Religion

जानिए हिन्दू धर्म के अनुसार काल गणना (Kaal Gadna) का विज्ञान

Kaal Gadna – हिन्दू धर्म जिसे सनातन धर्म भी कहते हैं, इस संसार का सबसे प्राचीन धर्म है। ये धर्म पूर्ण रूप से विज्ञान पर आधारित है। वेदों और पुराणो के ज्ञान से भरे हुए हमारे हिन्दू धर्म में हर विधि और पूजा का वैज्ञानिक वर्णन मिलता है।

दोस्तों, आज हम काल गणना के लिए अंग्रेजी कलैंडर पर निर्भर रहते हैं, और उन्हीं के द्वारा बनाई गई गणनाओं के आधार पर ही हम समय को मापते हैं। पर ये गणनायें हमारे प्राचीन वैदिक काल गणना के सामने कुछ भी नहीं है।

प्राचीन वैदिक काल गणना विज्ञान और गणित की जटिल रचना पर आधारित है और यह इतनी सटीक से समय का माप बताती है कि आप सूक्ष्म जीव से लेकर परमात्मा की भी आयु इससे जान सकते हैं। तो, आइये जानते हैं इस काल गणना के रहस्य को…

ऐसी उत्तम और विराट तथा बारीक़ से बारीक़ काल गणना हमारे सनातन शास्त्रों के अतिरिक्त कहीं नहीं है |

क्रति = सैकन्ड का 34000वाँ भाग
1 त्रुति = सैकन्ड का 300वाँ भाग
2 त्रुति = 1 लव
1 लव = 1 क्षण
30 क्षण = 1 विपल
60 विपल = 1 पल
60 पल = 1 घड़ी (24 मिनट )
2.5 घड़ी = 1 होरा (घन्टा)
24 होरा = 1 दिवस (दिन या वार)
7 दिवस = 1 सप्ताह
4 सप्ताह = 1 माह
2 माह = 1 ऋतु
6 ऋतु = 1 वर्ष
100 वर्ष = 1 शताब्दी
10 शताब्दी = 1 सहस्राब्दी
432 सहस्राब्दी = 1 युग
2 युग = 1 द्वापर युग
3 युग = 1 त्रेता युग
4 युग = सतयुग
1 महायुग = सतयुग + त्रेतायुग + द्वापरयुग + कलियुग
76 महायुग = मनवन्तर
1000 महायुग = 1 कल्प
1 नित्य प्रलय = 1 महायुग (धरती पर जीवन अन्त और फिर आरम्भ)
1 नैमितिका प्रलय = 1 कल्प (देवों का अन्त और जन्म)
1 महाकाल = 730 कल्प (ब्रह्मा का अन्त और जन्म)

ज़रा गौर करें, हमारी परम्पराओं के पीछे कितना गहन विज्ञान छिपा हुआ है | ये इस देश का दुर्भाग्य है कि हमारी परम्पराओं को समझने के लिए जिस विज्ञान की आवश्यकता है वो हमें पढ़ाया नहीं जाता और विज्ञान के नाम पर जो हमें पढ़ाया जा रहा है उस से हम अपनी परम्पराओं को समझ नहीं सकते।

यह भी जानें – कैसे देखा जाता है हिंदू पंचांग और क्या है इसका महत्व

विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र यही है। जो हमारे देश भारत में बना। ये हमारा भारत है जिस पर हमको गर्व है। इस लेख को आप मित्र जहां तक हो सके शेयर जरूर करें…

Pallavi Sharma

पल्लवी शर्मा एक छोटी लेखक हैं जो अंतरिक्ष विज्ञान, सनातन संस्कृति, धर्म, भारत और भी हिन्दी के अनेक विषयों पर लिखतीं हैं। इन्हें अंतरिक्ष विज्ञान और वेदों से बहुत लगाव है।

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