हमारे ग्रंथो में समय को चार युगों में बांटा गया है, इनमें ये चारों युग सतयुग, त्रैतायुग, द्वापरयुग व कलियुग अपनी-अपनी बातों के लिए प्रसिद्ध हैं। हर युग अलग होता है और उसका काल खंड भी अलग होता है। कलियुग को सबसे छोटा युग माना जाता है। कलियुग के अंत समय को लेकर अनेक धर्म ग्रंथों मेंं कई रोचक बातें लिखी हैं, आइए जानते हैं इस युग से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातों को…
कलियुग की उम्र – ज्योतिष ग्रंथ सूर्य सिद्धांत के अनुसार कलियुग की उम्र 432000 मनुष्य वर्ष है। द्वापर की समाप्ति के बाद कुल 5000 वर्ष बीते है यानी अब भी कलियुग के 427000 वर्ष बाकि है।
होगी जनहानि – ब्रह्मपुराण के अनुसार ये युग 10000 साल का है। इस दौरान मनुष्य जाति का पतन का पतन होगा। द्वेष व अत्याचार बहुत बढ़ जाएगा। इसका अंत करने के लिए विष्णु भगवान कल्कि अवतार लेंगे।
महाभारत का ज्ञान – महाभारत में कहा गया है, शंभल गांव में विष्णुयशा नाम के ब्राह्मण के यहां कल्कि नाम का एक बालक जन्म लेगा। जो कलियुग का अंत कर सतयुग की शुरुआत करेगा।
भागवत के अनुसार – कलियुग जब राजा परीक्षित के सामने आया तो उन्होंने उसे मारने की ठान ली। जब वह माफ़ी मांगने लगा तो उसे राजा ने जुआ, शराब, स्त्री संग, हिंसा व सोना यानी सुवर्ण या धन आदि स्थान दिए। परीक्षित से सोने में रहने का वर पाकर कलियुग परीक्षित के मुकुट में प्रवेश कर गया। जिसके कारण परीक्षित ने गुस्से में ऋषि शमीक के गले सांप डाल दिया। इसी घटना के कारण उन्हें मौत का शाप मिला।
देवी भागवत कथा – कलियुग की आयु 10000 वर्ष है। इसके आधे वर्ष पुरे होने पर देवी रुपी नदियां वापस वैकुंठ जाएगी। 10000 साल बाद शिव, शक्ति, साधु, तीर्थ, पूजा-पाठ आदि भी भारत से चले जाएंगे।
इस युग के अंत में
- द्वेष, हिंसा, चोरी, झूठ, व्याभिचार चरम पर होंगे।
- स्त्री-पुरुष बौने होंगे।
- स्त्रियां 8 साल में गर्भवती होने लगेगी।
- 16 में बाल सफ़ेद होंगे व 20 साल में जीवन पूरा हो जाएगा।
Yes that’s true thanks for knowledge but it’s also mentioned in bhavshya puran