सूर्य पृथ्वी पर जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, ये एकमात्र तारा है जो अभी हमारे ग्रह को कभी ना खत्म होने वाली उर्जा प्रदान करता है। यह पिछले 5 अरब सालों से हमारे ग्रह को उर्जा देता आ रहा है.
पर एकदिन ऐसा भी आयेगा जब यह अपने अंतिम समय में होगा। जब सूर्य पर हाइड्रोजन हीलियम में बनना बदं कर देगी तब सूर्य का अंत शुरू हो जायेगा। ऐसे में वह हर सौ करोड़ सालों में 10 प्रतिशत चमक बढ़ाता रहेगा जिससे पृथ्वी जैसे ग्रहों पर मौजूद पानी के सागर सूख कर विशाल गढ़ों में बदल जायेंगें। यह सब तो 5 अरब साल होगा,लेकिन क्या सूर्य इससे पूरी पृथ्वी को ख़तम कर देगा।
वैज्ञानिकों को सूर्य की उम्र को लेकर कई मतभेद हैं कोई इसे कुछ अरब सालों का मानता है तो कुछ के लिए इसे खत्म होने में 10 अरब साल से भी ज्यादा लग सकते हैं। पर इन सबसे बीच सवाल ये है कि हमारा ग्रह कैसे रहेगा क्या ये भी सुर्य के साथ – साथ खत्म हो जायेगा?
तो वैज्ञानिक इस सावल का जवाब सीधे तरीके से देने में बचते हैं, कुछ का मानना है कि जैसे –जैसे सूर्य उर्जा खत्म करके एक बढ़ेगा और विशाल लाल रंग के तारे में बदलेगा तो उसी के साथ वह अपने आकार को भी फैला लेगा, उसका आकार इतना फैल सकता है कि शायद पृथ्वी भी इसमें समा जाये।
अगर ऐसा होता है तो फिर पृथ्वी का नामोनिशान ही नहीं रहेगा। कुछ वैज्ञानिक ये भी मानते हैं कि जैसे – जैसे सूर्य उर्जा खत्म करेगा और अपने भार को भी थोड़ा खो देगा तो शायद ये पृथ्वी उसके गुरुत्व (gravity ) से बाहर हो जायेगी और भटकने लगेगी, पर इन दोनों ही अवस्था में पृथ्वी का तो कोई निशान ही नहीं रहेगा।
पर हम और वैज्ञानिक इस तथ्य के सामने कुछ नहीं कर सकते हैं क्योंकि ये तो होना ही है औऱ वैसे भी ये 10 अरब सालों के बाद ही होगा तबतक तो शायद हम इंसानो का ही अस्तित्व खत्म हो जाये। ये तो कोई नहीं जानता है कि अगर हम कभी पृथ्वी से बहार निकलकर किसी दूसरे ग्रह और सौर मंडल में रहने भी लगे तो भी इस घटना को कौन देखेगा…… 10 अरब साल तो हमारी कल्पना से भी परे हैं…. पर ब्रह्मांड के लिए ये भी मात्र सेकेंड्स के बराबर ही हैं….