ब्रह्माण्ड के बारे में हम जब भी सोचते हैं तो इक अजीब गहराई में चले जाते हैं कि आखिर इतना विशाल ब्रह्माण्ड बनाया किसने होगा और इतना विशाल वह क्यों है।
आज हम भले ही कई ग्रहों , तारों और आकाशगंगाओं के बारे में जानते हों पर वास्तव में इस ब्रह्माण्ड के हिसाब से यह कुछ भी नहीं है। हमारे ब्रह्माण्ड में अरबों तारे हैं और अरबों ही आकाशगंगायें हैं।
समानांतर ब्रह्माण्ड एक ऐसा बिषय है जिसके बारे में बात करना सब पसंद करते है क्योंकि ये बिषय न सिर्फ रोमांचकारी है बल्कि ये उन्हें अपनी गलतियों को ठीक करने का एक मौका भी देता है।
अगर समानान्तर ब्रह्माण्ड की ये थ्योरी अगर सही है तो हम या तो भूतकाल में समय यात्रा कर या फिर किसी दूसरे गृह पर रह रहे अपने प्रतिरूप को ढूंढ कर अपनी गलतियों को सुधार सकते है।
ये थ्योरी सुनने में किसी फिल्म की कहानी जैसी भले ही लगे पर इसके पीछे वैज्ञानिक कारण हैं, इस एपिसोड में हमने इस मजेदार बिषय को समझाने की कोशिश की है. आशा है की ये एपिसोड आपको पसंद आएगा।
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