दोस्तों ! हम इंसानों को आराम और नींद, दोनों की जरूरत अपनी जिंदगी में रहती ही है क्योंकि बिना इसके, हमारा शरीर ठीक तरह से काम ही नहीं कर पाएगा और हम कोई रोबोट तो हैं नहीं !
हम सभी को एक निश्चित समय के लिए आराम और नींद लेनी चाहिए जोकि हर डॉक्टर बताता ही है | पर ये आराम कितना खतरनाक हो सकता है , ये तो समय पर ही निर्भर करता है कि आप कितनी देर तक अपने बिस्तर पर पड़े हुए हो |
एक definite time के बाद हम सभी अपने बिस्तर को छोड़कर अपने daily routine में busy हो जाते हैं |
खैर दोस्तों , हमारी body और life, इसी system को follow करती आ रही है | दोस्तों ! ऐसी कई परिस्थितियाँ आती हैं जहां हमें काफी देर तक आराम करने को कहा जाता है जैसे जब कभी हम बीमार पड़ जाते हैं तो , पर कुछ निश्चित समय के बाद हम फिर से चलना फिरना शुरू कर देते हैं |
ज्यादा देर तक बिस्तर पर लेटे रहना हमारे शरीर के लिए सही नहीं है पर दोस्तों , तब क्या होगा जब हम कभी भी अपना बिस्तर न छोड़ें या काफी लम्बे समय तक हम बिस्तर पर ही बने रहें ? चलिए पता लगाते हैं !
2014 में NASA ने अंतरिक्षयात्रियों पर अंतरिक्ष में होने वाले गुरुत्वाकर्षण के प्रभावों को जानने करने के लिए एक experiment किया जिससे उन्होंने अंतरिक्ष में मांसपेशियों और हड्डियों में होने वाले विकृत प्रभावों का पता लगाया | इस experiment के लिए उन्होंने Drew Iwanicki नामके एक व्यक्ति को 70 दिनों तक लगातार बिस्तर पर लिटाकर रखा और उनके खान – पान को भी काफी सख्त कर दिया | Low gravity के प्रभावों को जानने के लिए उनका बिस्तर एक निश्चित angle पर टेढ़ा किया गया जिससे ज्यादा खून का प्रवाह उनके सर तक पहुँच सके |
70 दिनों के बाद जब Drew को खड़ा किया गया तो उन्हें अपने पैर काफी भारी महसूस हो रहे थे और उनके खून की मात्रा भी 20% तक कम हो गयी थी | इसके साथ ही उनकी धड़कन 150 beats per minute तक बढ़ चुकी थी और कई तरह की शारीरिक परेशानियों की वजह से उन्हें बेहद कमजोर हो चुकी थी |
खैर दोस्तों ! ये तो एक ख़ास experiment था | पर अब बात करते हैं कि आम परिस्थितियों में, अगर हम कभी भी या बेहद लम्बे समय तक अपने बिस्तर से न उठें , तो इसका हमारे शरीर पर क्या असर पड़ सकता है !
ऐसा बहुत ही कम होता है जब हम 7-8 घंटों से ज्यादा बिस्तर पर बिना किसी हलचल के एक ही position में रहते हों क्योंकि सोते वक़्त भी हम सभी कोई न कोई हलचल तो करते ही हैं जैसे कि करवट बदलना | पर अगर, लम्बे समय तक आप बिना किसी हलचल के बिस्तर पर लेटे रहें तो सबसे पहले आपको pressure ulcers यानी bedsores होना शुरू हो जाएगा जिसके दौरान शरीर पर पड़ने वाले प्रेशर की वजह से आपका blood यानी खून, skin और उसके आस-पास के tissues में रुकना शुरू हो जाएगा | जैसे जैसे समय बढेगा तो ये pressure की मात्रा भी बढ़ने लगेगी और खून में बहने वाले कई पोषक तत्व body cells तक नहीं पहुँच पाएंगे | इसके साथ ही अगर आप बिना हलचल के बिस्तर पर लगातार लेटे रहें तो इसका काफी असर आपके muscles पर पड़ेगा क्योंकि आमतौर पर बिना किसी movement के हमारी muscles की 1 हफ्ते में 15% तक ताकत कम हो जाती है और इसके चलते आपकी ताकत काफी कम होने लगेगी और आपको काफी थकावट भी महसूस होने लगेगी | लम्बे समय के बाद आपके muscles का वजन भी घटना शुरू हो जाएगा |
इन सबके साथ ही आपकी हड्डियाँ भी अपना वजन खोना शुरू कर देंगी और bone resorption की वजह से हड्डियाँ टूटना शुरू देंगी | हर 2 दिन की inactivity आपके heart rate को 1 BPM तक बढ़ा देती है और खून की मात्रा कम होने की वजह से oxygen हमारी body के अलग-अलग अंगों तक सही तरह से नहीं पहुँच पाएगा और गंभीर अवस्था में जान जाने का भी खतरा रहता है | इसीलिए दोस्तों कोमा में रहने वाले और paralysed लोगों को काफी देखभाल के साथ रखा जाता है और समय-समय पर उनकी position बदली जाती है |
इन सबके साथ दोस्तों ,तनाव , सरदर्द , किडनी में पत्थर और निमोनिया होने की भी संभावना बढ़ जाती है जो आगे चलकर काफी खतरनाक साबित हो सकती है | नीचे वीडियो देखना न भूलें !