एडिनबर्ग विश्वविद्यालय द्वारा एक अध्ययन के मुताबिक यह बात सामने आई है कि अपने रोज के कार्य संगीत के साथ करने पर वह हमारे दिमाग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा विकसित करने में मदद करता है।
Brain & Cognition नामक एक जर्नल में प्राकशित अनुसंधान में 30 दाएं हाथ वाले स्वयंसेवकों को 18 से 30 वर्ष की उम्र के दो समूहों में विभाजित किया गया और फिर उन्हें एक काम सीखने को कहा गया जो कि उन्हें अपने बाएं हाथ से करना था और एक समूह को वह कार्य संगीत निर्देशों और अन्य को बिना उसके करना को कहा गया।
दोनों समूहों ने चार सप्ताह के बाद भी उतना ही अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन एमआरआई स्कैन का उपयोग करते हुए, शोधकर्ताओं ने देखा कि जिन्हें संगीत का प्रयोग करना था उस समूह के लोगो में उनके आर्टिकेट फायेक्युलस(arcuate fasciculus) के संरचनात्मक परिवर्तनों में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। मस्तिष्क का यह क्षेत्र सफेद पदार्थ के लिए जिम्मेदार है जो मस्तिष्क के दाहिनी ओर सुनवाई और जरुरी कार्य करने के क्षेत्रों को जोड़ता है। गैर-संगीत समूह के लोगो में ऐसा कोई परिवर्तन देखने को नहीं मिला।
प्रमुख शोधकर्ता डॉ केटी ओवरी ने एक बयान में कहा, “अध्ययन से पता चलता है कि संगीत लोगो में एक महत्वपूर्ण अंतर बनाता है।” हम जानते हैं कि संगीत लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। लेकिन अब इस अध्ययन से यह पहली बार साफ हुआ कि संगीत से हमारे दिमाग में सफेद प्रदार्थ बढ़ता है जो हमारे दाहिने हिस्से के मस्तिष्क की कार्य प्रणाली की कुशलता में काफी मदद करता है।
इस अध्ययन में भाग लेने वाले प्रतिभागी पिछले छह साल से ना तो कोई संगीत की शिक्षा ले रहे थे और ना ही किसी प्रकार का instrument बजा रहे थे। चार हफ्तों में उन्हें 20 मिनट के लिए सप्ताह में तीन बार उंगली और अंगूठे पर को उपकरण पर डेटा मानपे के लिए उपयोग करना था। इस अध्ययन के लिए विशेष रूप से डिजाइन सॉफ़्टवेयर के साथ, गेमिंग दस्ताने का उपयोग करके डेटा दर्ज किया गया था।
डॉ केटी ओवरी ने इस अध्ययन को एक सफल प्रयास बताते हुए कहा कि इससे हमें भविष्य में दिमाग के बारे में जानने में अहम जानकारी मिलगी और साथ में हम दिमाग के दाहिने हिस्से के सफेद प्रदार्थ का भी अध्ययन कर पायेंगे।