Tiger and Lion Comparison Hindi – जानवरों की दुनिया में हमेशा कहा जाता है कि शेर जगंल का राजा है, वो शेर ही है जिसकी दहाड़ से जंगल में सभी जानवर चुपचाप छुप कर बैठ जाते हैं। शेर जब निकलता है तो हर कोई उसे रास्ता देता है, मानों वह इस जंगल पर अकंटक राज करता आ रहा हो। पर दोस्तों, सच्चाई कुछ और है, वास्तव में शेर भले ही जंगल का राजा हो पर शेर की ही जाति में आने वाला दूसरा जानवर जिसे बाघ कहते हैं, हर मायने में हमारे इस राजा से बहुत आगे है। आइये जानते हैं –
भारत में, एक बहुत प्रसिद्ध कहावत है जो लगभग हर भारतीय जानता है कि, “शेर हमेश अकले शिकार करता है और झुण्ड में तो कुत्ते आते हैं”
लेकिन हकीकत यह है कि शेर, जंगली और कुत्ते समूह में शिकार करते हैं और एकांत में बाघ शिकार करते हैं। यहां तक कि हमारे स्कूल की किताब भी ये बताती है कि शेर बाघ से बड़ा है और शेर जंगल का राजा है। शेर और बाघ दोनों बड़ी बिल्लियों के परिवार से आते हैं और पेंथेरा जीनस (panthera genus) के सदस्य हैं।
बेहतर तरीके से समझने के लिए दोनों जानवरों की तुलना करते हैं: –
शेर “पैंथेरा लियो (Panthera Leo)” से आते हैं और बाघ “पैंथेरा टाइग्रिस (Panthera Tigris)” से आते हैं।
नर शेर की औसत लंबाई 1.7 मीटर से 2.5 मीटर और मादा शेर की 1.4 मीटर से 1.8 मीटर होती है।
नर बाघ की औसत लंबाई 2.5 मीटर से 3.9 मीटर और मादा बाघ की लंबाई 2 मीटर से 2.8 मीटर होती है।
शेर के पंजे का आकार 11.5 सेमी से 12.5 सेमी और बाघ के पंजे का आकार 15 सेमी से 18 सेमी होता है।
शेर के नखून की लंबाई 6 सेमी से 8 सेमी और बाघ के नखून का आकार 8 सेमी से 10.5 सेमी होता है।
नर शेर का औसत वजन 190 किलोग्राम और मादा शेर का वजन 130 किलोग्राम होता है।
नर बाघ का औसत वजन 310 किलोग्राम और मादा बाघ का वजन 170 किलोग्राम होता है।
शेर से ज्यादा घातक है बाघ
शेर के काटने वाला बल 650 पीएसआई ( 650 psi) होता है, बाघ के काटने का बल 1050 पीएसआई होता है। (जैगवार का 2000 पीएसआई और सबसे ज़्यादा मगरमच्छ का 5000 पीएसआई, और समुद्र में सबसे ज़्यादा काटने का बल ओर्का का है जो 19000 पीएसआई है)।
बाघ दुनिया की सबसे बड़ी और मजबूत बड़ी बिल्ली है।
बाघ सभी पहलुओं में शेर से ज्यादा मजबूत है।
बाघ एकान्त शिकारी हैं जबकि शेर केवल सामाजिक जानवर हैं।
बाघ एक समय में 40 किलो तक मांस का सेवन कर सकते हैं।
उनकी बड़ी गलतफहमी है कि शेर बाघ से बड़ा होता है और शेर जंगल का राजा होता है, भैंस के शिकार के लिए 4 से 5 शेरों की आवश्यकता होती है लेकिन बाघ खुद ही भैंस का शिकार कर सकता है।
बाघ शेर से ज्यादा अच्छे से शिकार करता है
शेर कभी भी पूरी तरह से विकसित मगरमच्छ का शिकार नहीं कर पाता है, लेकिन बाघ कर सकता है। कुछ साल पहले रथंमभौर नेशनल पार्क, भारत (Ranthambore National Park, India) से “मछली” मादा बाघ ने उस समय पूरी तरह विकसित 14 फीट के मगरमच्छ को मार दिया था। उस समय मछली मादा बाघ की उम्र सिर्फ 20 साल थी जो की बहुत बूढ़ी थी। (बाघो का जीवन काल सिर्फ 10 से 15 साल ही होता है) और बाघिन नर बाघ की तुलना में बहुत कम होती है।
1,00,000 से अब 4,000 पर आ गये हैं बाघ!
पिछली सदी में बाघों की आबादी खतरनाक दर से कम हो गई थी। जब 1900 की शुरुआत में उनकी पूरी रेंज में लगभग 100,000 बाघ ही बचे थे, आज जंगल में 3890 से भी कम बाघ बचे है। पारंपरिक चीनी चिकित्सा में उपयोग किए गए उनके शरीर और अन्य शरीर के अंगों के लिए अवैध शिकार, निवास के नुकसान और विखंडन, और शीर्ष खतरों के लिए गांव के लोगो द्वारा उनकी प्रतिकारी हत्या, बाघों के विलुप्त होने का गंभीर खतरा है। बाघों की तीन आखरी उप-प्रजातियां पिछले 80 सालो में विलुप्त हो गई हैं।
साभार – Vishal Tonape (क्योरा)