इसलिए लेख के इस भाग को जरा गौर से पढ़िएगा|
1.ओशन वन – Ocean One :-
मनुष्य के जितना अंतरिक्ष अंजान है उतना ही पृथ्वी में मौजूद समंदर भी| अंतरिक्ष के भांति ही समंदर में भी कई सारे राज छुपे हुए हैं| इसलिए इंसानों के लिए यह बहुत ही जरूरी हो जाता है की जितना हो सके समंदर में छुपे इन रहस्यों को ढूंढ कर निकालें|
स्टेंफोर्ड (Stanford) के वैज्ञानिकों ने समंदर के अनंत गहराई में कोरल रीफ़ (Coral Reef) के ऊपर गहन शोध के लिए ओशन वन को बनाया हैं| यह एक इंसान के आकृति का आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस से चलने वाला रोबोट हैं| इस रोबोट के अंदर आपको इंसानों के भांति दो हाथ, 8 थ्रस्टर (गति करने के लिए) और हाइ क्वालिटी विसन सिस्टम देखने को मिलेगा| इस रोबोट की एक अनोखी बात यह है की इसके अंदर लगा हर एक यांत्रिक उपकरण तेल से डूबी है, जो की समंदर की असीम गहराई के कारण रोबोट के ऊपर पड़ने वाले पानी के दवाब को संतुलित करने में काफी ज्यादा मदद करता हैं|
इसी कारण से समुंदर के अंदर यह रोबोट काफी गहराई में जा सकता है| इसको वैज्ञानिकों ने “रोबो मेरमेड़” का नाम भी दिया हैं|
2.एटलस – Atlas :-
2013 में बनाए गए एटलस को इसके निर्माणकर्ताओं ने विश्व की सबसे आधुनिक मानव कृति का रोबोट का दर्जा दिया हैं| इसको मूल रूप से बचाव कार्य और शोध के कार्यों के लिए बनाया हैं| 2015 में इस रोबोट को और भी बेहतर बनाया गया हैं | 5 फिट ऊंचा और 74 किलो वजनी यह रोबोट कई सारे अद्भुत करतब आपको दिखा सकता हैं|
वैज्ञानिकों ने इस रोबोट को भविष्य में और भी ज्यादा उन्नत और विकसित करने का सोचा है, जो की रोबोटिक्स में एक नया मुकाम बनाएगा|
3. नाओ – Nao :-
सिर्फ 23 इंच का यह छोटा सा रोबोट दुनिया का सबसे आकर्षक और गज़ब का रोबोट हैं| इसको 2008 में फ्रेंच के एक कंपनी ने बनाया था| आज इसे रोबो कप के कार्यक्रमों में इस्तेमाल किया जाता हैं| दोस्तों! मेँ आपको यहाँ और भी बता दूँ की रोबो कप एक फूट बल की प्रतियोगिता है जो की खास तौर पर रोबोट के द्वारा खेला जाता हैं|
खैर नाओ को चलाने के लिए एक स्वतंत्र ऑपरेटिंग सिस्टम की जरूरत पड़ती हैं| इसको आज 70 देशों ने बहुत प्रकार के कार्य के लिए इस्तेमाल कर रहें हैं| भारत के आईआईटी कानपुर और आईआईटी इलाहबाद में इस रोबोट को पढ़ाने की कार्य के लिए इस्तेमाल किया गया था|
4. पेट मैन – Pet Man :-
आपने शायद इस से पहले बेट मैन, सुपर मैन और स्पाइडर मैन के बारे में अवश्य ही कुछ न कुछ सुना होगा| परंतु क्या आप पेट मैन के बारे में कुछ सुना हैं| नहीं न! तो सुनिए| 6 फिट ऊंचा और 80 किलो वजनी यह रोबोट दुनिया का सबसे तेजी से दो पैरो पर चलने वाला रोबोट हैं| यह एक घंटे में 7.08 किलोमीटर तक चल सकता हैं|
खैर इस रोबोट के बारे में एक खास बात मेँ आपको बताता हूँ| इस रोबोट के ऊपर एक हेजमेट सूट चढ़ाया गया है, जो की इसे प्रतिकूल बायो-केमिकल परिवेश में सुरक्षित रखता हैं| मित्रों! इसके अलावा मेँ आपको और भी बता दूँ की यह रोबोट मूल रूप से हेजमेट सूट के टेस्टिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं| वाकई में इस रोबोट के चलने का तरीका आपको हैरान कर देगा|
5. सोफिया – Sophia :-
हॉलीवुड की प्रशिद्ध नायिका औड्री हेपवर्न को कौन नहीं जानता| अपने समय में वह हॉलीवुड की सबसे खूबसूरत और कामयाब नायिका थीं| उनके कलाकारी को दुनिया भर के लोग तारीफ करते थे| इसलिए इस विशिष्ट नायिका को याद रखने के लिए हेस्टोन रोबोटिक्स ने एक उन्हीं के आकृति का रोबोट 2015 में बनाया हैं|
मित्रों! यह रोबोट देखने में काफी ज्यादा सुंदर और हूबहू औड्री की ही तरह दिखाई पड़ता हैं| इसे साल 2015 के अप्रैल के महीने में चलाया गया और 2017 में इसे सऊदी अरबिया का नागरिकता भी मिल गया | यह शायद दुनिया का पहला ऐसा रोबोट होगा जिसे किसी देश का नागरिकता मिली हो|
सोफिया को चलने के लिए इसके अंदर पहले कोडिंग कर के कई प्रकार के कमांड डाला गया हैं| इसलिए जब इसे कुछ भी प्रश्न पूछा जाता है तब यह पहले से डाले गए कमांड के आधार पर अपने सुरीली स्वर से उनका जवाब देती हैं| मित्रों! इस तरह यह एक वार्तालाप के प्रक्रिया को सही से रूपांतरित भी करती हैं| आपको इसके साथ बात करने में क्या रुचि होगी, जरूर ही बताइएगा|
2018 में सोफिया को चलने के लिए दो पैर मिले जिससे वह अब चल भी सकती हैं| इसी वजह से सोफिया को आज दुनिया भर के देश खरीदने की सोच रहें हैं| यह रोबोट टीवी पर कई प्रकार के कार्यक्रम में भी जा चुकी हैं| आईआईटी बॉम्बे के एक सम्मेलन में भी इसने एक अच्छा भाषण दिया था| वाकई में यह दुनिया की सबसे लोकप्रिय रोबोट हैं जिसे हर कोई पसंद करता हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
मैंने ऊपर आपको भविष्य वादी पाँच रोबोटों के (amazing future robot’s in hindi) बारे में कुछ न कुछ बताया हैं| परंतु एक रोबोट ऐसा भी है जो की हमारे भारत का शान बनने वाला हैं| मेँ यहाँ बात कर रहा हूँ “मित्र” की| जी हाँ! हमारे देश में बना यह रोबोट अपने में ही एक बहुत ही गज़ब का रोबोट है।
इसको हमारे देश के वैज्ञानिकों ने बनाया है, जो की एक बहुत ही बड़ी बात हैं| इसको मूल रूप से कई प्रकार के सेवा के क्षेत्र में इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया हैं| जहां पर यह लोगों की मदद भी करेगा| खैर अब इस रोबोट को विकसित किया जा रहा हैं और हमारा पूर्ण विश्वास है की एक दिन यह पूरे विश्व में अपना और हमारे देश का नाम अवश्य ही रोशन करेगा| इसके लिए बस थोड़ा सा इंतजार हेम और करना पड़ेगा, लक्ष्य बहुत ही पास हैं।
Source:- www.analyticsindiamag.com.