मानवों न जाने कितने स्पेस मिशनों को अन्तरिक्ष में अंजाम दिया होगा। परंतु उन मिशनों के अंदर जो सबसे खास मिशन है, वो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (Destruction of International Space Station) का ही है। मानव भले ही क्यों न चाँद के ऊपर लैंड करने का सपना पूरा कर चुका हो, परंतु जो अन्तरिक्ष में रहने का सपना था, वो तो सिर्फ एक स्पेस स्टेशन ही पूरा कर सकती था। इसलिए दुनिया भर में इंटर नेशनल स्पेस स्टेशन को काफी अहमियत दी जाती है। क्योंकि ये वहीं स्पेस स्टेशन है, जो की अनगिनत स्पेस मिशनों का सूत्र धार बन चुका है।
और शायद ये ही वजह है कि, आज के समय में इस स्पेस स्टेशन (Destruction of International Space Station) की चर्चा और भी ज्यादा बढ़ गई है। क्योंकि काफी साल तक ये हमारी सेवा करने के बाद, आखिर में अब रिटायर होने वाला है। मित्रों! इसी विषय के ऊपर ही आज का हमारा ये लेख होने वाला है। और हम लोग इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जुड़ी कई सारे दिलचस्प बातों को भी जानने वाले हैं। तो, कुल मिलाकर कहा जाए तो; ये एक काफी रोचक लेख होने वाला है।
इसलिए आप लोगों से अनुरोध है कि, इस लेख को आरंभ से ले कर अंत तक जरूर पढ़िएगा। ताकि आप लोगों को ये विषय अच्छे से समझ में आ जाए। तो, चलिये अब लेख में बिना देरी किए इसे शुरू करते हैं और असल बातों के ऊपर आते हैं। ताकि आप लोगों को ISS से जुड़ी कई सारे रोचक बातों के बारे में पता चल सके।
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जल्द ही तबाह होने वाला है “इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन”! – Destruction of International Space Station! :-
नासा के अनुसार ISS (International Space Station) को जिस काम के लिए अन्तरिक्ष में छोड़ा गया था, लगभग हर एक काम को ISS ने बखूबी से किया है और अब ISS का अंतिम समय आ चुका है। सरल भाषा में कहूँ तो, ISS (Destruction of International Space Station) की ऑपरेशनल लाइफ खत्म होने वाली है। इसलिए स्पेस स्टेशन को सुरक्षा व सावधानी के साथ खत्म करना बहुत ही जरूरी है। जो कि, बोलने में बहुत आसान परंतु करने में उतना ही कष्ट है। क्योंकि ये काम चुनौतियों से भरा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार इस काम के लिए नासा ने एलोन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स को चुना है। बताते है कि, नासा ने ISS को तबाह करने के लिए एक बहुत ही भारी रकम स्पेस-एक्स को देने वाली है। रिपोर्ट्स के अनुसार इस काम के लिए स्पेस-एक्स को लगभग 7000 करोड़ के आसपास की रकम मिलने वाली है। मित्रों! एक चीज़ को नष्ट करने के लिए इतनी बड़ी रकम, वाकई में हर किसी का होश उड़ा देगी।
इसके अलावा आप लोगों को बता दूँ कि, ISS को नष्ट करने का मिशन अपने-आप में ही एक अनोखा मिशन होगा। क्योंकि पूरी की पूरी मानव इतिहास में अन्तरिक्ष से कभी इतने भारी व वजनी चीज़ को नष्ट नहीं किया गया है। इसलिए ये मिशन और भी ज्यादा कठिन और दुर्लभ बन जाता है दुनिया भर में बस इसकी चर्चाएँ शुरू होने जा रहीं हैं और ये शायद आने वाले दशक तक चलेगा। क्योंकि इस मिशन को सफल कर पाना कोई आसान काम नहीं है।
स्पेस-एक्स करेगा भयानक विनाश! :-
नासा का बहुत ही सिम्पल सा प्लान हैं कि, किसी भी तरीके से स्पेस-एक्स ISS (Destruction of International Space Station) को अन्तरिक्ष से हटा कर पृथ्वी के किसी सुरक्षित जगह पर गिरा दे। हालांकि! ये स्पेस-एक्स के ऊपर निर्भर करता है कि, आखिर वो किस हिसाब से ISS को नष्ट करना चाहती है। इसके ऊपर दुनिया भर में काफी सारे चर्चाएँ शुरू हो गई हैं। अनेक वैज्ञानिकों के अनेकों राय हमें यहाँ देखने को मिल रहें हैं। परंतु कोई भी राय अभी तक सच साबित नहीं हुआ है।
स्पेस एजेंसी के हिसाब से स्पेस-एक्स भी काफी सहूलियत के साथ ISS को गिराना चाहती है। क्योंकि इससे पृथ्वी से टक्कर होने का भी खतरा है। तो, रिपोर्ट्स बताते हैं कि; स्पेस-एक्स एक खास अन्तरिक्ष यान को निर्माण करने जा रहा है, जो की बड़े ही सावधानी के साथ ISS को लो-अर्थ ओर्बिट से हटा कर पृथ्वी के ऊपर गिरा देगा। मित्रों! जितना सरल ये बात सुनने में लग रहा है, उतना ही कठिन इसे हकीकत में करने में हैं।
आप लोगों की अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, जब ISS हमारे पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा; तब उसकी रफ्तार लगभग 27,500 km/h की होगी। तो यहाँ आप अब ये सोच सकते हैं कि, स्पेस-एक्स के लिए ISS को नष्ट करने का काम उतना भी आसान नहीं है, जितना हम सोच रहें हैं। और एक बात ये भी है कि, ये काफी ज्यादा तनाव-पूर्ण काम भी हो सकता है।
क्यों है ये मिशन इतना खास! :-
सिर्फ ISS (Destruction of International Space Station) को नष्ट करने की बात यहाँ नहीं हैं, परंतु यहाँ बात है अन्तरिक्ष में विकास करने की! ISS को नष्ट करने से नासा को भविष्य में अन्तरिक्ष में कई सारे फायदे होंगे। क्योंकि आईएसएस के बाद हमारा अन्तरिक्ष काफी हद तक खाली हो जाएगा, जिस पर भविष्य में कई निजी कंपनियाँ और खुद नासा कई बड़े मिशनों को अंजाम दे सकते हैं। इसके अलावा नासा ने स्पेस सैक्टर को टूरिज़्म के दृष्टिकोण से भी देख रहीं हैं।
आने वाले समय में लोग अन्तरिक्ष में घूमने को जाएंगे और ISS के बिना नासा कई विकसित और रहने लायक जगह बनाने के बारे में सोच सकती हैं। खैर ISS को 2030 तक गिराने के बारे में अब बात हो रहीं है और नासा के अनुसार इसके लिए स्पेस-एक्स को लगभग 7-8 साल का समय दिया जाएगा। जिसके अंदर कंपनी को इस मिशन के लिए जरूरी प्लान बनाना पड़ेगा।
हालांकि! आप लोगों की अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, ISS को साल 1998 में लौंच किया गया था और बीते कुछ सालों में इस तैरते हुए स्पेस स्टेशन ने मानवों की काफी मदद की हैं। कई हजारों प्रयोगों को इसके ऊपर किया गया हैं और इनमें से कई सारे सफल भी हुए हैं। 2000 से ISS के अंदर अमेरिका, रूस, जापान, कनाडा समेत यूरोप के कई सारे अन्तरिक्ष यात्री रह चुके हैं और इन्होंने लगभग 3,300 प्रयोगों को अंजाम दिया हैं।
समय रहते क्यों ISS को गिराना है जरूरी! :-
काफी सारे लोगों के मन में ये सवाल जरूर ही आ रहा होगा कि, आखिर क्यों नासा ने ISS (Destruction of International Space Station) को नष्ट करने का निर्णय लिया हैं? तो मित्रों आप लोगों को मेँ बता दूँ कि, समय के साथ-साथ अब ISS के अंदर टेक्निकल फ़ौल्ट्स और मुसीबतें नजर आ रहीं हैं। जो की, एक हिसाब से सामान्य ही है। क्योंकि लगभग 3 दशक तक अन्तरिक्ष में रहने के बाद किसी भी मशीन का ये हाल होना बिलकुल लाज़िमी हैं। और ये ही प्रमुख वजह हैं इसे नष्ट करने का।
इसके अलावा लगातार ISS के अंदर अब लीकेज होने लगे हैं। जो की आईएसएस के क्रू और खुद ISS के लिए भी खतरनाक हैं। आप लोगों की अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, 2030 वो साल हैं जब 3 दशक पहले 5 अन्तरिक्ष एजेंसियों के बीच हुई समझौते का अंत होने वाला हैं। इसके अलावा अन्तरिक्ष में स्पेस जंक की समस्या भी काफी ज्यादा बढ़ गया हैं। जिससे ISS के सेफ़्टी के ऊपर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
उदाहरण के लिए सिर्फ कुछ दिनों पहले ही, स्पेस जंक के खतरे के कारण आईएसएस के क्रू को एक बोइंग के शेल्टर मॉड्यूल में छुपना पड़ा था। आप लोगों को बता दूँ कि, अन्तरिक्ष में एक सिक्के के आकार का भी स्पेस जंक अपने हाइ-स्पीड के कारण ISS को काफी गंभीर चोट पहुंचा सकता हैं। इसलिए आने वाले समय में ISS के ऊपर रहना व काम करना काफी ज्यादा खतरनाक होने वाला हैं।