जब भी हम दुसरी दुनिया यानी की किसी और ग्रह पर जीवन बसाने के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहले हमारा ध्यान मंगल ग्रह पर ही आता है, हो भी क्यों ना पिछले कई दशकों से इस लाल ग्रह को बहुत कवरेज मिलती रही है। लेकिन अब ताजा अनुसंधान और खोजों से पता चला है कि शनि ग्रह का चंद्रमा भी हमें जीवन को बसाने में हमारी मदद कर सकता है।
ज्योर्नल ऑफ़ ऑस्ट्रोबोलॉजी( Astrobiology) और आउटरीच में और arXiv पर पर एक ताजा रिसर्च प्रकाशित की गई है जिसमें माना गया है कि टाइटन लगभग 3 करोड़ लोगों तक की एक विशाल कॅालोनी को बसा सकता है, इसमें उर्जा का इतना प्रर्याप्त भंडार है कि इतने लोग आसानी से यहां रह सकते हैं।
शोधकर्ता यह भी कहते हैं कि शनि का चंद्रमा टाइटन पृथ्वी से एकदम सटीक दूरी पर भी स्थित है शनि के पास होने के कारण इसकी दूरी धरती से बहुत हो जाती है जिस कारण इसे हम पृथ्वी से बहुत दूर एक मानव सभ्यता बसाने में उपयोग कर सकते हैं।
इस चांद पर पृथ्वी की तरह ही काफी समानतायें है और इसका वातावरण भी काफी मोटा है जो खतरनाक विकिरण (Radiations) से बचाव प्रदान करता है।
अपने पेपर में, शोधकर्ताओं ने कई अलग-अलग ऊर्जा स्रोतों के बारे में बताया है जो इस चंद्रमा पर मानव कॉलोनी को बसाने के लिए बेहद जरुरी हैं । इनमें परमाणु, रासायनिक, जल विद्युत ( hydropower), पवन और यहां तक कि सौर उर्जा भी शामिल है।
टाइटन पर परमाणु उर्जा के काफी बढ़िया स्रोत हैं जो उर्जा का एक सरल माध्यम दे सकते हैं जिससे उर्जा हमेशा काम में आती रहेगी। इस चांद पर मिथेन गैस बहुतायत में है और साथ में तरल हाइड्रोकार्बन की झीलें और समुद्र भई हैं, यह भी अविश्वसनीय रूप से बहुत उपयोगी हो सकते हैं।
टीम ने उर्जा के इन सभी स्रोतों के उपर एक रिसर्च की है जिसमें उन्होंने यह बताया है कि कैसे इस चांद पर हम पानी, हवा और सुर्य की रोशनी से उर्जा बना सकते हैं जो भविष्य में यदि यंहा मानव कॅालोनी बनती है तो काम में आ सकती है।
टाइटन पर उर्जा के काफी अच्छे स्रोत हैं और वैज्ञानिक इसपर कार्य कर रहे हैं, आप को बता दें कि टाइटन की सूर्य से दूरी धरती से सूर्य की दुरी से 10 गुना है फिर भी इसमें सौर उर्जा का एक स्रोत हमें मिलने की संभावना करनी ही चाहिए।
साभार – ( New Scientist)