इंसान जब पृथ्वी पर विकसित होने लगा, तब विज्ञान का जन्म हुआ। इंसानों के पास ज्ञान था और उसी ज्ञान से ही विज्ञान की उत्पत्ति हुई। विज्ञान की जब भी बात आती हैं, तब हमारे मन में आधुनिक तकनीक और भविष्यवादी कई तरह के सोच-विचार आते हैं। ये ही कारण हैं कि, हम हमारे विचार शक्ति को विज्ञान के साथ जोड़ कर कई तरह के तकनीक (Technology That Could Change The World) व कौशल को ढूंढ कर निकालने में सक्षम रहते हैं। मित्रों! अकसर ये जो ढूंढें गए तकनीक हैं, ये हमारे जीवन को बहुत ही आसान और सुगम बनाते हैं, जिससे जिंदगी किसी परी कथा से कम नहीं लगती है।
ये ही कारण हैं कि, आज के हमारे इस लेख का केंद्र विंदु इस साल खोजे गए कुछ बेहतरीन तकनीक (Technology That Could Change The World) के बारे में रहेगा। मित्रों! यकीन मानिए इस लेख में दिए गए तकनीकों के बारे में सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। इसलिए आप लोगों से गुजारिश हैं कि, लेख को आरंभ से लेकर अंत तक पढ़िएगा; ताकि आप लोगों को बातें बहुत ही अच्छे ढंग से समझ में आ जाए।
तो, चलिये अब लेख को आगे बढ़ाते हुए इसे शुरू करते हैं और मुख्य विंदुओं पर प्रकाश डालते हैं।
विषय - सूची
कुछ ऐसे टेक्नोलॉजी जो दुनिया को बदल सकते हैं! – Technology That Could Change The World! :-
मित्रों! नीचे में एक-एक कर के कुछ बेहतरीन तकनीक (Technology That Could Change The World) के बारे में आप लोगों को बताऊंगा, तो इस भाग को जरा गौर से पढ़िएगा।
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अब नमी (Humidity) से बनेगा बिजली! :-
आप लोगों को जानकर हैरानी होगा कि, अब वैज्ञानिकों ने पानी के नमी से बिजली बनाने का तकनीक (Technology That Could Change The World) ढूंढ लिया हैं। वैसे इस प्रोजेक्ट को “Electric Skin” का नाम दिया गया हैं। इस प्रोजेक्ट के अनुसार “Geobacter sulfurrenducens” नाम के कुछ बेहद ही खास बैक्टीरिया को एक पतीली सी त्वचा नुमा मटिरियल में लगा कर उनसे बिजली निकालने का तरीका ढूंढा जा चुका हैं। वैसे यहाँ एक खास बात ये हैं कि, ये बैक्टीरिया नमी को सोख कर अपने अंदर बिजली निकालने की प्रक्रिया को अंजाम दे सकते हैं।
बिजली निकालने के लिए बैक्टीरिया के अंदर मौजूद प्रोटीन ही जिम्मेदार होते हैं। मित्रों! इन बैक्टीरिया से बनने वाले बायो-मटिरियल काफी ज्यादा सक्षम होते हैं और इनको E. coli के साथ जोड़ कर काफी ज्यादा मात्रा में इन्हें बनाया जा सकता हैं। तो, आप कह सकते हैं की; इस मटिरियल से आप हवा और पानी दोनों से बिजली निकालने में सक्षम हो सकते हैं।
2. लिथियम आईऑन बैटरि की बढ़ेगी बैटरि बैक-अप! :-
आज के जमाने में हर एक चीज़ बैटरि से चलने लग रहीं हैं। हमारे स्मार्टफोन से ले कर अन्तरिक्ष में इस्तेमाल होने वाले उपकरण, सभी बैटरि के ऊपर निर्भर करते हैं। ऐसे में अगर किसी तरह इन बैटरिओं की बैक-अप बढ़ जाती हैं, तब हमारे जीवन में एक क्रांति ही आ जाएगी। मित्रों! आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि, दुनिया के कुछ बहुत ही बड़े-बड़े कंपनी बैटरी को चार्ज करते समय “A.C चार्जर” के अंदर एक लिमिटर लगाने की सोच रहें हैं।
अगर ये बात व्यापक रूप से उपयोग में आ जाती हैं, तब हम सब इस्तेमाल कर रहें जीतने भी बैटरि से चलने वाली चीज़ें हैं; उनमें अपने-आप बैटरी की चलने की सीमा काफी ज्यादा बढ़ जाएगी। इससे बैटरी ज्यादा देर तक चलेगी और चार्ज भी आसानी से खत्म नहीं होगी। तो, मित्रों! आप लोगों को क्या लगता हैं; ये तकनीक कब तक हमारे स्मार्टफोन में आना चाहिए? कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा।
3. जल्द ही आने वाला है प्लास्टिक बैग का अनूठा रिप्लेसमेंट! :-
आज के दौर में प्लास्टिक चीजों का इस्तेमाल इतना बढ़ गया हैं कि, इनको इस्तेमाल किए बिना हमारा जीवन चल ही नहीं सकता हैं। इसलिए इन चीजों के कारण आज पर्यावरण तो नष्ट हो ही रहा हैं, साथ में हम अपने प्यारी सी पृथ्वी को भी खोटे जा रहे हैं। जब प्लास्टिक का आविष्कार हुआ था, तब इसे एक वरदान के रूप में माना गया था। परंतु आज प्लास्टिक प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बन चुका हैं। मित्रों! आप लोगों के होश उड़ जाएंगे जब आप सुनेंगे कि, प्लास्टिक को नष्ट होने के लिए लगभग 1,000 साल तक भी लग सकता हैं।
इसलिए प्लास्टिक को रिप्लेस करना हमारे लिए बेहद ही जरूरी बन चुका हैं और इसके लिए हमारे पास कई सारे नए-नए तकनीक (Technology That Could Change The World) भी मौजूद हैं। “Carbon Cell” नाम की एक बायो-डीग्रेडेबल प्लास्टिक आज के प्लास्टिक प्रदूषण का सबसे बड़ा हल हैं। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, ये सेल “Biochar” से बना हुआ हैं और ये आसानी से पर्यावरण में नष्ट भी हो जाता हैं।
4. मुश्किल सर्जरी को अभी आसान बनाने वाला हैं “Artificial Intelligence” :-
आज के जमाने में तकनीक (Technology That Could Change The World) इन्सानो के लिए एक तरह से वरदान बन कर आ चुकी हैं। इसलिए कहते हैं कि, विज्ञान के बदौलत इंसान पृथ्वी पर राज कर सकता हैं। कृषि से लेकर स्वास्थ्य तक, इंसानों को हर एक तरीके का सहूलियत आज विज्ञान व तकनीक दे रहा हैं। हैल्थ सैक्टर में आज अत्याधुनिक तकनीक के जरिये इन्सानों कि जिंदगी बचाए जा रहें हैं। वैसे मित्रों! इस क्षेत्र में आर्टीफ़िशियल इंटेलिजेंस हमारी पूरी मदद कर रहीं हैं।
ये भविष्यवादी तकनीक कई जटिल सर्जरी में बड़े-बड़े डॉक्टरों के लिए मार्ग-दर्शक के रूप में सामने उभर कर आई हैं। खैर इस तकनीक को “AI Trainer” का नाम दिया गया है। ये डॉक्टरों के काम करने के ढंग को देख कर, उसे कैसे और बेहतर बनाया जा सकता हैं; उसके ऊपर कमेंट करता हैं। मित्रों! इससे एक डॉक्टर अपने सर्जरी के दौरान और भी बेहतर ढंग से प्रदर्शन कर सकता हैं। हालांकि! इसके अलावा आज के जमाने में इस्तेमाल होने वाले सर्जरी प्रक्रिया को और भी ज्यादा दोष-रहित बनाया जा सकता हैं।
ये सर्जरी के दौरान संभावित खतरों और उनसे बचने के लिए जरूरी रास्तों के बारे में भी रिपोर्ट प्रदान करता हैं। आर्टीफ़िशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से हम काफी बड़े-बड़े काम बहुत ही आसानी से कम समय के अंदर कर सकते हैं। इसलिए इन चीजों की अहमियत आज काफी ज्यादा बढ़ चुकी हैं।
5. प्राकृतिक आपदाओं की होगी रियल-टाइम मॉनिटरिंग! :-
जिस हिसाब से इंसान पृथ्वी को अपने स्वार्थ के लिए उजाड़ रहा हैं, उसे देखते हुए हमें एक ऐसे तकनीक (Technology That Could Change The World) की जरूरत हैं, जो की आने वाले समय में इन्सानों को संभावित प्राकृतिक आपदाओं से बचा सके। इसलिए लगातार वैज्ञानिक इस तकनीक को विकसित करने में लगे हुए हैं। मित्रों! आप लोगों को जान कर खुशी होगी कि, जल्द ही प्राकृतिक आपदाओं को हम आसानी से मॉनिटर कर पाएंगे और वो भी रियल टाइम में।
मित्रों! रियल टाइम पे लाइव किसी भी आपदा को मॉनिटर करना कोई आम बात नहीं हैं। अकसर रियल टाइम मॉनिटरिंग से कई लाखों-करोड़ों जिंदगी बचाया जा सकता हैं। इसलिए ये तकनीक हम इन्सानों के लिए एक तरीके से संजीवनी औषधि की तरह हैं। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि; इस तकनीक में सैटेलाइट इमैजींग, रिमोट सेन्सिंग और मशीन लर्निंग का उपयोग किया जा सकता हैं। यहाँ एक खास बात ये भी हैं कि, इस तकनीक के जरिये हम एक साथ कई जगहों पर मॉनिटरिंग बैठा सकते हैं; जिससे काफी सारे जिंदगी बचाया जा सकता हैं।
इसके अलावा इस तकनीक के जरिये हम दुनिया के किसी भी जगह की संभावित प्राकृतिक आपदाओं के खतरों के डैटा को आसानी से एक्सेस कर सकते हैं। साथ ही साथ हम हो रहें पर्यावरण प्रदूषण के तीव्रता व उससे पड़ने वाले गहरे प्रभाव को भी मॉनिटर कर सकते हैं। दोस्तों! अगर हम इस तकनीक को इस्तेमाल करते हैं, तब हमारी पृथ्वी आने वाले सालों में काफी ज्यादा हरी-भरी व प्राकृतिक आपदा के खतरों से बच सकती हैं।
Source :- www.livescience.com