सीटी (Whistle) बजाने को लेकर हमारे समाज में इसे सभ्यता से नहीं देखा जाता है, सीटी बजाने पर आपको कभी ना कभी डाँट जरुर पड़ी होगी। उन्होंने कहा होगा कि यह अच्छी आदत नहीं है, लेकिन क्यों यह अच्छी आदत नहीं है इसका कारण कम ही लोग जानते होंगे।
हालांकि जानकारों और डाक्टर्स की मानें तो सीटी बजाना फेफड़ों के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज है। लेकिन सीटी बजाने की आदत से आपके गाल का शेप भी बिगड़ सकता है और अत्यधिक सीटी बजाने से फेफड़े कमजोर भी हो सकते हैं।
यह तो स्वास्थ संबंधी कारण, पर हम इनकी बात नहीं कर रहे हैं। आज हम आपको हिन्दू धर्म के ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बतायेंगे कि सीटी बजाने के क्या नुकसान आपको उठाने पड़ सकते हैं।
कई लोगों की मुंह से या अंगुलियों को मुंह में डालकर सीटी बजाने की आदत होती है। आखिर सीटी बजाना कितना उचित और अनुचित है यह बताना कठिन है। लेकिन यदि आप किसी गाने को रिकार्ड करने या अन्य किसी अच्छे मकसद से सीटी बजा रहे हैं तो निश्चित ही बजाना चाहिए।
हालांकि परंपरा, ज्योतिष और जनश्रुति अनुसार रात में सीटी बजाना आपके लिए घातक सिद्ध हो सकता है। अब इसमें कितनी सत्यता है यह तो हम नहीं जानते।
1.पहली मान्यता : ऐसा कहते हैं कि घर में या रात में सीटी नहीं बजाना चाहिए। इससे धन की हानि होती हैं।
2.दूसरी मान्यता : कहते हैं कि सीटी बजाने से व्यक्ति किसी अंजान संकट को भी बुलावा दे सकता है। इससे सुन रहे अन्य लोगों की मानसिकता भंग होती है और वे चिढ़ते हैं।
3.तीसरी मान्यता : यह भी माना जाता है कि रात में सीटी बजाने से बुरी आत्माएं सक्रिय हो जाती हैं। हालांकि यह धारणा जापान से भारत में प्रचलित हो गई है।
4.चौथी मान्यता: भारत में रात में सीटी बजाना अशुभ एवं सांप को बुलाने वाला माना जाता है। हालांकि यह परंपरा जनश्रुति द्वारा ही चली आ रही है। हमारे दादा-परदादा इस परंपरा को मानते थे।
5.पांचवीं मान्यता :कुछ लोग यह भी मानते हैं कि सीटी बजाने से भैरव और शनिदेव रुष्ठ हो जाते हैं।