भारत को यदि मंदिरों का देश कहा जाये तो कोई आश्चर्य नहीं होगा, इस महान धरा पर आपको हर गली मौहल्ले में एक ना एक मंदिर मिल ही जायेगा। हर मंदिर अपनी दिव्यता और चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध होता है। अकसर हम मंदिर या घर में भगवान के आगे तेल या घी आदि से दीपक जलाते है. वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो तेल एक ज्वलनशील पदार्थ है, जिस कारण उससे दीपक की लौ जलती है. लेकिन क्या आपने कभी पानी से दीपक जलते हुए देखा या सुना है? आप सुन कर चौंक गए होंगे ,लेकिन ये पूरी तरह से सच है।
मध्य प्रदेश के मालवा में स्थित देवी के एक मंदिर में कुछ इस तरह का चमत्कार देखने को मिला है. यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है. 5 सालों से मंदिर में पानी से दीपक जल रहे हैं. यह ‘गड़िया घाट वाली माता’ का मंदिर है।
पुजारी का है दावा
गड़िया घाट वाली माता’ के मुख्य पुजारी सिद्धू सिंह सोंधिया बचपन से ही मंदिर में पूजा करते आ रहे हैं. वो बताते हैं कि ‘बचपन से ही मंदिर में तेल का दीया जलाते थे, लेकिन करीब पांच साल पहले उनके सपने में माता ने दर्शन दिए. उन्होंने सपने में सिद्धू सिंह से कहा कि कब तक तेल से ज्योत जलाएगा? जा, आज से दीए में पानी डालना. उससे ज्योत जलती रहेगी. सुबह नींद खुलने पर सिद्धू सिंह ने माता द्वारा कही बात का अनुसरण किया और पास बह रही कालीसिंध नदी से पानी भरा और उसे दीए में डाल दिया।
इस चमत्कार से यह साबित होता है कि अगर संसार है तो इसे चलाने वाले पालनहार भी हैं. हमें अपनी संस्कृति और आस्था पर गर्व महसूस करना चाहिए।
मालवा म कहां हे?