Atom Theory Explained In Hindi – विज्ञान ने सच में हमारे दिमाग को चक्कर में डाल रखा है | इस ब्रह्माण्ड की हर एक वस्तु पर अगर वैज्ञानिक तरीके से सोचा जाए या उसको जाना जाए , तो चीजें जैसी दिखती हैं वैसी बिलकुल भी नहीं हैं | इस ब्रह्माण्ड की हर एक वस्तु मैटर यानी कि पदार्थ से बनी हुई है और पदार्थ की बात करें तो ये सबसे छोटे पार्टिकल या वस्तु जिसे परमाणु यानी एटम कहते हैं उससे बनी है |
विज्ञान की एक एक शाखा जिसे फिजिक्स या भौतिक शास्त्र कहते हैं उसमें हमें क्वांटम फिजिक्स जैसा सिद्धांत मिलता है जो परमाणु , इलेक्ट्रान , प्रोटोन आदि के बारे में सटीक तरह से अध्ययन करता है और उनसे जुड़े हुए विज्ञान के बारे में पता लगाता है | ये क्वांटम फिजिक्स की थ्योरी ही है जो सबसे नीचे और सबसे गहरे स्तर पर चीजों को जानने में मदद करती है और इस संसार में हो रहे है सबसे छोटे बदलाव को भी जानने में सक्षम है |
बात करें अगर एटम या परमाणु की तो ये तो हम सभी जानते हैं कि हर चीज इस दुनिया में एटम से बनी हुई है और एटम के आकार की बात की जाए तो ये इतना छोटा होता है कि इसकी तुलना कर पाना लगभग नामुमकिन ही है | वैज्ञानिकों द्वारा किये गए शोध में इसके आकार की सीमा लगभग 10 ^ (-10 ) मीटर बताई जाती है और इसी एटम मैं मौजूद नुक्लियस जिसमें प्रोटोन और न्यूट्रॉन मौजूद होते हैं उसका आकार 10 ^ (-15 ) मीटर बताय जाता है और नुक्लियसके बाहर ही इलेक्ट्रान मौजूद होकर उसके चारों तरफ घूमते हैं |
ये तो हम सभी जानते हैं कि ये इलेक्ट्रॉन्स केवल सीमित संख्या में ही किसी एटम में होते हैं और बात की जाए आकार की तुलना की , तो लगभग 100,000 गुना जगह है जहां सभी सीमित इलेक्ट्रॉन्स मौजूद होते हैं | इससे एक बात तो जाहिर है कि किसी भी एटम में लगभग सारा का सारा स्पेस यानी कि जगह खाली ही है क्योंकि इलेक्ट्रॉन्स का आकार बेहद कम होता है |
– Atom Facts In Hindi-अणुओं के बारे में 14 रोचक तथ्य
रुदरफोर्ड के एक्सपेरिमेंट के बाद ये पता लगाया गया कि किसी भी एटम में लगभग 99.9999999% जगह खाली ही होती है | पर हैरान करने वाली बात तो ये है कि इतना खाली होने के बावज़ूद भी चीजें आखिर मजबूत और सख्त कैसे होती हैं ?!
इसी बात को सबसे सही तरीके से जानने के लिए हमें जरुरत पड़ी क्वांटम फिजिक्स की जो सच मानिये तो बेहद जटिल है और थोड़ी चक्कर में भी डालने वाली है क्योंकि यहां आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली फिजिक्स के नियमों से हटकर एटॉमिक स्तर पर चीजों को जाना जाता है |
क्वांटम फिजिक्स के जरिये ही वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाया कि दरअसल किसी भी एटम में मौजूद इलेक्ट्रॉन की स्थिति को पता कर पाना नामुमकिन ही है क्योंकि सच में ये इलेक्ट्रान कोई पार्टिकल की तरह वर्ताव नहीं करते बल्कि किसी तरंग की तरह अपने एक दायरे में मौजूद होते हैं और इनकी स्थिति की केवल सम्भावना ही मालूम की जा सकती है | सीधे शब्दों में बात करें तो ये इलेक्ट्रॉन्स नुक्लियस के बाहर हर जगह मौजूद होते होते हैं क्योंकि किसी भी समय अगर इनकी मौजूदगी की सम्भावना मालूम की जाये तो ये वहाँ आपको जरूर मिलेंगे |
इसके साथ ये इलेक्ट्रॉन्स किसी बादल की तरह नुक्लियस के बार झुण्ड बनाकर घूमते हैं जो वहाँ मौजूद खाली जगह की सम्भावना को बेहद कम कर देते हैं | यानी कि ये कहिए कि सच में एटम में खाली जगह केवल एक कहने वाली बात ही है पर अगर क्वांटम फिजिक्स के नजरिये से देखा जाये तो ये हर जगह मौजूद हैं क्योंकि हम किसी भी जगह इनके न होने का सही दवा कर ही नहीं सकते | यही कारण है कि चीजें अलग अलग खाली स्पेस होने के कारण तरल या सख्त होती हैं |