बढ़ती जनसंख्या और घटती जमीन को देखकर एक कंपनी ने एक ऐसी बिल्डिंग (Amazing Buildings Hindi) बनाने की योजना रखी है जो आज से पहले किसी ने सोची भी नहीं थी। ये बिल्डिंग 27 किलोमीटर (27 KM) उँची होगी जो की माउंट ऐवरेस्ट (Mount Everest) से भी तीन गुना ऊँची है।
इसमें सबसे खास बात येबिल्डिंग (Building) जमीन पर ना बनकर अंतरिक्ष (Space) में बनेगी और अंतरिक्ष से ही इसे एक उल्का (Asteroid) के सहारे से लटकाया जायेगा, तस्वीर में जो आप देख रहे हैं ये उसी तरह का कांसेप्ट (Concept) है जिसमें एक उल्का है जो पृथ्वी (Earth) के चक्कर लगायेगी और साथ में एक बिल्डिंग (Building) है इस उल्का पर बहुत विशाल तारों (Cables) द्वारा लटकी हुई होगी, इसे आप हैंगिग टावर (Hanging Tower) भी बोल सकते हैं पर इसका असल नाम अनालेमा टावर ( Analemma Tower) है।
साल 2017 में इस कांसेप्ट को Clouds AO नाम की एक कंपनी ने रखा था, ये कंपनी पहले भी मार्स मिशन (Mars Mission) पर एक सिटी (Mars City) बनाने का प्रस्ताव दे चुकी है जिसे लेकर इसने काफी सुर्खिंया भी बटोरी थीं।
इस तरह बनेगी ये इमारत
आइये जानते हैं कि इसे कैसे बनाया जायेगा और किस तरह इसे किसी उल्का पर लटकाया जा सकता है, और क्या ये पोसिवल (Possible) भी है कि हम इस तरह की विशाल इमारत बना दें और वो भी किसी Asteroid पर लटाकाकर।
अनालेमा टावर ( Analemma Tower) बनाने के लिए सबसे पहले हमें एक कामेट या किसी ऐसी ऐस्टोरोयड को पकड़ना पड़ेगा जिसे पृथ्वी की ओरबिट में हम स्थापित कर सकें, ये एक तरह से सैटलाइट की तरह ही पृथ्वी के चक्कर लगायेगी जो कि पृथ्वी के साथ एक कोरडिनेशन में होगा.
सबसे पहले इस धूमकेतू (Comet) या ऐस्टोरेयेड में ऐसी रस्सियां बांधी जायेंगी, जो इस टावर का वजन उठा सकें, ये रस्सियां बहुत ही मजबूत होंगी जिनकी ताकत (Strength) बहुत ही ज्यादा होगी..
इसके बाद इन्हीं बहुत मोटी रस्सियों में 27 किलोमीटर ऊँचा टावर बांध दिया जायेगा। इस टावर को इतना ऊँचा उठाया जायेगा कि इसका आखिरी छोर पृथ्वी की सतह से पांच किलोंमीटर ऊपर खत्म होगा. यानि की आपकी हाइट से ये 32 किलोंमीटर ऊँचा होगा, जो कि एक आम हवाई जहाज की उंड़ने की सीमा से भी 3 गुना ऊँचा होगा।
पानी और बिजली की भी सुबिधा होगी (Amazing Buildings Ideas)
अब आप सोच रहे होंगे कि जब ये पृथ्वी से इतना ऊपर लटका होगा और इतना विशाल होगा तो इसमें लाइट और पानी और दूसरी जरूरत की चीजें कैसे मिलेंगी, तो इसके लिए कंपनी का कहना है कि वो इस टावर में लाइट (Tower) के लिए बहुत बड़े-बड़े सोलर पैनल (Solar Panels) का निर्माण करेंगे और पानी के लिए वो बादल और बरसात से सीधे ही पानी को हार्वेस्ट (Harvest) कर लेंगे।
इससे उनकी बिजली पानी का प्लान भी पूरा हो जायेगा। इस विशाल Building को कई हिस्सों में बांटा जायेगा, निचला हिस्सा जो पृथ्वी के पास होगा उसमें Shopping , Entertainment और खाने पीने के लिए जगह होगी, उससे ऊपर के हिस्स में Office के लिए स्पेस होगा तो उससे उपर बीच के कंपार्टमेंट में लोगों को हर बनायें जायेंगे, जिसमें घर के साथ-साथ Gardening की भी व्यवस्था होगी। प्लेन ये भी हैं कि सबसे ऊपरी हिस्सों में लोगों के लिए पूजा करने के लिए धारमिक स्थल भी बनायें जायेंगे।
तो कुल मिलाकर के ये एक भविष्य की एक योजना हैं जिसमें इतनी विशाल Building को Asteroid के सहारे लटाकाकर के इंसाने के लिए रहने की जगह बनाई जायेंगी।
फिलहाल कंपनी इस पर काम कर रही है और नासा ने भी 2021 तक प्लैन रखा है कि वो जल्द ही एक छोटी सी उल्का को पकड़कर पृथ्वी की हाई ओरबिट जो की पृथ्वी की सतह से 36 हजार किमी ऊपर है उसमें स्थापित कर सके।
कंपनी को उम्मीद है कि एक बार अगर ऐस्टोरोयड पृथ्वी की औरबिट में आ जाये तो बस हाई स्ट्रैंथ की रस्सिया बनानी होंगी जो इस स्काईस्कैपर (Skyscraper) का वजन उठा सकें और उन्हें उल्का के साथ बांध कर रखें… उसके बाद इस स्काईस्क्रैपर(Skyscraper ) को बनाया जा सकता है।
अगर ये कांसेप्ट पसंद आया तो कई देश मिलकर के इस तरह की डिजाइन (Amazing Buidings Design Hindi) बना सकते हैं, जो कि भविष्य में इंसानो की आबादी और पृथ्वी की सीमित जगह को आसानी से बचा सकेंगे।