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सूर्य पर विश्व का पहला मिशन साल 2018 में शुरू करेगा नासा

नासा अगले साल सूर्य पर विश्व के पहले मिशन की शुरुआत करेगा जिसमें हमारे तारे का वायुमंडल संबंधी अन्वेषण किया जाएगा और सौर भौतिकी के बारे में उन प्रश्नों का उत्तर खोजा जाएगा जिन्होंने छह दशकों से वैज्ञानिकों को उलझाया हुआ है।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने बुधवार (31 मई) को घोषणा की कि ‘पार्कर सोलर प्रोब’ का नाम दिग्गज खगोलभौतिकीविद् यूजीन पार्कर के सम्मान में रखा गया है. उन्होंने करीब 60 साल पहले सौर पवन की मौजूदगी की भविष्यवाणी की थी।

नासा के ‘साइंस मिशन डायरेक्टोरेट’ के सहायक प्रशासक थॉमस जुरबुचेन ने कहा, ‘नासा ने पहली बार किसी जीवित व्यक्ति के नाम पर अंतरिक्ष यान का नाम रखा है.’ एक छोटी कार के बराबर के आकार वाला अंतरिक्ष यान हमारे तारे के बारे में कई बड़े रहस्यों का खुलासा करेगा. यह इस रहस्य पर से भी पर्दा उठाने की कोशिश करेगा कि सूर्य का कोरोना इसकी सतह से इतना गर्म क्यों होता है।

नासा ने कहा कि पार्कर सोलर प्रोब सूर्य के वायुमंडल में यात्रा करेगा. पहले कोई भी अंतरिक्ष यान सूर्य की सतह के इतना करीब नहीं गया है जितना करीब यह यान जाएगा. यह यान भीषण गर्मी और विकिरण परिस्थितियों का सामना करेगा और अंतत: मानवता को एक तारे का सबसे निकटतम पर्यवेक्षण मुहैया कराएगा।

4.5 इंच मोटा कार्बन मिश्रित कवच अंतरिक्षयान और उपकरणों को सूर्य की गर्मी से बचाएगा ताकि वे ये अभूतपूर्व जांच कर सकें. इस यान को फ्लोरिडा में नासा के केनेडी अंतरिक्ष केंद्र में 31 जुलाई 2018 से खुलने वाली 20 दिवसीय विंडो के दौरान प्रक्षेपित किया जाएगा।

अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के प्रोफेसर पार्कर ने कहा, ‘सौर जांच अंतरिक्ष के ऐसे क्षेत्र में की जाएगी जिसमें पहले कभी अन्वेषण नहीं किया गया है.’ पार्कर सोलर प्रोब परियोजना के वैज्ञानिक निकोला फॉक्स ने कहा, ‘पार्कर सोलर प्रोब सौर भौतिकी के उन प्रश्नों का उत्तर देगी जिन्होंने हमें छह से अधिक दशकों से उलझा रखा है।’

साभार – जीन्यूज

Team Vigyanam

Vigyanam Team - विज्ञानम् टीम

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