Chemistry

यह है अबतक का ब्रह्मांड का सबसे मंहगा पदार्थ, कई देश मिलकर भी इसे नहीं खरीद सकते हैं

Antimatter Facts In Hindi –  अगर आप यह सोचते हैं कि इस दुनिया में ऐसी कोई चीज नहीं है जो कि संसार का सबसे अमीर और धनवान व्यक्ति खरीद ना सके, तो आप गलत हैं। हम जैसा कि जानते हैं कि विज्ञान में ऐसी बहुत सी चीजें आज हमारे सामने ला कर के रख दी हैं जिनके बारे में हम हजारों सालो से अंजान थे।

वैज्ञानिकों ने एक ऐसे पदार्थ की खोज कि है जो कि ब्रह्मांड का अबतक का सबसे मंहगा पदार्थ है, इसकी कीमत के बारे में आप सोच भी नहीं सकते हैं। इसका 1 ग्राम ही इतना मंहगा है कि कई देशों की सरकारे भी मिलकर इसे नहीं खरीद सकती हैं। आइये जानतें हैं कि आखिर यह कौन सा पदार्थ है और क्या है इसकी खासियत।

इस पदार्थ का नाम है एंटीमैटर। एक ग्राम एंटीमैटर की कीमत 3,12,500 अरब रुपये होती है। अब आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं इतनी रकम में क्‍या-क्‍या खरीदा जा सकता है।

कहां रखा है एंटीमैटर

NASA के मुताबिक, एंटीमैटर धरती का सबसे महंगा पदार्थ है। एक मिलीग्राम एंटीमैटर बनाने में 250 लाख डॉलर रुपए तक लग जाते हैं। जहां ये बनता है, वहां पर विश्व की सबसे बेहतरीन सुरक्षा व्यवस्था मौजूद है। इतना ही नहीं नासा जैसे संस्थानों में भी इसे रखने के लिए एक पुख्ता सुरक्षा घेरा है। जहां कुछ खास लोगों के अलावा एंटीमैटर तक कोई भी नहीं पहुंच सकता है।

क्‍या होता है एंटी मैटर

इस ब्रह्मांड में सबकुछ पदार्थ यानी की मैटर से बना हैं। आप, मैं, पृथ्वी, वायु, तारे, और सभी पदार्थ। ये पदार्थ Electrons और Quarks से बने हैं। कुछ पदार्थ Muons, tauons, और Neutrino जैसे दुर्लभ कणों से बने होते हैं। यह सब कण उनके बुनियादी स्तर पर होते हैं। लेकिन हर पार्टिकल के लिए, उसके जैसा लेकिन उससे पूरी तरह से विपरीत एक एंटी-पार्टिकल होता है। इन एंटी-पार्टिकल में एक सामान्य पार्टिकल जैसे सभी फीचर्स होते हैं।

लेकिन अंतर बस इतना होता है दोनों एक-दूसरे के अपोजिट होते हैं। जब ये पार्टिकल और उनके एंटी-पार्टिकल एक दूसरे के संपर्क में आते हैं तब एक दूसरे को नष्ट कर देते हैं। आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि आपके पूरे शरीर का भी एक विरोधी एंटी मैटर का शरीर कहीं पर मौजूद हो सकता है। उस शरीर के लिए आपकी यह बॉडी एक एंटी मैटर होगी।

ऐसे बनाया जाता है एंटी मैटर

वैसे तो एंटीमैटर प्राकृतिक रूप से कहीं न कहीं मौजूद जरूर होगा। लेकिन वैज्ञानिकों ने इसे बनाने में भी कामयाबी हासिल कर ली है। इस एंटीमैटर को सर्न की प्रयोगशाला में बनाया गया था। इस लैब में ही गॉड पार्टिकल को ढूंढ़ने की बात सामने आई थी। इसे बनाने में जो ऊर्जा खर्च होती है प्राप्त एंटी मैटर उसका एक अरबबां हिस्सा होता है।

कहां होता है एंटी मैटर का उपयोग

एंटीमैटर का उपयोग बहुत ही कम होता है। इसे हम मेडिकल लाइन, रॉकेट फ्यूल और न्‍यूक्‍िलयर वीपेन में उपयोग कर सकते हैं। वैज्ञानिक इसका प्रयोग बहुत ही दूर की स्पेस ट्रैवल में करने की सोच रहे हैं।.

बहुत खतरनाक होता है एंटीमैटर

हांलाकि यह पदार्थ मंहगा और काम का होने के साथ – साथ बहुत खतरनाक भी है, ऐसा इसलिए क्योंकि अगर हम इसे खुला रखते हैं या हाथ में लेने की कोशिश करते हैं तो इसका एक अरबां हिस्सा ही काफी है हमें मौत की नींद सुलाने में। इसमें बहुत ही घातक रेडियेशन्स निकलते हैं। यह पदार्थ एकदम ही पदार्थ के साथ प्रतिक्रिया करके भारी तबाही मचा सकता है।…

Shivam Sharma

शिवम शर्मा विज्ञानम् के मुख्य लेखक हैं, इन्हें विज्ञान और शास्त्रो में बहुत रुचि है। इनका मुख्य योगदान अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान में है। साथ में यह तकनीक और गैजेट्स पर भी काम करते हैं।

Related Articles

2 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button