सोशल मीडिया जगत की दिग्गज कंपनी Facebook ‘फेक न्यूज’ को रोकने के लिए लगातार नये कदम उठा रही है। फेसबुक पर फेक यानि फर्जी और झूठी खबरों से निपटने के लिए पिछले महीने मार्च में ‘डिस्प्यूटेड टैग’ को लॉन्च किया था, जिससे गलत जानकारियों वाली खबरों को न्यूज फीड पर मार्क किया जा सकता है। वहीं, अब फेसबुक ने 14 देशों में अपने यूजर्स को फेक न्यूज पहचानने के लिए ‘एजुकेशनल टूल’ को पेश किया है। फिलहाल इसे अभी भारत में पेश नहीं किया गया है। इस टूल को भारत में कब पेश किया जाएगा इसे लेकर कंपनी की ओर से कोई बयान भी सामने नहीं आया है।
इस नए टूल के बाद 14 देशों के यूजर्स को अपने न्यूज फीड के सबसे ऊपर एक मैसेज दिखाई देगा।‘it is possible to spot fake news’ टाइटल वाले इस मैसेज में फेक न्यूज को पहचानने के लिए 10 टिप्स दी जाएंगी। यह टिप्स तीन दिन तक फेसबुक पर रहेंगी और किसी एक यूजर को तीन बार नजर आएंगी। इस नए एजुकेशनल टूल को बनाने ते लिए फेसबुक ने नॉन-प्रॉफिट फर्स्ट ड्राफ्ट नाम दिया जो कि रिपोर्टिंग और ऑनलाइन सूचनाओं को साझा करने में कौशल और मानकों को बेहतर बनाने के लिए समर्पित है।
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बता दें कि आज से इंग्लैंड, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, इटली, फिलीपींस, इंडोनेशिया, ताइवान, म्यांमार, ब्राज़ील, मेक्सिको, कोलंबिया, अर्जेंटीना और कैनेडा के फेसबुक यूजर्स इस टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस नए टूल के आने के बाद यूजर्स इस बात की पहचान कर पाएंगे कि कौनसी न्यूज असली है और कौनसी न्यूज फेक है। इसके बाद यूजर्स ‘वायरल’ पोस्ट या वीडियो क्लिप को पहचान पाएंगे की वह फेक न्यूज है और उसे अनदेखा कर पाएंगे।
बता दें कि फेसबुक ऐसे पोस्ट को फेक न्यूज मानता है जो असल न्यूज आर्टिकल जैसे दिखते हैं, लेकिन जिनमें गलत तथ्य दिए जाते हैं। तथ्य सही हैं या गलत, ये तय करने के लिए फेसबुक ने इसके लिए ‘फैक्ट चेकर्स’ के साथ समझौता किया है। इंटरनेशनल फैक्ट चेकिंग कोड ऑफ प्रिंसिपल्स को मानने वाले एबीसी न्यूज, फैक्ट चेक डॉट ऑर्ग, स्नूप्स और पॉलिटिफैक्ट जैसे संस्थान ये तथ्य जांचेंगे।