दीवाली हिंदुओं का सबसे प्रमुख पर्व है, जिसे हर हिंदू बड़ी ही धूम-धाम से बनाता है। हिन्दू धर्म में हर त्यौहार को मनाने से पहले भगवान की पूजा का विधान होता है। दीवाली की पूजा भी इसी विधान के अनुरुप की जाती है, हिन्दुओं में इस पूजा का विशेष महत्व होता है।
दिवाली पर पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से देवी लक्ष्मी की पूजा करने पर इसका शुभ फल पूरे साल मिलता है। देवी लक्ष्मी की पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है। इसलिए लक्ष्मी पूजा और पूजा कक्ष से संबंधी इन बातों पर जरूर ध्यान दें-
1. आप जिस कमरे या जिस स्थान पर पूजा कर रहे हैं वहां के पूजा कक्ष की दीवारों का रंग पीला, हल्का नीला या हरा होना शुभ होता है। ऐसा न होने पर इन रंगों का कपड़ा बिछा कर भी पूजा की जा सकती है।
2. देवी लक्ष्मी के लिए पूजा कक्ष घर के किचन या बेडरूम में बिल्कुल न बनाएं। इन जगहों पर दिवाली की पूजा करना अच्छा नहीं माना जाता।
3. दिवाली पर देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए घर के ईशान कोण यानी पूर्व-उत्तर दिशा को चुनें। इस दिशा में लक्ष्मी पूजा करना बेहद शुभ होता है।
4. ध्यान रखें जिस कमरे में दिवाली की पूजा हो, वहां किसी युद्ध या पशु-पक्षी की तस्वीर ना लगी हो। ऐसा होना वास्तु अनुसार अच्छा नहीं माना जाता।
5. दिवाली के पूजन में हवन कुंड या दीपक की स्थापना आग्नेय कोण यानी पूर्व-दक्षिण दिशा में करनी चाहिए। यह दिशा अग्नि स्थापना के लिए शुभ होती है।
6. घर के जिस कमरे में दिवाली की पूजा की जाने हो, वहां पर किसी भी तरह का कचरा या कूड़ेदान नहीं होना चाहिए। ऐसा होना अच्छा नहीं माना जाता है।
7. दिवाली पूजा के लिए देवी लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करने से पहले उस जगह को अच्छी तरह साफ़ कर, वहां लाल कुमकुम से स्वस्तिक बना दें।
8. दिवाली पूजा के लिए ऐसी व्यवस्था करें कि पूजा करते समय परिवार के लोगों का मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो। इस तरह पूजा करने पर फल जरूर मिलता है।
Source – Ajabgjab