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जंजीरो से बंधे हुए, इस Orangutan बंदर पर हर रोज होता था शारीरिक शोषण,

Orangutan Pony Hindi- मनुष्य कितना नीचे गिर सकता है इसकी कोई हद नहीं है, इंडोनेशिया के बोर्नियो शहर में Orangutan प्रजाति का एक ऐसा बंदर मिला है जिसे शेव किया हुआ था और हर रोज उससे रेप किया जाता था। इसे 2003 में मुक्त कर दिया गया था पर उस भयानक शोषण के कारण इस बेजुबान जानवर को सदमे में बाहर आने में ही 15 साल लग गये।

Orangutan और उसके जैसे दूसरे बंदर और जानवर  £10,000 (9 लाख रूपये) में वैश्यावृत्ति जैसे घिनोने कार्य में ढ़केल दिये जाते थे। रिपोर्ट के अनुसार, अगर चार ऑरंगुटान बच्चे  पकड़े जाते हैं तो कम से कम तीन मारे जाते हैं। इन असहाय और रक्षाहीन जानवरों को Instagram या Facebook के माध्यम से भी खरीदा जा सकता है।

रक्षाहीन जानवर

एक गंदे विस्तर पर और जंजीरों से बंधे हुए इस बंदर पर सेंट और परफ्युम छिड़का जाता था और इसके बाद इसे ज्वैलरी पहनाई जाती थी। यह सब होने के बाद इस रक्षाहीन जानवर के साथ जो पैसे लेके आता वह रेप करता था।

समाचार पत्रिका Metro.uk. के अनुसार इस बेजुबान जानवर को 2003 में ही छुड़ा लिया गया था पर इसके साथ जो हुआ और जो दरिंदगी उन राक्षसों ने दिखाई उससे इस बेचारी बंदर को जिसका नाम पोनी है उससे उबरने में 15 साल लग गये।

Borneo Orangutan Survival Foundation के अनुसार पोनी को छुड़ना बहुत ही कठिन था, जब वे इसे रेस्कयू करने गये तो आस पास को लोगों ने उन्हें धमकाने की और मारने की कोशिश की उनके पास बंदुके और चाकु थे। पोनी की मालकिन उसे Foundation को देने में आनाकानी कर रही थी क्योंकि यह बंदर उसके लिए कैश मशीन थी।

Source – Mirror.uk

पोनी को जब इस नर्क से छुड़ाया गया तो तब उसकी उम्र मात्र 6 साल की थी यानि की वह एक छोटी बंदर थी जिसे शेव करके रखा जाता था, उसके शरीर पर एक भी बाल नहीं होता था जिस कारण उस बेजुबान को दिन-रात मच्छरों की मार झेलनी पड़ती थी। ये लोग पोनी को उसकी माँ के सामने ही अगबा करके लाये थे।

पुनर्वास

पोनी को बचाने वाले  Lone Droscher-Nielson के मुताबिक “यह एक मुश्किल यात्रा थी लेकिन पोनी  इन 15 वर्षों में पूरी तरह से रिकवर करने में सक्षम रही है। पहले यह आदमियों को देखकर डर जाया करती थी पर धीरे-धीरे हम इसका विश्वास लाने में सफल रहे हैं।”

आपको बतादें कि  Orangutan  बहुत ही समझदार और काबिल बंदर होते हैं, जो कुछ भी सीख सकते हैं जो वह लोगों को करता देखते हैं। कई बार अगर उन्हें कोई चीज़ समझाई जाये तो वह इंसानो से भी ज्यादा बेहतर तरीके से उसे कर लेते हैं।

फिलहाल पोनी की देखभाल जारी है और वह धीरे-धीरे ठीक हो रही है, उसे अभी केवल दूसरे Orangutan के साथ रखा जाता है जहां नर कम ही होते हैं।

एक सवाल

हालांकि पोनी के साथ जो कुछ भी हुआ वह सवाल खड़े करता है कि क्या हम इंसान इतना भी गिर सकते हैं कि भगवान के बनाये गये जानवरों पर अत्याचार करते रहें, आखिर जितना हक हमारा हमें अपने ग्रह पृथ्वी पर है उतना ही हक उनका भी है।

Source – Metro.uk.

Shivam Sharma

शिवम शर्मा विज्ञानम् के मुख्य लेखक हैं, इन्हें विज्ञान और शास्त्रो में बहुत रुचि है। इनका मुख्य योगदान अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान में है। साथ में यह तकनीक और गैजेट्स पर भी काम करते हैं।

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