दुनिया में अमीरों की कमी नही है। बात की जाए भारत के सबसे अमीर आदमी की तो मुकेश अम्बानी का नाम सबसे पहले आता है। वहीं विश्व के सबसे अमीर आदमी की बात की जाए तो अमेज़न कंपनी के मालिक जेफ बेज़ोस का नाम सबसे पहले लिया जाता है।
लेकिन क्या आप जानते है कि इतिहास का सबसे अमीर आदमी कौन था। यदि यह आदमी आज जीवित होता तो आज भी विश्व का सबसे अमीर आदमी होता। तो कौन था ये आदमी आइए जानते हैं इस अमीर आदमी के बारे में कुछ रोचक तथ्य।
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कौन था ये शख्स?
इस शख्स का नाम मंसा मूसा था। मंसा मूसा का असली नाम मूसा कीटा प्रथम था। मूसा तिमबकटु का राजा था। मूसा माली साम्राज्य का राजा था। मूसा माली साम्राज्य का राजा तब बना जब माली में सोने का भंडार हुआ करता था। मूसा की सल्तनत इतनी थी कि उसे नाप पाना बहुत मुश्किल था। मूसा ने अपने समय में बहुत सी मस्जिदों का निर्माण करवाया जो आज भी विद्यमान हैं।
मूसा की हज यात्रा
मूसा एक मुस्लिम था। वर्ष 1324 में मूसा हज के लिए रवाना हुआ। उसके साथ 60,000 लोग हज यात्रा में शामिल हुए। सभी यात्रियों के पास रेशम की पोशाकें थी। जिनमें से 12000 लोग मूसा के दास थे। जिनमें से प्रत्येक के पास लगभग 2 किलो सोना था। इस यात्रा में मूसा ने घोड़ों और ऊँटों का भी इस्तेमाल किया। प्रत्येक ऊँट के ऊपर 130 किलो से अधिक सोना लदा हुआ था।
मूसा बहुत ही उदार किस्म का राजा था। इसका उदाहरण हम इस घटना से ले सकते हैं कि हज यात्रा के दौरान जब मूसा मिस्र की राजधानी से गुजर रहा था। तो उसने वहां की गरीबी देखी तो वो भावुक हो गया और वहां के गरीबों को इतना सोना दान दे दिया कि वहाँ महंगाई बहुत बढ़ गयी। जिससे वहां की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान हुआ। उसके इस दान के कारण मूसा अफ्रीका के साथ-साथ यूरोपियन देशों में भी प्रसिद्ध हो गया। जिसके बाद वहां के लोग मूसा से मिलने माली आने लगे। वो बस ये जानना चाहते थे कि मूसा के बारे में कही गयी बातें कितनी सच हैं।
कितनी दौलत का मालिक था मूसा?
इतिहास की माने तो उस समय मूसा के पास आज के समय के लगभग चार लाख मिलियन अमेरिकी डॉलर जितनी दौलत थी। भारतीय मुद्रा में मूसा की दौलत ढाई लाख करोड़ रुपये थी। वर्तमान समय के सबसे अमीर आदमी जेफ बेज़ोस के पास जितनी दौलत है मूसा के पास उस समय जेफ बेज़ोस की दौलत की चार गुना दौलत थी। अब इसी से हम अंदाजा लगा सकते हैं कि मूसा कितना अमीर आदमी था। कितनी बेशुमार दौलत का मालिक था। लेकिन कहा ये भी जाता है कि मूसा के वंशजों ने उसके साम्राज्य को डूबा दिया।
बेशुमार दौलत के बाद मूसा के माली साम्राज्य का नाम कैटलन एटलस में शामिल कर लिया गया। सिर पर सोने का मुकुट और हाथ में सोने की अशर्फियाँ रखने वाला राजा यूरोपियन नक्शे में सदा के लिए अमर हो गया।
मृत्यु है रहस्य
मूसा की मृत्यु आज भी एक रहस्य बनी हुई है। आधुनिक इतिहासकार और अरब के विद्वानों के बीच मूसा की मृत्यु सदा ही बहस का मुद्दा रही है। कुछ लोग मानते हैं कि मूसा की मृत्यु हज यात्रा से लौटने के बाद 1325 में हुई थी। परन्तु इतिहास की माने तो मूसा की मृत्यु 1337 में हुई थी।