नासा ने कल यानि की 22 फरवरी को एक बेहद आश्चर्यजनक खोज की , जिसमें उसने पृथ्वी के आकार के एक नहीं, बल्कि सात ग्रह ढूंढ निकाले हैं। ये ग्रह एक ट्रैपिस्ट-1 नाम के तारे की परिक्रमा लगा रहे हैं। अच्छी बात ये है कि इन ग्रहों पर जीवन होने की सम्भावना जताई जा रही है है।
इन पथरीले ग्रहों पर पानी द्रव अवस्था में रह सकता है। हालांकि, नासा ने कहा है कि तरल पानी संभावित रूप से इन सातों में से किसी भी ग्रह पर हो सकता है, लेकिन तीन ग्रह ज़्यादा संभावनापूर्ण लगते हैं. नासा ने इस खोज को सोलर सिस्टम की रिकॉर्ड खोज कहा है।
हमारे सौर मंडल से बाहर की यह खोज बहुत दुर्लभ है, ये ग्रह आकार में पृथ्वी के बराबर हैं. ये सभी सात ग्रहों की संरचना बेहद सख्त है और ये TRAPPIST-1 नामक एक बेहद ठंडे छोटे से तारे के आस-पास मिले हैं. इनमें से तीन ग्रहों की सतह पर समुद्र भी हो सकते हैं।
अगले कुछ दशकों में रिसर्चर्स इन ग्रहों के वातावरण का पता लगाने की कोशिश करेंगे. इससे पक्का हो पाएगा कि सच में इनकी सतह पर पानी एवं जीवन की संभावना है या नहीं. इनकी दूरी पृथ्वी से 40 प्रकाश वर्ष बतायी जा रही है। इन तक पहुंचने में हमें लाखों वर्ष लग सकते हैं।
नासा की ये खोज प्रतिष्ठित जर्नल नेचर में प्रकाशित हुई है. इससे पहले भी इससे संबंधित रिसर्च प्रकाशित हो चुके हैं। अभी तक सौरमंडल के बाहर 3,500 ग्रहों की खोज हुई है. 23 फरवरी को गूगल ने भी एक बहुत ही क्रिएटिव डूडल बनाया है. ये डूडल नासा की नई सुखद खोज पर बना है.डूडल में पृथ्वी और चंद्रमा टेलीस्कोप से आकाश में देख रहे हैं, तभी उन्हें एक ही सूर्य के ऑर्बिट में 7 ग्रह दिख जाते हैं. पृथ्वी और चंद्रमा अपनी इस खोज पर बहुत खुश हैं।