Religion

महाभारत के युद्ध के बाद क्यों भस्म हो गया था अर्जुन का रथ ?

यूं तो महाभारत के बारे में सारी दुनिया जानती ही है | ये केवल युद्ध ही नहीं था बल्कि एक सम्पूर्ण कहानी थी जिसमें कई तरह के रहस्यों ने जन्म लिया और सभी को आश्चर्यचकित भी किया | हम जब भी महाभारत को पढ़ते हैं,  हमें कहीं न कहीं ये आभास जरूर होता है कि इस घटना के पीछे जरूर कोई न कोई कारण रहा होगा, और उसे जानने की हमारी इच्छा भी होने लगती है |

तो ऐसी ही एक घटना के बारे में हम यहां चर्चा करेंगे कि आखिर महाभारत के युद्ध समाप्त होने के बाद अर्जुन का रथ क्यों भस्म हो गया था ?

ये तो हम सभी अच्छी तरह से जानते हैं कि महाभारत के युद्ध में वीर अर्जुन ने बड़े – बड़े पराक्रमी और शूरवीर राजाओं का सामना किया और उन्हें पराजित भी किया | इस युद्ध में न जाने कितने ही लोगों की जानें ही गईं बल्कि असंख्य अस्त्र-शस्त्र भी चले | ये सभी अस्त्र सामान्य नहीं थे बल्कि दिव्य शक्तियों से सम्पूर्ण थे जिन्हें युद्ध में आये हुए योद्धाओं ने अपने बल और पौरुष से प्राप्त किया था |

स्वयं अर्जुन ने भी इस युद्ध के लिए दिव्य – अस्त्रों की प्राप्ति हेतु स्वर्ग जाना उचित समझा और कृष्ण की आज्ञा मानकर सभी प्रमुख देवताओं की स्तुति कर उनसे दिव्य अस्त्र प्राप्त किये थे |

इसके अलावा युद्ध के प्रारम्भ में ही अर्जुन के रथ पर कृष्ण की कृपा के अनुसार श्री हनुमान विराजमान हुए जिन्होनें अर्जुन के रथ की युद्ध में पूर्ण रक्षा की | स्वयं कृष्ण तो सारथि के रूप में अर्जुन के रथ की सुरक्षा करते ही थे पर हनुमान जी द्वारा उस रथ की पताका कभी नीचे नहीं हुई और यही कारण था की उनकी शक्ति के बल पर अर्जुन के रथ की कोई हानि न हुई और युद्ध में पांडवों की विजय भी  हुई |

युद्ध समाप्ति के बाद जब अर्जुन ने कृष्ण को प्रणाम किया तो उन्होंने उस रथ से सबसे पहले अर्जुन को उतरने को कहा और स्वयं बाद में उतरे और थोड़े समय के उपरान्त ही रथ अचानक भस्म हो गया और वहाँ कुछ भी  शेष न रहा | अर्जुन ने जब कृष्ण से इसका रहस्य पूछा तो उन्होंने बताया कि असलियत में तो ये रथ असंख्य दिव्यास्त्रों द्वारा नष्ट ही हो चूका था पर हनुमान जी की कृपा और मेरे विराजमान होने के कारण ये युद्ध समाप्ति तक ही जीवित रहा और जब हनुमानजी और मैं युद्ध के बाद अब इस रथ से प्रस्थान कर चुके हैं तो इसका नष्ट होना कोई संयोग या आश्र्चर्य नहीं है |

 

Shubham

शुभम विज्ञानम के लेखक हैं, जिन्हें विज्ञान, गैजेट्स, रहस्य और पौराणिक विषयों में रूचि है। इसके अलावा ये पढ़ाई करते हैं।

Related Articles

Back to top button